Dengue, Malaria, Chikungunya Tips: मानसून का मौसम जितना सुहाना होता है, उतना खतरनाक भी है। इस मौसम में बारिश, नमी, उमस और मच्छरों के पनपने से डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी खतरनाक बीमारियों का खतरा होता है। इस सीजन में हर साल सैकड़ों लोग इन रोगों से अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। डबल्यूएचओ की रिपोर्ट के दुनियाभर में हर साल करीब 40 करोड़ लोग डेंगू का शिकार होते हैं और लाखों की मौत हो जाती है। इसी तरह मलेरिया और चिकनगुनिया से भी करोड़ों लोग प्रभावित होते हैं। खैर, बचाव ही इन बीमारियों से बचने का बेहतर तरीका है फिर भी आपके घर या आसपास कोई पीड़ित है, तो आपको उसकी हालत को गंभीर होने से बचाने के लिए इन उपायों को अपनाना चाहिए।
1) डेंगूडेंगू बीमारी ऐसा बुखार है जिसे महामारी के रूप में देखा जाता है। बड़ों के मुकाबले बच्चों में यह रोग जल्दी फैलता है। डेंगू जानलेवा भी हो सकता है। डेंगू में ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार चढ़ता है। सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होना इसके आम लक्षण हैं। यह बुखार जानलेवा साबित भी हो जाता है। डेंगू बुखार के लक्षण मच्छर के काटने के 3 से 14 दिनों के बाद स्पष्ट हो पाते हैं। डेंगू का मच्छर गंदे पानी की बजाय साफ पानी में ही पनपता है। इसलिए घर के अंदर या घर के आसपास पानी ना जमने दें। बरसात में गमलों, कूलरों, टायर आदि में एकत्रित हुए पानी में यह मच्छर ज्यादा पाया जाता है।
डेंगू के इलाज के लिए इस्तेमाल करें पपीते के पत्ते पपीता खाने के ढेरों फायदे आप सभी जानते होंगे लेकिन क्या आप पपीते के पत्तों के फायदे जानते हैं। कई बीमारियों में पपीते के पत्ते का रस फायदे देता है। डेंगू, मलेरिया आदि के अलावा पपीते के पत्ते का जूस हार्ट अटैक, मधुमेह, डेंगू व कैंसर से बचाता है। रिसर्च के मुताबिक पपीते के पत्ते के रस में डेंगू के बुखार और बीमारी की अवधि को कम करने की क्षमता है। साथ ही इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाकर यह इंफेक्शन से बचाने में करता है। इतना ही नहीं इसके पत्तों का रस पीने से कब्ज जैसी समस्या से बचने में भी मदद मिलती है। चलिए जानते हैं कि इससे आपकी सेहत को और क्या-क्या फायदे होते हैं।
2) मलेरिया यह रोग प्लाज्मोडियम नामक परजीवी मादा मच्छर के काटने से फैलता है जोकि संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छर से वाहक होता है। मलेरिया होने पर तेज बुखार और कंपकंपी होती है। मलेरिया के कारण शरीर की रेड ब्लड सेल्स नष्ट होने लगती हैं और रोगी की हालत गंभीर होने लगती है। लेकिन मलेरिया का पूर्ण रूप से और आसानी से इलाज संभव है। बुखार के दौरान प्लेटलेट्स कम होना इसका मुख्य लक्षण है। सही समय पर इलाज नहीं कराने से मौत हो भी सकती है।
मलेरिया के इलाज के लिए इस्तेमाल करें अदरक अदरक आपके इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करता है। जिससे आपको इन्फेक्शन से लड़ने की ताकत मिलती है और रोग से जल्दी आराम मिलता है। अदरक में सक्रिय घटक जिंजरोल होता है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, यही वजह है कि अदरक को मलेरिया समेत कई बीमारियों के इलाज के लिए सबसे प्रभावी प्राकृतिक उपचारों में से एक माना जाता है।
3) चिकनगुनिया चिकनगुनिया वायरस जनित बीमारी है और ये इंफेक्टेड एडिस मच्छर के काटने से फैलती है। ऐसे में सबसे जरूरी है कि मच्छरों के काटने से बचकर रहें। अपने आस-पास सफाई रखें। पूरे कपड़े पहनें और सतर्क रहें। वैसे तो चिकनगुनिया जानलेवा नहीं होती है पर पीड़ित इंसान तेज भुखार, बहुत दर्द और कमजोरी से गुजरता है। यह बीमारी सेहत पर लम्बे समय तक असर डाल सकती हैं।
चिकनगुनिया के इलाज के लिए इस्तेमाल करें गिलोय कैप्सूलइसके लक्षणों को कम करने के लिए आप गिलोय कैप्सूल ले सकते हैं। डॉक्टर की सलाह पर रोजाना खाने के बाद एक ग्राम के दो कैप्सूल लें। वैज्ञानिक रूप से इसे टिनसपोरा कॉर्डिफोलिया कहा जाता है। इसे आम भाषा में 'गुडुची' कहा जाता है। इस पौधे का विभिन्न बीमारियों से जुड़े बुखार का इलाज करने के लिए आयुर्वेदिक और हर्बल दवाओं में उपयोग किया जाता है। इसके एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी आर्थराइटिक गुणों से लक्षणों से राहत मिलेगी। इसमें एंटीमाइक्रोबायल गुण भी होते हैं जो संक्रमण से तुरंत राहत दिलाते हैं।
डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीज खाएं ये चीजें
1) संतरा- यह आवश्यक पोषक तत्वों जैसे विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर का भंडार है। डेंगू से जल्दी आराम पाना चाहते हैं, तो संतरा जरूर खायें।
2) पपीता- इसके बीज एडीस मच्छर के लिए जहरीले हैं। पपीता डेंगू रोगियों में तेजी से प्लेटलेट बढ़ाता है। पत्तियों का रस पीनसे प्लेटलेट्स काउंट बढ़ता है।
3) खिचड़ी- फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर खिचड़ी खाने से आपको बीमारी से लड़ने की शक्ति मिलती है। इसे निगलना और पचाना आसान है।
4) हर्बल टी- हर्बल टी डेंगू बुखार के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है। इलायची, पुदीना या अदरक जैसे स्वाद चुनें।
5) नारियल पानी- यह पानी, आवश्यक खनिजों और इलेक्ट्रोलाइट्स का प्राकृतिक स्रोत है। इससे शरीर में तरल स्तर नियंत्रित रहता है।
6) वेजिटेबल जूस- गाजर, ककड़ी, और अन्य पत्तेदार सब्जियां डेंगू के इलाज के लिए अच्छे होते हैं। ये सब्जियां आवश्यक विटामिन और खनिजों से भरी हुई हैं।