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Chandra Grahan 2018: क्या वाकई चंद्र ग्रहण देखने वाली गर्भवती का बच्चा बदसूरत और अपाहिज पैदा होता है?

By उस्मान | Updated: July 27, 2018 13:18 IST

ऐसा भी कहा जाता है कि गर्भवती स्त्री और बच्चे के लिए चंद्र ग्रहण का प्रभाव 108 दिनों तक रहता है। गर्भवती महिला को ग्रहण काल में बिना देव मूर्ति स्पर्श किए जप करना चाहिए। 

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आज 27 जुलाई, शुक्रवार को सदी का सबसे बड़ा चंद्र ग्रहण पड़ने जा रहा है। आज ही के दिन पूरा देश गुरु पूर्णिमा भी मना रहा है। चार 4 घंटे के इस ग्रहण को भारत के अलावा कई देशों में देखा जा सकेगा। खगोल शास्त्रियों का यह भी कहना है कि इससे लम्बा ग्रहण इस सदी में अब दुबारा नहीं लगेगा। आपको बता दें इस चंद्र ग्रहण का पूरा समय 3 घंटे 55 मिनट का है। चंद्र ग्रहण काल के दौरान मंगल पृथ्वी के बेहद करीब होगा। इस संयोग के कारण ज्योतिषी इस ग्रहण को काफी प्रभावशाली मान रहे हैं और कहते हैं कि इससे प्राकृतिक आपदाओं का भय रहेगा। कहते हैं कि ग्रहण चाहे जो हो सभी को सावधान रहना चाहिए। सदी के इस सबसे लंबे ग्रहण में भी सावधानियां रखनी जरूरी है। 

चंद्र ग्रहण और गर्भवती महिला

भारत सहित कई देशों में चंद्र ग्रहण को गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इससे भ्रूण का विकास प्रभावित हो सकता है। कुछ लोग तो ऐसा भी मानते हैं कि इससे बच्चा बदसूरत या शारीरिक रूप से विकलांग जन्म ले सकता है। ऐसा भी कहा जाता है कि ग्रहण का असर हर राशि पर पड़ता है। पर गर्भवती स्त्री और बच्चे के लिए चंद्र ग्रहण का प्रभाव 108 दिनों तक रहता है। गर्भवती महिला को ग्रहण काल में बिना देव मूर्ति स्पर्श किए जप करना चाहिए। ये भी बताया गया है कि गर्भवती स्त्री को ग्रहण के समय अपनी सुरक्षा करनी चाहिए। घर की दहलीज पार नहीं करनी चाहिए। यही वजह है कि इस दौरान उन्हें घर के अंदर रहने की सलाह दी जाती है। इतना ही नहीं किसी तरह की अनहोनी से बचने के लिए उन्हें कई तरह की सलाह और सुझाव दिए जाते हैं। उदहारण के लिए- 

- पैनी चीजों जैसे सुईं और कैंची का इस्तेमाल से बचें- ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने से बचें- ग्रहण अवधि के दौरान पर्याप्त आराम करें- बाहरी किरणों को घर के अंदर ना आने दें - ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान करें- ग्रहण के दौरान कुछ भी पकाएं नहीं- ग्रहण के दौरान पानी न पीएं

ये भी पढ़ें - 27 जुलाई को होगा पूर्ण चन्द्र ग्रहण, बादल नहीं रहे तो आमजन भी देख सकेंगे ग्रहण 

क्या कहते हैं डॉक्टर

हालांकि चंद्र ग्रहण से गर्भवती महिला और शिशु पर होने वाले प्रभाव को प्रमाणित करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, लेकिन इस तरह का अंधविश्वास लोगों के दिमाग में इतना हावी है कि गर्भवती महिला और उसका परिवार स्वाभाविक रूप से इसे लेकर चिंता करते हैं। गाजियाबाद स्थित अटलांटा हॉस्पिटल में गाइनोकोलॉजिस्ट डॉक्टर सुमन वर्मा का अनुसार, याद रखें, इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को क्या करना चाहिए और क्या नहीं। सुनिश्चित करें कि आप हाइड्रेटेड रहें और भोजन के बिना न रहें। लंबे समय कुछ नहीं खानेपीने से आपको कमजोरी महसूस हो सकती है और आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है। 

(फोटो- पिक्साबे) 

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