लाइव न्यूज़ :

बिल्ली को घर के अंदर ही रखें, उनके स्वास्थ्य और आपके लिए रहेगा अच्छा

By भाषा | Updated: April 17, 2019 15:02 IST

Open in App

बिल्ली प्रेमियों के बीच चल रही कम से कम एक यह बहस अब खत्म हो गई है कि पालतू बिल्लियों को घर के अंदर रखें या बाहर भी जाने दें। वैज्ञानिकों का कहना है कि बिल्लियों को घर के अंदर रखना ही निश्चित रूप से अच्छा होता है।

रॉयल सोसाइटी जर्नल बायोलॉजी लेटर्स में वैज्ञानिकों ने कहा कि घर तक सीमित रहने वाली पालतू बिल्लियों की तुलना में बाहर जाने वाली बिल्लियों को वास्तव में, करीब तीन गुणा रोगाणुओं या परजीवियों से संक्रमित होने की आशंका होती है।

शोधकर्ताओं ने कहा कि घर के लोगों को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए क्योंकि बिल्लियों के बीमारियों से मनुष्य भी संक्रमित हो सकते हैं। अगर बिल्लियां घर के बाहर समय बिताती हैं, तो उनके किसी प्रकार के बग या विषाणु से संक्रमित होने की आशंका रहती हैं।

अल्बामा के औबर्न विश्वविद्यालय के फारेस्ट्री एडं वाइल्डलाइफ साइंसेज स्कूल की शोधकर्ता केलिघ चाल्कोवस्की ने कहा कि इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप दुनिया के किस कोने में रहते है। अपनी बिल्लियों को घर के अंदर रखने से संक्रमण से होने बीमारियों से उन्हें बचा सकते हैं। अमेरिका में लगभग नौ करोड़ पालतू बिल्लियां हैं, और दुनिया भर में इनकी संख्या लगभग 50 करोड़ हैं। 

टॅग्स :हेल्थ टिप्स
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यडॉ. रोहित माधव साने को “Personality of the Year 2025” का सम्मान

स्वास्थ्यबिहार हेल्थ विभागः टॉर्च की रोशनी में ऑपरेशन, ठेले पर स्वास्थ्य सिस्टम, बिहार में आम बात?, आखिर क्यों स्वास्थ्य मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक थपथपा रहे हैं पीठ?

स्वास्थ्यबाप रे बाप?, हर दिन JK में 38 कैंसर केस, 5 साल में 67037 का आंकड़ा और 2024 में 14000 नए मामले

स्वास्थ्य1,738 पुरुषों की जांच, क्या दवा हिंसा और घरेलू हिंसा को कम कर सकती?, देखिए रिपोर्ट में बेहद दिलचस्प खुलासा

स्वास्थ्यUP: 972 सीएचसी और 3735 पीएचसी में वेंटिलेटर बेड नहीं, मरीजों को हो रही दिक्कत