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Heart attack first aid: हार्ट अटैक आने पर तुरंत करें ये 6 काम, मरीज की बच सकती है जान

By उस्मान | Updated: June 24, 2021 12:32 IST

हार्ट अटैक आने पर अगर मरीज को सही समय पर सही मदद मिल जाए तो उसकी जान बच सकती है

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ठळक मुद्देसही समय पर सही मदद मिल जाए तो बच सकती है मरीज की जानकिसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करेंडॉक्टर बताई गई दवाओं को साथ में रखें

दिल का दौरा या हार्ट अटैक का नाम सुनते ही लोग घबरा जाते हैं। हार्ट अटैक के लक्षण महसूस होने पर अगर मरीज या उसके आसपास मौजूद लोग सही समय पर कुछ जरूरी निर्देशों का पालन करें, तो मरीज की जान बचाई जा सकती है।

इस स्थिति में तुरंत मेडिकल हेल्प की जरूरत होती है। किसी भी व्यक्ति में इसके लक्षण दिखने पर उसका इलाज जितनी जल्दी शुरू किया जाना चाहिए। हालांकि अगर समय पर मरीज को सही मदद मिल जाए तो उसके बचने की संभावना बढ़ जाती है। 

हार्ट अटैक क्यों आता है ?

आपको यह पता है कि हमारे पूरे शरीर में खून का प्रवाह हर समय बना रहता है इस खून को शरीर में प्रवाहित करने का काम हार्ट (हृदय या दिल) करता है। हृदय का दायां हिस्सा आपके शरीर में मौजूद खून को आपके फेफड़ों में पंप करता है। 

यहां से खून में ऑक्सीजन घुलती है और फिर वो खून आपके हृदय के बाएं हिस्से में प्रवेश करता है। आपके हृदय का बायां हिस्सा इस ऑक्सीजनयुक्त खून को दोबारा पंप करता है और शरीर के सभी अंगों तक भेजता है। हार्ट अटैक तब आता है जब खून आपके हृदय तक नहीं पहुंच पाता है इससे हृदय की कोशिकाएं मरने लगती हैं।

हार्ट अटैक के लक्षण

हार्ट अटैक होने पर सीने में तेज दर्द होता है कई बार सीने का दर्द बाएं कंधे और जबड़े के बीच चलता हुआ महसूस होता है। इसके अलावा पीठ के बीचों-बीच रीढ़ की हड्डी पर भी तेज दर्द महसूस हो सकता है।

अचानक आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है और चेतना खोने लगती है, बेहोशी सी छाने लगती है। अगर व्यक्ति चल रहा है या खड़ा है, तो वो चलते-चलते गिर सकता है। तेज दर्द के साथ-साथ चेहरे और माथे पर पसीना आने लगता है और तेज गर्मी महसूस होती है।

हार्ट अटैक आने पर क्या करें

ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण के महसूस होने पर आपको कुछ बातों का ध्यान रखना है। सही समय इन सभी निर्देशों का पालन करने पर हार्ट अटैक के मरीज (भले ही वो स्वयं आप हों) की जान बच सकती है।

- सबसे पहले एंबुलेंस को कॉल करें नैशनल इमरजेन्सी नंबर 102 पर कॉल करें या अपने राज्य की इमरजेन्सी एंबेलेंस सेवा नंबर पता करके इसे फोन में सेव करके रखें।

- आप जहां, जिस भी स्थिति में वहीं बैठ जाएं अगर आपके आसपास कुर्सी या सीट है, तो उस पर बैठ जाएं। अगर कुछ नहीं है, तो जमीन पर बैठ जाएं।अगर आपके कपड़े टाइट हैं, तो इन्हें तुरंत ढीला करें शर्ट की ऊपर की बटन खोलें और गले में टाई पहनी है, तो इसे ढीली करें।

- जोर-जोर से गहरी सांसें लें सांसें लेते समय गिनती गिनें जितनी गहरी और जल्दी-जल्दी आप सांसें लेंगे, आपके फेफड़ों को उतनी जल्दी ऑक्सीजन मिलेगा।

- 300 एमजी की एस्प्रिन टेबलेट को तुरंत चबा लें किसी व्यक्ति को अगर पहले हार्ट अटैक आ चुका है या वो हाई ब्लड प्रेशर का शिकार है, तो उसे अपने साथ 2-3 एस्प्रिन की टेबलेट्स जरूर रखनी चाहिए। 

- अगर आप इतने काम कर लेते हैं, तो एंबुलेंस के आने तक और अस्पताल पहुंचने तक आपको पर्याप्त समय मिल जाएगा। अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टर आपकी देखरेख और जांच, इलाज शुरू कर सकते हैं। 

- इस तरह आप हार्ट अटैक के खतरे को थोड़ी सावधानी से दूर कर सकते हैं। अगर आपको कभी भी दिल की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल की समस्या रही है, तो अपने साथ पर्स या जेब में 2 टेबलेट 300 एमजी एस्प्रिन और दो टेबलेट नाइट्रोग्लिसरीन की जरूर रखें।

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