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यौन शक्ति बढ़ाने के अलावा ब्रेस्ट कैंसर, ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक से बचाता है ये पौधा

By उस्मान | Updated: September 5, 2018 16:47 IST

इस पौधे की छाल में पोटैशियम, कैल्शियम, मैगनिशियम, जिंक, कॉपर आदि तत्व भी पाए जाते हैं जिससे आपको विभिन्न बीमारियों से बचने में मदद मिलती है

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अर्जुन का पेड़ एक औषधीय पौधा होता है। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कई रोगों के इलाज में किया जाता है।इसमें बहुत से पोषक तत्‍व और खनिज पदार्थ होते है जो कि हड्डियों के नुकसान को रोकने में मदद कर‍ते है। यह अल्‍सर, मूत्र रोग आदि के इलाज में भी लाभदायक होते है। यह मुहांसे दूर करने, सफेद बाल को काला करने, मुंह के छालों को ठीक करने, घाव भरने के काम भी आता है। इसमें बीटा-सिटोस्टिरोल, इलेजिक एसिड, ट्राईहाइड्रोक्सी ट्राईटरपीन, मोनो कार्बोक्सिलिक एसिड, अर्जुनिक एसिड आदि भी पाए जाते हैं। इसके अलावा इस पेड़ की छाल में पोटैशियम, कैल्शियम, मैगनिशियम, जिंक, कॉपर आदि तत्व भी पाए जाते हैं। चलिए जानते हैं इससे आपको क्या-क्या स्वास्थ्य फायदे होते हैं। 

1) दिल की सेहत के लिए बेहतर चीज आयुर्वेद में हृदय संबंधी रोगों के उपचार के लिए अर्जुन छाल का उपयोग किया जाता है। क्योंकि इसमें हृदय की रक्षा करने और दिल को मजबूत करने वाले गुण होते है। अर्जुन छाल हृदय के बाएं निचले हिस्से के कार्यविधि को ठीक करने के लिए उपयोग किया जाता है। अर्जुन छाल का उपयोग हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने और हृदय द्वारा खून को पूरे शरीर में पहुंचाने की क्षमता में वृद्धि करने में किया जाता है। 

2) ब्रेस्ट कैंसर से होता है बचाव अर्जुन की छाल में कासुआर्निन नामक घटक होता है जो कि स्तन कैंसर के विषाणुओं की वृद्धि को रोकने मदद करता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट गुण इसे और अधिक प्रभावी बनाते है। जिन महिलाओं को स्तन कैंसर की शिकायत होती है उनके लिए अर्जुन छाल का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है।

3) गैस्ट्रिक अल्‍सर को रोकने में मिलती है मददअर्जुन छाल में उपस्थित मेथनॉल हेलीकॉक्‍टर पिलोरी और लिपोपोलिसैक्‍साइड प्रेरित गैस्ट्रिक अल्‍सर को रोकने मदद करता है। इसके लिए अर्जुन छाल का एक टुकड़ा लें और इसे आठ घंटों तक पानी में भींगने दें। फिर इससे काढ़ा बना लें और ठंडा कर इसे नियमित रूप से सेवन करे यह आपके पेट के अल्‍सर को ठीक करने मे मदद करेगा और साथ ही पेट को स्‍वस्‍थ रखेगा।  

4) शारीरिक कमजोरी होती है दूर अर्जुन छाल का उपयोग अधिक थकान और शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए किया जाता है। यह पुराने निम्‍न ग्रेड बुखार को कम करने में लाभकारी होता है। यह सीधे ही बुखार को कम नहीं करता पर यह बुखार में ली जाने वाली दवाओं की सहायता करता है। यह बुखार और उसके संक्रमण को दूर करने में मदद करता है। यह कमजोरी को दूर कर शरीर में ऊर्जा देता है।

5) कैंसर से होता है बचावअर्जुन की छाल में भरपूर मात्रा में फ्लेवोनोइड्स व एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे तत्व मौजूद होते हैं। जो फ्री रेडिकल्स के हानिकारक प्रभाव को कम करके बॉडी की इम्युनिटी क्षमता को बढ़ाते हैं। अर्जुन की छाल बढ़ती आयु की परेशानियां, डायबिटीज, कैंसर व दिल से जुड़ी बीमारियों को दूर करने में भी सहायक होती है।

6) हार्ट अटैक का खतरा होता है कम इसके अतिरिक्त अर्जुन की छाल का सेवन करने से हार्ट अटैक का खतरा भी कम हो जाता है। प्रतिदिन सुबह-शाम एक गिलास पानी में 3 ग्राम अर्जुन की छाल का पाउडर मिलाकर पीने से दिल की सूजन व ब्लॉकेज की समस्या दूर हो जाती है। 

7) ब्लड प्रेशर रहता है कंट्रोल अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो प्रतिदिन अर्जुन की छाल का सेवन करें। हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को ज्यादातर स्ट्रोक, हार्टअटैक, किडनी डैमेज जैसी समस्याओं के होने का खतरा रहता है। ऐसे में अर्जुन की छाल का सेवन करने से यह सभी समस्याएं नहीं होती हैं। 

8) कामेच्छा बढ़ाने में मददगार अर्जुन पेड़ की सफेद छाल का पाउडर बनाकर उसे दूध में मिलाकर रात में सेवन भी कामेच्छा बढ़ाने में मददगार है। यह पाउडर किसी भी आयुर्वेदिक दवा की दुकान पर उपलबध होता है।

इस बात का रखें ध्यान अगर आप ऊपर बताई गई समस्याओं से बचने के लिए अर्जुन के पेड़ का इस्तेमाल करने की योजना बना रहे हैं, तो पहले आपको डॉक्टर या एक्सपर्ट से सलाह ले लेनी चाहिए। चूंकि यह एक पेड़ है जिसका ज्यादा या गलत तरीके से सेवन करने से आपको कई समस्याएं हो सकती हैं। 

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