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Covid-19: शोधकर्ताओं ने SARS-CoV 2 पर किया नया खुलासा, इंसानों के शरीर में करीब 200 दिनों तक सक्रिय पाया गया है वायरस

By आजाद खान | Updated: February 6, 2022 12:53 IST

न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन के एक लेख के मुताबिक, एक 45 वर्षीय व्यक्ति में वायरस को लगातार 143 दिन तक वापस आते हुए देखा गया है।

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ठळक मुद्देएक व्यक्ति के शरीर के अंदर SARS-CoV 2 वायरस को 200 दिनों तक एक्टिव पाया गया है।यह एक अध्ययन में खुलासा हुआ है।आम तौर पर कोरोना से संक्रमित मरीजों को नेगेटिव होने में करीब एक महीने का समय लगता है।

Covid-19:कोरोना वायरस को लेकर हर रोज कुछ न कुछ नए अध्ययन सामने आते ही रहते हैं। ऐसे में 'फ्रंटियर्स इन मेडिसिन जर्नल’ में प्रकाशित एक नया अध्ययन भी सामने आया है जिसमें यह दावा किया गया है कि SARS-CoV 2 वायरस को एक व्यक्ति के शरीर के अंदर 200 दिनों तक एक्टिव पाया गया है। SARS-CoV 2 वायरस वही वायरस है जिसके कारण हमें कोविड -19 होता है। इस नया अध्ययन में यह खुलासा atypical मामलों में हुआ है जिसमें SARS-CoV 2 से संक्रमित कुल 38 ब्राज़ीलियाई रोगियों पर यह अध्ययन किया गया था। अप्रैल और नवंबर 2020 के बीच हुए इस अध्ययन से कोविड से जुड़े कई और खुलासे भी हुए हैं। 

अध्ययन में यह हुआ खुलासा

शोधकर्ताओं ने यह खुलासा किया है कि कुल 38 रोगियों में दो पुरूष और एक महिला शामिल थी। ये तीनों atypical आए गए थे। शोधकर्ताओं के मुताबिक, इन के शरीर में 70 दिनों से अधिक समय तक वायरस को पाया गया है। इससे यह साबित होता है कि SARS-CoV 2 से अंतिम चरण में संक्रमित लगभग 8 प्रतिशत लोग संक्रमण होने के 2 महीने बाद भी उनके शरीर में वायरस मौजूद होता है और इसके फैलने की भी उम्मीद ज्यादा होती है। 

वायरस रहता है अधिक समय तक एक्टिव

इस अध्ययन के प्रमुख अन्वेषक पाओला मिनोप्रियो का कहना है कि कोविड-19 से संक्रमित मरीजों को नेगेटिव होने में करीब एक महीने का समय लगता है। वहीं उनके अध्ययन में यह पाया गया कि कुछ मामलों में कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के अंदर यह वायरस 71 से 232 दिनों तक पॉजिटिव पाया जा रहा है। हालांकि यह पहला मामला नहीं है जहां पर संक्रमित मरीजों के अंदर वायरस लंबे समय तक पाया जा रहा है, बल्कि इससे पहले भी ऐसे मामले आ चुके हैं। 

जानकार कहते है कि शरीर में वायरस के होने का समय और भी बढ़ जाता है जब लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर पाई जाती है। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में यह वायरस लंबे समय तक रहता है। 

143 दिनों तक लगातार वापस आता रहा था वायरस

न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक लेख में यह भी दावा किया गया है कि एक 45 वर्षीय व्यक्ति के शरीर में वायरस को लगातार 143 दिन तक वापस आते हुए पाया गया है। यह व्यक्ति स्व-प्रतिरक्षित रक्त विकार से प्रतिरक्षा में अक्षम था। यह मामला दिसंबर 2020 की शुरुआत का है।

अन्य मामले में कोविड-19 के लक्षण भी नहीं पाए गए हैं

वहीं दिसंबर महीने के अंत में सेल द्वारा प्रकाशित एक लेख में यह भी देखा गया था कि एक महिला के शरीर के अंदर वायरस लगातार 70 दिनों तक वापस आता रहा था। लेख में यह भी कहा गया था कि वह महिला के अंदर कोविड-19 के एक भी लक्षण नहीं थे, बल्कि वह ल्यूकेमिया (leukaemia) की मरीज थी। 

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