लीवर (Liver) शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। 1.5 किलोग्राम का यह सबसे भारी अंग शरीर के लिए कई काम करता है, जिनमें खाना पचाना, शरीर से टॉक्सिक पदार्थ बाहर निकालना, शरीर को एनर्जी देना, बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करना, चयापचय को मजबूत करना, पित्त का निर्माण और इसका स्राव करना, बहते रक्त को रोकने वाले तत्वों का निर्माण करना आदि शामिल हैं।
ज्यादातर लीवर की खराबी अधिक तेल मसाले वाला भोजन, ज्यादा शराब पीने या बाहर के खाने की वजह से होता है। लीवर की खराबी में लीवर का फैटी होना, सूजन आ जाना और लीवर में इन्फेक्शन हो जाना शामिल है। इसके अलावा अधिक देर तक बैठने की आदत से लीवर में फैट जमा होने लगता है जिससे लीवर का आकार असामान्य हो जाता है जिसे फैटी लीवर कहते है।
एक्सपर्ट मानते हैं कि अगर लीवर खराब होने के लक्षणों की शुरुआत करके समय पर इलाज शुरू कर दिया जाए, तो कई तरह की समस्याओं से बचा जा सकता है। हम आपको कुछ ऐसे संकेतो के बारे में बता रहे हैं, जिससे आपको यह पता चल सकता है कि आपका लीवर खराब है या नहीं।
1) शारीरिक कमजोरीअगर लीवर में किसी भी तरह का इन्फेक्शन यानि खराबी होती है, तो इससे शरीर के अंदरूनी अंग ठीक तरीके से काम नहीं कर पाते। जिसके कारण व्यक्ति को काफी आलस्य और कमजोरी सी महसूस होती है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
2) आंखों का पीला होनालीवर में किसी भी तरह की खराबी होने पर आंखों का सफेद हिस्सा पीला होने लगता है। इतना ही नहीं इससे आपके नाखून भी पीले होने लगते है। यह सभी पीलिया के लक्षण हैं, जो लीवर की खराबी का सबसे बड़ा नुकसान है।
3) दिमाग पर असर पड़नालीवर के खराब होने से शरीर में खून सही तरह साफ नहीं हो पाता है। ऐसे में शरीर में कई तरह के विषैले तत्व जमा होने लगते है। जो खून के द्वारा हमारे दिमाग तक पहुंचने लगते हैं। इससे आपकी याददाश्त कमजोर हो सकती है या आप किसी भी निर्णय को लेने में असमर्थ महसूस कर सकते है।
4) मुंह से बदबू आनाजब लीवर खराब होता है, तो ऐसे में मुंह से अजीब दुर्गंध आने लगती है। जिसका मुख्य कारण मुंह में अमोनिया का ज्यादा रिसना है।
5) पेट खराब होनाइसका बुरा असर पेट पर भी पड़ सकता है। लीवर खराब होने से पेट में खाना भी अच्छे से नहीं पचता। इससे पेट में गैस, एसिडिटी और कब्ज आदि की समस्या भी हो सकती है।
हल्दी और ग्रीन टीयह एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट्स का भंडार हैं, जो शरीर से टोक्सिन बाहर निकालने में सहायक है। ग्रीन टी में प्रचुर मात्रा में केटेकाइन्स और एंटीऑक्सीडेंट होता है जो लिवर की कार्यप्रणाली की क्षमता बढ़ाकर लिवर में वसा के जमाव को कम करने में सहायक बनता है।
एक्सरसाइजलीवर की सेहत के लिए जहां उसकी सफाई जरूरी है वही इसकी कार्यप्रणाली को दुरुस्त बनाने के लिए थोड़ा व्यायाम या कसरत भी जरूरी है। रोजाना नियमित 30 मिनट की कसरत से लीवर की आयु बढ़ाई जा सकती है। भोजन के बाद 10 – 15 मिनट टहलें।