Health Tips: कोरोना से रिकवरी के बाद करवाना ना भूलें ये टेस्ट, कम से कम 3 महीने तक रहें बेहद सावधान

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Updated: December 28, 2020 10:11 IST2020-12-28T10:03:31+5:302020-12-28T10:11:43+5:30

कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां कोरोना संक्रमण से उबर चुके मरीज इसकी चपेट में फिर से आ गए। ऐसे में हम आपको इस लेख में जरूरी सावधानियां बता रहे हैं...

Health Tips: What tests to do after recovery from Coronavirus | Health Tips: कोरोना से रिकवरी के बाद करवाना ना भूलें ये टेस्ट, कम से कम 3 महीने तक रहें बेहद सावधान

कोरोना महामारी की वजह से हमारे जीवन में व्यापक बदलाव आए हैं।

Highlightsकोरोना से उबर चुके लोगों को भी फिर से संक्रमित होने का खतरा।कोरोना से उबरने के बाद कुछ टेस्ट कराने बेहद जरूरी।डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए ज्यादा खतरा।

भारत में रविवार (27 दिसंबर) तक संक्रमण के कुल मामले करीब 1 करोड़ 2 लाख हो गए हैं। इसके साथ ही अब तक 97 लाख से ज्यादा लोगों के ठीक होने से राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 95.82 प्रतिशत हो गई है।

फेफड़ों का सिटी स्कैन करवाना बेहद जरूरी

भले ही 95 प्रतिशत से ज्यादा लोग देश में इस संक्रमण से उबर चुके हैं, लेकिन ऐसे लोगों को एहतियात रखना बेहद जरूरी है। डॉक्टरों के मुताबिक जो लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं उन्हें फेफड़ों का सिटी स्कैन करवाना बेहद जरूरी है, ताकि समय रहते किसी अन्य परेशानी का पता चल सके।

कम से कम 3 महीनों तक रखें खास ख्याल

इस महामारी से उबर चुके लोगों को 3 महीने तक अपना खास ख्याल रखना चाहिए। डॉक्टर सलाह देते हैं कि इस दौरान उन्हें अधिक से अधिक विटामिन सी और डी से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए, ताकि इम्युनिटी मजबूत हो।

अपनी आंखों को छूने से बचें, नाक और मुंह पर भी बगैर साफ किए हाथ ना लगाएं।
अपनी आंखों को छूने से बचें, नाक और मुंह पर भी बगैर साफ किए हाथ ना लगाएं।

कोरोना मुक्त होने के बाद यह ना समझें कि आप इस बीमारी की चपेट में फिर से नहीं आ सकते। आपको फिर भी सतर्क रहना जरूरी है। मास्क और हैंड सैनिटाइजर के इस्तेमाल के अलावा ऐसे लोगों को ये टेस्ट भी जरूर कराने चाहिए...

डी-डिमर टेस्ट (D-Dimer Test):

शोधों के मुताबिक कोरोना वायरस शरीर में खून को चिपचिपा कर कई जगह क्लॉट्स बनाने लगता है और इस कारण मरीज को थ्रांबोसिस की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। 

इस टेस्ट में खून के ब्लॉकेज या खून के गाढ़े होने का पता लगता है, जो लोग पहले से हाई कोलेस्ट्रॉल, बीपी या डायबिटीज की समस्या से जूझ रहे हैं, उन्हें खासतौर से इस टेस्ट को करवाने के लिए कहा जाता है।

छींकते और खांसते वक्त अपने मुंह के सामने टिश्यू/रुमाल जरूर रखें।
छींकते और खांसते वक्त अपने मुंह के सामने टिश्यू/रुमाल जरूर रखें।

लिवर और किडनी की जांच (LFT, KFT Test):

कोरोना वायरस डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित लोगों को ज्यादा परेशानी में डाल सकता है, इसलिए अधिकतर मामलों में डॉक्टर कोरोना के मरीजों को किडनी और लिवर की जांच के लिए कह सकते हैं।

Web Title: Health Tips: What tests to do after recovery from Coronavirus

स्वास्थ्य से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे