इलायची भारत मशहूर मसाला है। इसे 'मसालों की रानी' के रूप में जाना जाता है। यह एक ऐसा मसाला है जिसका इस्तेमाल अक्सर भारतीय व्यंजनों में किया जाता है। इसके अलावा इसका सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा में इस्तेमाल किया जाता रहा है। आयुर्वेदिक चिकित्सा में इलायची का उपयोग पाचन समस्याओं, मुंह के छालों और अवसाद के इलाज के लिए किया जाता है।
इलायची का स्वाद ही लाजवाब नहीं है बल्कि इसके अनगिनत स्वास्थ्य लाभ भी हैं। अगर आपको अस्थमा, फेफड़े में संकुचन जैसी कोई समस्या है तो इलायची का सेवन करना आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा। सर्दी-खांसी में भी इलायची का सेवन लाभकारी है। इलायची में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कैंसर के खतरे को दूर रखने में सहायक होते हैं।
इलायची के पोषक तत्वइलायची में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कैंसर के खतरे को दूर रखने में सहायक होते हैं। इसमें मौजूद आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, मैगनीज, सल्फर, कॉपर और विटामिन-सी जैसे पोषक तत्व आपको विभिन्न समस्याओं से बचाने में सहायक हैं। इसके अलावा इसमें एंटीओक्सिडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं, जो दिल को स्वस्थ रखने ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मददगार हैं।
इलायची वाला दूध पीने के फायदेइलायची के इस्तेमाल से आपको गैस, सर्दी-खांसी, हीटबर्न, ब्रोंकाइटिस, कब्ज, लीवर की समस्याएं, आंतों की ऐंठन, मूत्र संबंधी समस्याएं, पित्ताशय की थैली समस्या, संक्रमण, कम हुई भूख, गले में खराश और आईबीएस जैसी गंभीर समस्याओं से राहत पाने और बचने में मदद मिल सकती है। इतना ही नहीं रोजाना इलायची और शहद का दूध पीने से स्पर्म काउंट भी तेजी से बढ़ता है।
सामग्री10 साबुत हरी इलायची 2 कप दूध3 चम्मच कच्चा शहद1 चम्मच वेनिला जूस
विधिएक मीडियम पैन में दूध और कुचल इलायची के बीज मिलाएं। एक उबाल आने के बाद इसमें शहद मिक्स कर लें। अब वेनिला जूस मिक्स करें और 5 मिनट के लिए ढक कर रखें। इलायची के दानों को निकालने के लिए एक छलनी के माध्यम से दूध डालें। आखिर में इलायची पाउडर या दालचीनी पाउडर छिड़कें।