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कोरोना वायरस के इलाज की हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी 'कोरोना कवच' और 'कोरोना रक्षक' से आपको क्या फायदे होंगे

By उस्मान | Updated: June 29, 2020 12:48 IST

coronavirus health insurance policy: इरडा ने बीमा कंपनियो को 10 जुलाई से कोरोना के इलाज के लिए स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी पेश करने को कहा है

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ठळक मुद्देबीमा कंपनियो को 10 जुलाई से कोरोना के इलाज के लिए स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी पेश करने को कहा हैदोनों ही पॉलिसी के मामले में नियामक ने स्पष्ट किया है कि प्रीमियम पूरे देश में एक जैसा होगा।इसके तहत अस्पताल में भर्ती होने, घर पर ही इलाज कराने पर पहले और बाद के खर्चों को कवर मिलेगा

भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन से निकले इस खात्रानका वायरस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। कोरोना वायरस का अभी तक कोई स्थायी इलाज नहीं मिला है। हालांकि तमाम वैज्ञानिक इसकी दवा या टीका खोजने में जुटे हैं। बताया जा रहा है कि अगले साल तक इसकी दवा तैयार हो सकती है।

इस बीच इंश्योरेंस रेगुलेटरी डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया इरडा (IRDAI) ने कोरोना वायरस के लिए दो स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों 'कोरोना कवच' (Corona Kavach)और 'कोरोना रक्षक' (Cornoa Rakshak) के लिए दिशानिर्देशों की घोषणा की है। 

लाइव मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, इरडा ने साफ कर दिया है कि बीमा कंपनियों को एक समान सुविधाओं, नियमों और शर्तों के साथ 10 जुलाई तक कम अवधि वाली स्टैंडर्ड कोविड चिकित्सा बीमा पॉलिसी पेश करनी होगी। इरडा की ओर से दिए हुए निर्देशों के अनुसार यह पॉलिसी साढ़े तीन महीने, साढ़े छह महीने और साढ़े नौ महीने की रखी जा सकती हैं। चलिए जानते हैं दोनों बीमा पॉलिसियों की कुछ खास बातें।

कोरोना कवच पॉलिसी (Corona Kavach policy)

कोरोना कवच पॉलिसी कोरोना की किसी भी स्थिति के उपचार की लागत को कवर करेगी, जिसमें पुरानी और मौजूदा स्थितियाँ शामिल हैं। इस पॉलिसी की अवधि 3.5 से 9.5 महीने के बीच रहेगी। कोरोना कवच में 50,000 रुपये से पांच लाख रुपये तक का सम इंश्योर्ड होगा।

कोरोना कवच में अस्पताल में भर्ती होने पर रूम, पीपीई किट, ग्लव्स, मास्क व अन्य खर्च शामिल होंगे। आयुष ट्रीटमेंट भी इसमें कवर होगा। घर पर रहकर इलाज होने की दशा में भी 14 दिन के लिए इलाज का खर्च कवर किया जाएगा। इस पॉलिसी में 18 से 65 साल के लोगों का बीमा हो सकेगा। इसमें तीन महीने से 25 साल की उम्र के आश्रित बच्चों का भी बीमा किया जाएगा। परिवार को शामिल करने का विकल्प केवल 'कोरोना कवच' में होगा। 

कोरोना रक्षक पॉलिसी (Corona Rakshak policy)

कोरोना रक्षक पॉलिसी की अवधि 105 दिन, 195 दिन और 285 दिन तय की गई है। इस पॉलिसी में सम इंश्योर्ड की सीमा 50,000 रुपये से ढाई लाख रुपये तय की गई है। इस पॉलिसी में भी 18 से 65 साल के लोगों का बीमा हो सकेगा

कोरोना रक्षक' के मामले में कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद मरीज को कम से कम 72 घंटे अस्पताल में भर्ती होना होगा। उसे सम इंश्योर्ड की पूरी राशि एकमुश्त दे दी जाएगी। इसमें भी तीन महीने से 25 साल की उम्र के आश्रित बच्चों का भी बीमा किया जाएगा। 'कोरोना रक्षक' एक व्यक्तिगत पॉलिसी होगी।

दोनों पॉलिसी की कुछ खास बातें

- सभी जनरल और हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों को अनिवार्य रूप से 'कोरोना कवच' पॉलिसी जारी करने को कहा गया है- 'कोरोना रक्षक' पॉलिसी को वैकल्पिक रखा गया है। - इन दोनों ही पॉलिसी के मामले में नियामक ने स्पष्ट किया है कि प्रीमियम पूरे देश में एक जैसा होगा। - क्षेत्र के आधार पर प्रीमियम में बदलाव की अनुमति नहीं होगी।  - 15 दिन के वेटिंग पीरियड पर दोनों पॉलिसी एक्टिव हो जाएंगी और इनका प्रीमियम एकमुश्त देना होगा।- इन बीमा उत्पादों में कोविड के इलाज के साथ ही किसी अन्य पुरानी अथवा नयी बीमारी के इलाज का खर्च भी शामिल होना चाहिये।- इसके तहत अस्पताल में भर्ती होने, घर पर ही इलाज कराने, आयुष से उपचार करने और अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्चों को कवर मिलेगा। 

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