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COVID-19 vaccine: कोरोना वायरस का टीका कब आएगा, कौन सा टीका कितना प्रभावी है ?

By उस्मान | Updated: November 17, 2020 10:58 IST

कोरोना वायरस वैक्सीन अपडेट : जानिये कौन-कौन से टीका का अंतिम परीक्षण चल रहा है

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ठळक मुद्देवायरस से दुनियाभर में अब तक 55,349,611 संक्रमित कोरोना वायरस से अब तक 1,332,328 लोगों की मौत

कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. चीन से निकले इस खतरनाक वायरस से दुनियाभर में अब तक 55,349,611 संक्रमित हो गए हैं जिनमें से 1,332,328 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि इससे उबरने वालों की संख्या भी बढ़कर 38,493,570 हो गई है। 

कोरोना का अभी तक कोई स्थायी इलाज या टीका उपलब्ध नहीं हुआ है हालांकि कई कम्पनियां दावा कर रही हैं कि इस साल के अंत तक या अगले साल तक कोई न कोई टीका उपलब्ध हो जाएगा।

फिलहाल कई बड़ी कंपनियों के टीके का अंतिम परीक्षण जारी है और दावा किया जा रहा है कि उनका टीका कोरोना वायरस के खिलाफ काफी असरदार है। आपको बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कम से कम 50 फीसदी की प्रभावशीलता के लिए न्यूनतम मानक की सिफारिश की है. चलिए जानते हैं कि किस कंपनी के टीका कोविड-19 के खिलाफ कितना प्रभावी है।

मॉडर्ना का टीका 94.5% प्रभावी होने का दावाअमेरिका की जैव प्रौद्योगिकी कंपनी मॉडर्ना ने दावा किया है कि उसका टीका कोविड-19 को लेकर रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में 94.5 प्रतिशत तक सफल है। मॉडर्ना ने भी महामारी के खिलाफ जारी अभियान में उम्मीद जगाते हुए कहा कि उसका टीका 94.5 प्रतिशत तक प्रभावी पाया गया है। 

मॉडर्ना के सीईओ स्टीफन बैंसेल ने कहा, 'कोविड-19 के हमारे संभावित टीके के विकास में यह एक महत्वपूर्ण पल है। हमने जनवरी की शुरुआत से इस वायरस पर काम किया है। हमारा उद्देश्य दुनिया में अधिक से अधिक लोगों को इस महामारी से बचाना रहा है।  

फाइजर और बायोएनटेक का टीका 90% प्रभावीमहज एक ही सप्ताह पहले फाइजर और बायोएनटेक ने कहा था कि उनका संभावित टीका 90 प्रतिशत से अधिक प्रभावी पाया गया है। करीब 43 हजार लोगों ने जांच में भाग लिया था।

बायोएनटेक के सह-संस्थापक और सीईओ प्रो उगुर साहिन ने कहा कि अगर सब कुछ ठीक चलता रहा, तो इस साल के अंत में या अगले साल की शुरुआत में टीका उपलब्ध कराया जाना शुरू हो जाएगा। साहिन ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि टीका लोगों के बीच संक्रमण को कम कर देगा और साथ ही साथ किसी ऐसे व्यक्ति में लक्षणों को विकसित होने से रोकेगा जिन्होंने टीका लगवा लिया होगा।

रूस का स्पुतनिक-वी टीका 92 प्रतिशत प्रभावी रूस ने कहा है कि अंतरिम परीक्षण परिणामों के अनुसार कोरोना से लोगों की रक्षा करने में रूस का स्पुतनिक वी वैक्सीन 92 प्रतिशत प्रभावी है। बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ रूस के दो टीके 'प्रभावी' और 'सुरक्षित' हैं तथा तीसरा टीका भी आने वाला है। उन्होंने यह भी कहा कि टीका संबंधी मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।

भारत में कोरोना के मामले 88 लाख पारभारत में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में सामने आने वाले नए मामलों की संख्या चार महीने बाद 30,000 से नीचे रही और इसके साथ ही भारत में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 88.74 लाख हो गई, हालांकि इनमें से स्वस्थ हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 82,90,370 हो गई। 

एक दिन में कोविड-19 के 29,163 मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 88,74,290 हो गई है तथा 449 और लोगों की मौत हो जाने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,30,519  हो गई। 

आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार सातवें दिन उपचाराधीन संक्रमित लोगों की संख्या पांच लाख से नीचे रही। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के उपचाराधीन मामले 4,53,401 हैं जो कि संक्रमण के कुल मामलों का 5.11 प्रतिशत है। 

इसके अलावा, स्वस्थ हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 82,90,370 हो गई है और लोगों के स्वस्थ होने की दर 93.42 प्रतिशत हो गई है, जबकि कोविड-19 के कारण मृत्युदर 1.47 प्रतिशत है। 

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार 16 नवम्बर तक कुल 12,65,42,907  नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई, जिनमें से 8,44,382 नमूनों की जांच सोमवार को ही की गई।

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