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हमेशा कान में 'घूं घूं' की आवाज सुनाई देती है? इस दर्दनाक बीमारी का है संकेत, तुरंत करें ये 6 काम

By उस्मान | Updated: September 4, 2019 15:43 IST

इस तरह की आवाज आपको दिन में बेवजह आती रहती है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। एक्सपर्ट मानते हैं कि बेवजह इस तरह की आवाज आना गंभीर संक्रमण या एलर्जी का संकेत हो सकता है जिसे नजरअंदाज करना आपको भारी पड़ सकता है.

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कई बार जब आप तकिये पर करवट लेकर सोते हैं या अपने हाथों से कानों को ढकते हैं, तो आपने नोटिस किया होगा कि कानों से 'घूं घूं' की आवाज आती है। इस दौरान ऐसी आवाज आना नॉर्मल है जिससे आपको कोई खतरा नहीं है। कानों के दबने से इस तरह की आवाज आने का कारण गले की नस (jugular vein) और कैरोटिड धमनी (carotid artery) के दबने से आती है क्योंकि इनमें रक्त प्रवाह होता है। यह दोनों कान के पीछे स्थित होती हैं। 

लेकिन अगर इस तरह की आवाज आपको दिन में बेवजह आती रहती है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। एक्सपर्ट मानते हैं कि बेवजह इस तरह की आवाज आना गंभीर संक्रमण या एलर्जी का संकेत हो सकता है जिसे नजरअंदाज करना आपको भारी पड़ सकता है। दरअसल कान में इस तरह की आवाज आने की वजह कान की यूस्टेचियन ट्यूब (Eustachian tube) है।

यह ट्यूब नाक और गले को मध्य कान से जोड़ती है। कभी-कभी इसमें खराबी होने से आपको कई बाहरी आवाज सुनाई देती हैं जो आपस में मिक्स होकर 'घूं घूं' जैसी सुनाई पड़ती हैं। कई बार यह खुद साफ हो जाती है लेकिन कई मामलों में आपको डॉक्टर के पास जाना पड़ सकता है।

मेडिकल भाषा में इस स्थिति को कानों का बजना या टिनिटस (Tinnitus) कहते हैं। टिनिटस को रक्तवाहिनियों की समस्या या उम्र के साथ सुनने की शक्ति क्षीण होने से जोड़कर देखा जा सकता है। टि‍निटस की समस्या में कानों के अंदर बिना किसी कारण आवाज गूंजती है। लेकिन इसका उपचार भी किया जा सकता है। आवाज का गूंजना एक या दोनों कानों में भी हो सकता है। इसके अलावा यह समस्या कुछ दिनों तक या लंबे समय तक रह सकती है।

टिनिटस के कारण और लक्षण

तेज आवाजों के संपर्क में आने के कारण यह समस्या पैदा हो सकती है। किसी फैक्ट्री या साउंड उपकरणों का शोर टिनिटस कर समस्या पैदा कर सकता है। कान में वैक्स इकट्टा होना भी इसका एक कारण है। कभी कभी हमारे कानों में अतिरिक्त मात्रा में मोम जम जाता है, जो टिनिटस की समस्या को जन्म दे सकता है।

कान की हड्डी का बढ़ना भी इस समस्या के लिए जिम्मेदार हो सकता है, इससे सुनने की क्षमता पर विपरीत असर पड़ता है। ऐसा लगने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।टिनिटस के लक्षणों में कानों में सि‍सकारी, दहाड़ जैसी आवाजें, कानों का बजना एवं आवाज का कानों में गूंजते रहना आदि शामिल हैं।  

टिनिटस का इलाज

- कान को समय-समय पर साफ करते रहें- कान में काफी मोम जम गया है तो इसे निकालना बहुत जरूरी है- अत्यधिक शोर वाले स्थान से दूरी बनाएं रखें - कानों को ढंकने के लिए मास्क का प्रयोग कर सकते हैं, जिससे शोर शराबे से सुरक्ष‍ित रह सकें - ऐसे यंत्रों का प्रयोग करें, जो पर्यावरण संबंधी आवाजों के स्त्रोत होते हैं - कई बार दवाईयों के साइड इफेट्स के रूप में टिनिटस की समस्या सामने आती है

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