कमर या पेट पर किसी तरह की कोई गांठ बनना और उस हिस्से में तेज दर्द होना हर्निया का संकेत हो सकता है। हर्निया एक ऐसे बीमारी है, जिसमें शरीर के किसी अंग का सामान्य से अधिक विकास होने लगता है। इस रोग में असहनीय दर्द होता है।
हर्निया तब होता है जब पेट की दीवार के माध्यम से निचले आंत का एक हिस्सा टूट जाता है। जब आप भारी वस्तुओं को उठाते हैं, जोर से खांसते हैं या कब्ज की वजह से पेट पर असर पड़ता है, तो आपको तेज दर्द महसूस होता है।
हर्निया सबसे अधिक पेट में होता है। हालांकि, वे आपकी ऊपरी जांघ, कमर और पेट के निचले हिस्से में भी हो सकता है। हालांकि हर्निया जानलेवा नहीं है लेकिन कई मामलों में जटिलताओं को रोकने के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
एक अध्ययन के अनुसार, हर दस में से एक व्यक्ति उसके जीवनकाल में एक बार हर्निया का सामना करना पड़ता है। इसके उपचार के लिए सर्जरी की जरूरत होती है और उसके बाद रिकवर करने में कम से कम छह हफ्ते लगते हैं। लेकिन सभी मरीज ऑपरेशन नहीं करवाना चाहते हैं। अब सवाल यह है कि क्या सर्जरी के बिना हर्निया का इलाज हो सकता है?
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कुछ उपायों के जरिये हर्निया पर काबू पाया जा सकता है। इस बात का ध्यान रखें कि यह सिर्फ उपाय हैं, जिनका कोई दुष्प्रभाव नहीं है, लेकिन अगर आपको इनसे भी आराम नहीं मिलता है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
1) हर्निया बेल्टआजकल बाजार में हर्निया के उपचार के लिए बेल्ट उपलब्ध है। माना जाता है कि बेल्ट को लगाने से आपके पेट पर ज्यादा दबाव नहीं बनता है। इस बेल्ट को पूरे दिन लगाना होता है और नहाते समय उतार सकते हैं। यह बेल्ट आपको ऑनलाइन भी मिल जायेगी जो बहुत सस्ते में उपलब्ध है। ध्यान रहे कि बेल्ट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।
2) खांसते-छींकते हर्निया पर हाथ रखेंअगर आप बेल्ट लगाते हैं, तो भी आपको खांसी, छींक या पॉटी के लिए जोर लगाते समय हर्निया पर जोर से पकड़कर रखना चाहिए। ध्यान रहे कि इस समय न सिर्फ हर्निया को बल्कि दूसरी तरफ का हिस्सा भी पकड़ें।
3) धीरे-धीरे चलेंहर्निया होने पर चलते समय आंत पर जोर पड़ता है और ऐसा लगता है जैसे वो निकलने वाली है। इसलिए कोशिश करें कि बहुत आराम से चलें और नंगे पैर चलें क्योंकि इससे आप बहुत आसानी से पैरों को उठा सकते हैं।
4) आंत पर असर डालने वाली चीजों से बचेंइस दौरान आपको खाने-पीने की ऐसी चीजों से बचना चाहिए, जो आंतों को प्रभावित करती हैं। कुछ चीजें आंतों में सूजन, गैस और जलन पैदा कर सकती हैं। ऐसे में आपका पेट फूला हुआ और थका हुआ महसूस हो सकता है। यदि यह आंत की सूजन है, तो यह अंतर-पेट के दबाव का कारण बन रहा है, जो कि अच्छा नहीं है। आपको चीनी, चिकन, मांस और मसालेदार चीजों के सेवन से बचन चाहिए।
5) हल्की एक्सरसाइज करेंहर्निया के लिए कुछ एक्सरसाइज होती हैं, जो आप किसी एक्सपर्ट की निगरानी में कर सकते हैं। इससे पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद मिलती है और पेट की समस्याओं से भी राहत मिलती है। इसके लिए कुछ आसान योगासन भी हैं।