टमाटर की तरह दिखने वाला आकार में बहुत छोटा खट्टा-मीठा फल रसभरी बहुत लोगों को खासकर बच्चों को पसंद होता है। इसका वैज्ञानिक नाम फ़ाइसेलिस पेरयूवियाना (Physalis peruviana) है। वैगानिकों के अनुसार, एक कप पके हुए रसभरी में 64 कैलोरी, 1.5 ग्राम प्रोटीन, 0.8 ग्राम फैट और 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है।
इसके अलावा यह फल विटामिन, मिनरल्स, फाइबर, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों का भंडार है, जो सेहत से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं। इसमे थायमिन और राइबोफ्लेविन भी पाया जाता है।
कई रिसर्च में पाया गया है कि ये खट्टा-मीठा फल कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम को दुरुस्त करने, आर्थराइटिस से बचाने, वजन कम करने, आंखों की रौशनी बढ़ाने, दिमाग तेज करने, किडनी और लीवर को स्वस्थ रखने, डायबिटीज कंट्रोल करने, इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाने, हाइपरटेंशन का खतरा कम करने, ब्लड प्रेशर कम करने आदि में सहायक है।
1) हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायकअगर आप हड्डियों से जुड़ी समस्या से परेशान हैं तो रसभरी आपकी मदद कर सकती है। इस खट्टे-मीठे फल में पेक्टिन होता है जो शरीर में कैल्शियम और फॉस्फॉरस की सही मात्रा बनाए रखता है। यही वजह है कि नियमित रूप से इसका सेवन करने से आर्थराइटिस जैसी हड्डियों की समस्या से बचने में मदद मिलती है।
2) पीलिया से बचाने में सहायककेवल इतना हीं नहीं, यह फल आपके अमाशय और पाचन तंत्र के लिए भी बहुत लाभकारी होता है। इसके सेवन से पेट भी साफ रहता है। इसके साथ हीं यह पीलिया रोग से भी शरीर की रक्षा करता है।
3) अनिद्रा दूर करने में मददगारअगर आपको अनिद्रा की बीमारी है तो मकोय के फल की जड़ों को सुखाकर उनका काढ़ा बनाकर रोज रात गुड़ के साथ सेवन करे। इससे आपको रात के समय में बहुत जल्दी और अच्छी नींद आएगी।
4) चर्म रोगों का करता है सफाया रसभरी में त्वचा से संबंधित बीमारियों जैसे खाज खुजली और दाद आदि से राहत मिलती है। इसके लिए मकोय की पत्तियों को पीसकर उनका लेप बना ले और खुजली वाली जगह पर लगाकर रखें। इससे आपको खुजली की समस्या से बहुत जल्दी फायदा मिलेगा।
5) किडनी को रखता है स्वस्थरसभरी की सब्जी बनाकर खाने से किडनी साफ होती है और किडनी से जुड़ी बीमारियां खत्म होती है। इसके अलावा मकोय के पंचांग को सुखाकर खाने से भी किडनी के रोग खत्म होते है। इसी तरह इस फल के सेवन से और भी बहुत से फायदे होते हैं।