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Monkeypox Disease: संभोग से भी फैल सकता है वायरस, ‘मंकीपॉक्स’ वायरस को लेकर विशेषज्ञों ने किया आगाह

By सतीश कुमार सिंह | Updated: May 19, 2022 19:34 IST

Monkeypox Disease: इंग्लैंड के अलावा, स्पेन और पुर्तगाल जैसे कई देशों में मरीज मिल चुके हैं। ब्रिटेन में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़ कर सात हो गई है।

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ठळक मुद्दे 7 मई को लंदन में पहले मंकी पॉक्स के मरीज का पता चला था।रोग के शुरुआती लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, पीठ और गर्दन में दर्द जैसे लक्षण शामिल हैं।. कंपकंपी और थकान भी। शरीर पर छोटे छोटे निशान दिखाई देते हैं।

Monkeypox Disease: कोविड वायरस के बाद ‘मंकीपॉक्स’ वायरस तेजी से बढ़ रहा है। इंग्लैंड के अलावा, स्पेन और पुर्तगाल जैसे कई देशों में मरीज मिल चुके हैं। ब्रिटेन में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़ कर सात हो गई है।

 

समलैंगिक और यौन संबंधों के लिए पुरुषों एवं महिलाओं के प्रति आकर्षित रहने वाले (बायसेक्सुअल) लोगों को शरीर में असमान्य लाल चकत्ते के प्रति सतर्क रहने को कहा गया है। कई लोग अपनी जान गंवा दिए हैं। 7 मई को लंदन में पहले मंकी पॉक्स के मरीज का पता चला था।

बहुत से लोग इस बीमारी के शुरुआती लक्षणों को पहचानने की गलती करते हैं। ताजा चेतावनी अब तक डॉक्टरों को लगता था कि यह बीमारी 'ड्रॉपलेट्स' से फैलती है। इसलिए, विशेषज्ञों ने सोचा कि वायरस श्वसन पथ, घाव, नाक, मुंह या आंखों के माध्यम से स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर सकता है।

लेकिन नए मामलों की जांच के बाद डॉक्टरों को डर है कि संभोग से भी मंकी वायरस फैल सकता है। इस संबंध में चेतावनियां जारी होने की भी खबरें आ रही हैं। यदि आप किसी के साथ मंकी पॉक्स के साथ सेक्स करते हैं, तो एक संभावना है कि उसका साथी भी मंकी पॉक्स से प्रभावित होगा।

वह व्यक्ति हाल ही में नाइजीरिया से लौटा था। विशेषज्ञों का मानना ​​था कि वह किसी तरह अफ्रीका में इस वायरस के संपर्क में आया था। लेकिन विशेषज्ञ अभी भी निश्चित नहीं हैं कि उसके बाद यह बीमारी कैसे फैल रही है। जानकारों के मुताबिक यह एक खास तरह का पॉक्स है। वैसे तो चेचक या चेचक का इलाज है, लेकिन इस दुर्लभ बीमारी को ठीक करने के लिए डॉक्टरों को अभी तक कोई खास इलाज नहीं पता है।

मंकीपॉक्स वायरस: प्रारंभिक लक्षण

1. रोग के शुरुआती लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, पीठ और गर्दन में दर्द जैसे लक्षण शामिल हैं।

2. कंपकंपी और थकान भी। शरीर पर छोटे छोटे निशान दिखाई देते हैं।

3. खसरा, स्कर्वी और उपदंश के कुछ लक्षण इस रोग के लक्षणों से कुछ मिलते-जुलते पाए जाते हैं।

पीड़ितों ने खुद को समलैंगिक बायसेक्सुअल बताया है। एजेंसी ने कहा कि मंकीपॉक्स जहां स्थानिक है, वहां की यात्रा से संक्रमण का कोई संबंध नहीं है और कहां तथा कैसे यह संक्रमण हुआ, उसकी जांच की जा रही है। यूकेएचएसए की मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ सुसान हॉपकिंस ने कहा, ‘‘हम विशेष रूप से पुरुषों और समलैंगिक तथा बायसेक्सुअल लोगों से किसी भी तरह के असमान्य लाल चकत्ते के प्रति सतर्क रहने का अनुरोध करते हैं। साथ ही, बगैर कोई देर किये यौन स्वास्थ्य सेवा से संपर्क करने का आग्रह करते हैं। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह (संक्रमण) दुर्लभ और असमान्य है। यूकेएचएसए इस संक्रमण के स्रोत की तेजी से जांच कर रही है क्योंकि साक्ष्यों से पता चलता है कि करीबी संपर्क के द्वारा समुदाय में मंकीपॉक्स वायरस का संचरण और प्रसार हो सकता है।’’

उन्होंने कहा कि सातों ज्ञात मरीजों के संभावित करीबी संपर्क में आए लोगों को स्वास्थ्य सलाह देने के लिए उनसे संपर्क किया जा रहा है। हॉपकिंस ने कहा कि अभी चार नये मामलों में दो मरीजों के साझा संपर्कों की पहचान की गई है। यूकेएचएसए ने कहा, ‘‘यह वायरस लोगों के बीच आसानी से नहीं फैलता और ब्रिटेन की आबादी को कम खतरा है।’’ 

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