ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया वर्जन पाया गया है। यह बहुत तेजी से फैल रहा है। इसे देखते हुए ब्रिटेन में दोबारा लॉकडाउन कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों के कोरोना के कुल मामलों में सबसे अधिक मामले इससे जुड़े हैं।
इस नए वर्जन की गंभीरता को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन सतर्क हो गया है। डब्ल्यूएचओ लगातार ब्रिटेन के अधिकारियों के साथ संपर्क में है। एक ट्वीट में डब्ल्यूएचओ ने खुलासा किया है कि वे ब्रिटेन के अधिकारीयों के संपर्क में है।
नए कोरोना वायरस के बारे में तथ्य
मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, वायरस जल्दी से विकसित होते हैं या उत्परिवर्तित होते हैं, विशेषकर फ्लू की तरह जिसमें प्रमुख प्रोटीन में परिवर्तन के कारण प्रत्येक वर्ष नए टीके लगाने की आवश्यकता होती है।
SARS-CoV-2 भी बदलता है, हालांकि आम तौर पर कुछ अन्य वायरस की तुलना में धीमी गति से होता है क्योंकि इसमें एक स्व-सही तंत्र होता है जो अपने आनुवंशिक अनुक्रम को अपेक्षाकृत स्थिर रखता है।
पिछले हफ्ते लंदन में कोविड-19 मामले की दर लगभग दोगुनी हो गई, इन संक्रमणों में से लगभग 60% मामले नए वायरस से जुड़े थे।
वैज्ञानिकों का मानना है कि यूनाइटेड किंगडम में पहचाने जाने वाले नया कोरोना वायरस 70% तक अधिक संक्रामक है, लेकिन यह अधिक घातक नहीं माना जाता है और टीके अभी भी प्रभावी होने चाहिए।
उभरते हुए वैज्ञानिक प्रमाण बताते हैं कि नया संस्करण प्रचलन में पिछले उपभेदों की तुलना में अधिक तेजी से फैल सकता है।
कोरोन वायरस में अन्य वेरिएंट अतीत में बताए गए हैं, जिनमें मिंक में एक भी शामिल है, जो वायरस के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं।
यह अधिक तेजी से फैल रहा था और विश्व स्वास्थ्य संगठन को सूचित किया गया था। हालांकि 20 नवंबर को WHO ने कहा कि यह जानवरों से जुड़ा वायरस है और अब मनुष्यों में नहीं फैल रहा है।
तेजी से फैल रहा है नया कोरोना
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा, 'ऐसा लगता है कि कोरोना वायरस के नए प्रकार के कारण संक्रमण का प्रसार बेहद तेजी से हो रहा है।' हालांकि इंग्लैंड के मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रोफेसर क्रिस विट्टी ने कहा, 'वर्तमान में इस बात को साबित करने वाला कोई साक्ष्य मौजूद नहीं है कि वायरस का नया प्रकार अधिक घातक है।'
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जो साबित करे कि वायरस का नया प्रकार अधिक घातक है और इसपर टीका कम प्रभावी होगा।
कई देशों ने ब्रिटेन की उड़ानों पर रोक लगाई
दक्षिण इंग्लैंड में कोरोना वायरस का नया प्रकार (स्ट्रेन) सामने आने के बाद रविवार को यूरोपीय संघ के कई देशों ने ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी।
इससे पहले जॉनसन ने श्रेणी-4 के सख्त प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव से लागू करते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कोरोना वायरस का एक नया स्ट्रेन सामने आया है, जो पूर्व के वायरस के मुकाबले 70 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)