लाइव न्यूज़ :

Diabetes diet tips: कोरोना काल में डायबिटीज कंट्रोल रखना जरूरी, खायें ये 5 फल, घटेगा ब्लड शुगर, बढ़ेगा इंसुलिन

By उस्मान | Updated: June 24, 2020 13:53 IST

Diabetes diet tips during coronavirus and summer: कोरोना वायरस से लड़ने और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए जरूर खाएं ये फल

Open in App
ठळक मुद्दे डायबिटीज और ब्लड प्रेशर से जूझ रहे लोगों को कोरोना का अधिक खतरा हैइम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होने से डायबिटीज के मरीजों को इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता हैइन फलों के सेवन से गर्मियों की अन्य बीमारियों से भी बचने में मिल सकती है मदद

डायबिटीज के मरीजों को इससे जुड़ी जटिलताओं से बचने के लिए ब्लड ग्लूकोज का लेवल कम बनाए रखने की आवश्यकता होती है। आप जो भी कुछ खाते या पीते हैं उससे आपका ब्लड शुगर लेवल प्रभावित होता है। इसलिए मरीजों को ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है जो ब्लड शुगर को कम कर सकते हैं। 

कोरोना वायरस वैसे तो स्वस्थ लोगों को भी अपनी चपेट में ले सकता है लेकिन अध्ययनों में कहा गया है कि कुछ पुरानी बीमारियों जैसे डायबिटीज और ब्लड प्रेशर से जूझ रहे लोगों को इसका अधिक खतरा है। यही वजह है कि डायबिटीज से पीड़ित लोगों को कोरोना से बचने के लिए बेहद सतर्क रहने की जरूरत है।

एक रिपोर्ट के अनुसार, दरअसल जब कोई डायबिटीज की चपेट में आता है, तो सिर्फ उसका ब्लड ग्लूकोज लेवल ही प्रभावित नहीं होता बल्कि शरीर में इंसुलिन लेवल भी प्रभावित होता है। इसके कम होने से कई परेशानियां शुरू हो जाती हैं जिनमें इम्यूनिटी सिस्टम प्रभावित होना भी शामिल है। 

इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होने से डायबिटीज के मरीजों को इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। कोरोना संकट के साथ गर्मियों का भी मौसम जारी है। हम आपको कुछ ऐसे फलों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर घटाने और इंसुलिन बढ़ाने के लिए खा सकते हैं। साथ ही इनके सेवन से वायरस से बचने में भी मदद मिल सकती है। 

तरबूजतरबूज का जीआई 72 है और जीएल 4 है इसलिए जिस व्यक्ति को डायबिटीज है वह मौसमी फल का आनंद ले सकता है। इससे शरीर को भरपूर मात्रा में पानी मिलता है। साथ ही यह एंटीऑक्सिडेंट से भरा होता है। यह विटामिन और खनिजों का भी भंडार है। यह विटामिन सी दैनिक आवश्यकता का 14-16% हिस्सा पूरा करता है।

स्ट्रॉबेरीस्ट्रॉबेरी का जीआई 41 है और जीएल 3 है। डायबिटीज के मरीजों को विटामिन सी के लिए इस फल का सेवन करना चाहिए। इससे आपको इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत करने में मदद मिल सकती है। ये फोलेट का एक अच्छा स्रोत भी हैं जो सामान्य ऊतक विकास के लिए महत्वपूर्ण है। स्ट्रॉबेरी त्वचा के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छी होती है और मैंगनीज और पोटैशियम भी प्रदान करती है।

चेरीचेरी में जीआई 20 है और जीएल 6 है। डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति अपने आहार में चेरी को आसानी से शामिल कर सकता है। ये एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं और दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। चेरी खाने से नींद की गुणवत्ता में भी सुधार हो सकता है।

सेबसेब के फायदे काफी प्रसिद्ध हैं। सेब का जीआई 39 है और जीएल 5 है। यह भी विटामिन सी और फाइबर का एक अच्छा स्रोत है, वजन घटाने में मदद करता है, इसमें प्रीबायोटिक प्रभाव होता है और अच्छे आंत बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है। ध्यान रहे कि डायबिटीज रोगियों को अधिक मात्रा में फलों का सेवन नहीं करना चाहिए।

प्लमपल्म का जीआई 40 है और जीएल 2 है। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह बेहतर विकल्प है। इसे आलूबुखारा भी कहते हैं जोकि फाइबर, विटामिन सी, ए और के और मैग्नीशियम, फास्फोरस और कैल्शियम जैसे खनिजों से भरपूर होता है। आलूबुखारा प्रतिरक्षा प्रणाली के कामकाज को भी बढ़ाता है।

टॅग्स :कोरोना वायरसकोविड-19 इंडियाहेल्थ टिप्सडायबिटीज डाइटडायबिटीजहेल्थी फूड
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत