तंदूर पर बनी स्वादिष्ट चीजें दिल के लिए हानिकारक, मौत को देती हैं दावत
By उस्मान | Updated: August 28, 2018 15:20 IST2018-08-28T15:20:40+5:302018-08-28T15:20:40+5:30
इसमें कोई शक नहीं है कि तंदूर या मिटटी के चूल्हे पर बनी चीजें स्वाद में लाजवाब होती हैं लेकिन लंबे समय तक इनके सेवन से आपकी सेहत को नुकसान हो सकता है।

फोटो- पिक्साबे
आपने अक्सर कुछ लोगों को लकड़ी या कोयले की आग पर बनी खाने की चीजों की तारीफ करते सुना होगा। ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें तंदूरी चीजें खाना बहुत पसंद है। अक्सर गांव में खाना बनाने के लिए भी लकड़ी और कोयले का ही इस्तेमाल होता है। इसमें कोई शक नहीं है कि तंदूर या मिटटी के चूल्हे पर बनी चीजें स्वाद में लाजवाब होती हैं लेकिन लंबे समय तक इनके सेवन से आपकी सेहत को नुकसान हो सकता है। एक नए अध्ययन के अनुसार, भोजन पकाने के लिये लंबे समय तक कोयला, लकड़ी या चारकोल के इस्तेमाल के कारण हृदय संबंधी बीमारियों से मौत का खतरा बढ़ सकता है। आपको बता दें कि हृदय या रक्त वाहिकाएं से जुड़ी बीमारियां पूरी दुनिया में लोगों की मौत का एक प्रमुख कारण है।
ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के डेरिक बेनेट ने कहा, 'हमारे अध्ययन में यह सुझाव दिया गया है कि जो लोग खाना पकाने के लिये ठोस ईंधन का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें जल्द से जल्द बिजली या गैस का इस्तेमाल करना चाहिए।'
इसमें यह सुझाव दिया गया कि ठोस ईंधन जैसे कोयला, लकड़ी या चारकोल से खाना बनाने से वायु प्रदूषण तो होता ही है, साथ ही इससे हृदय रोग से असमय मृत्यु भी हो सकती है। हालांकि इसके सीमित साक्ष्य हैं।
हालिया अध्ययन में खाना पकाने में इस्तेमाल किए जाने वाले ठोस ईंधन एवं हृदय रोग के बीच संबंध बताया गया है। साथ ही ठोस ईंधन से स्वच्छ ईंधन की ओर से रुख करने के संभावित प्रभाव भी बताये गये हैं।
इसमें वर्ष 2004 से 2008 के बीच चीन के 10 इलाकों से 30 से 79 उम्र के 3,41,730 व्यक्तियों को शामिल किया गया। प्रतिभागियों से यह पूछा गया कि वे खाना पकाने के लिये प्राय: किस तरह के ईंधन का इस्तेमाल करते हैं।
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में प्रोफेसर झेंगमिंग चेन ने बताया कि हमें यह पता चला कि भोजन पकाने के लिए लंबे समय तक ठोस ईंधन का इस्तेमाल करने से हृदय संबंधी बीमारियों का अत्यधिक खतरा होता है।

