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COVID symptoms: ये 5 लक्षण दिखते ही तुरंत अस्पताल में भर्ती हो जाएं मरीज, हेल्थ मिनिस्ट्री ने जारी की लक्षणों की सूची

By उस्मान | Updated: May 4, 2021 12:19 IST

कोरोना के सभी मरीजों को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं है

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ठळक मुद्देकोरोना के सभी मरीजों को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं है सांस की कमी होने पर तुरंत जाएं अस्पताल

कोरोना वायरस का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि लोग हल्के लक्षण महसूस होने पर भी अस्पताल भाग रहे हैं। जबकि एक्सपर्ट्स यह मानते हैं कि कोरोना के सभी लक्षणों में अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है क्योंकि हल्के लक्षणों का होम आइसोलेशन में ही डॉक्टर की सलाह पर किया जा सकता है। 

कोरोना के लक्षणों की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने क्रोना वायरस के ऐसे संकेत और लक्षणों को सूचीबद्ध किया जिसमें किसी मरीजो को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता होती है।

कोरोना के ऐसे मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत

-हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने कहा कि अगर मरीज का ऑक्सीजन लेवल गिर रहा है या सीने में दर्द हो रहा है तो मरीज को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता है। 

- एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया ने भी कहा कि ऑक्सीजन लेवल 93 से नीचे जाने, अत्यधिक थकान या सीने में दर्द ऐसे संकेत हैं जिनमें मरीज को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है। 

- मंत्रालय ने हल्के लक्षणों वाले लोगों को सलाह दी कि यदि सांस लेने में कठिनाई महसूस हो या पांच दिनों से अधिक समय तक तेज बुखार या गंभीर खांसी बनी रहे, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें। 

- मध्यम संक्रमण वाले मरीज जिनकी श्वसन दर 24 प्रतिशत से अधिक है, सांस और ऑक्सीजन लेवल 90 से 92 प्रतिशत के बीच है, उन्हें मेडिकल वार्ड में प्रवेश के लिए सलाह दी गई है।

- गंभीर संक्रमण वाले ऐसे मरीज जिनकी श्वसन दर 30 प्रति मिनट से अधिक है, सांस और ऑक्सीजन लेवल 90 प्रतिशत से कम है, उन्हें तुरंत आईसीयू में भर्ती होने की सलाह दी गई है।

भारत में कोविड-19 के मामले दो करोड़ के पार

भारत में कोविड-19 के मामले दो करोड़ का आंकड़ा पार कर गए हैं और महज 15 दिनों में संक्रमण के 50 लाख से अधिक मामले आए हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस के एक दिन में 3,57,229 नए मामले आने से संक्रमण के मामले बढ़कर 2,02,82,833 पर पहुंच गए जबकि 3,449 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 2,22,408 पर पहुंच गई है।

भारत में कोविड-19 के मामले 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे जिसके 107 दिन बाद पांच अप्रैल को संक्रमण के मामले 1.25 करोड़ पर पहुंच गए। हालांकि महामारी के मामलों को 1.50 करोड़ का आंकड़ा पार करने में महज 15 दिन लगे।

सुबह आठ बजे तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 34,47,133 हो गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 17 प्रतिशत है। कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की दर 81.91 प्रतिशत है।

आंकड़ों के मुताबिक, इस बीमारी से उबरने वाले मरीजों की संख्या 1,66,13,292 पर पहुंच गई है जबकि मृत्यु दर 1.10 प्रतिशत है।

भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे। इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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