कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने कहा कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन का पहला बैच जनवरी में उपलब्ध हो सकता है। हाल ही में कंपनी को परीक्षण के दौरान साइड इफेक्ट्स का सामना करना पड़ा था।
जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी के प्रमुख रक्सांड्रा ड्रैघिया अकाली ने कहा, 'कंपनी अपनी कोविड-19 वैक्सीन के पहले बैच को जनवरी में आपातकालीन उपयोग के लिए शुरू कर सकती है।
अंतिम चरण में है परीक्षण
मालूम हो कि जॉनसन एंड जॉनसन ने साइड इफेक्ट सामने आने के बाद परीक्षण को रोक दिया था। बताया जा रहा है कि परीक्षण जल्द ही दोबारा शुरू हो सकता है।
कंपनी ने कहा था कि इसके तहत अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, चिली, कोलंबिया, मैक्सिको और पेरू में 60 हजार लोगों पर वैक्सीन का परीक्षण किया जाएगा।
वैक्सीन बनाने की रेस में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन सबसे आगे चल रही थी, मगर बीते दिनों कुछ वालंटियर की कोविशील्ड टीका लेने के बाद हालत बिगड़ने पर तीसरे चरण के परीक्षण छह सितंबर को रोकने पड़े थे। हालांकि, ब्रिटेन और भारत में दोबारा शुरू हो चुके हैं। जबकि, अमेरिका या अन्य देशों ने अभी दोबारा मंजूरी नहीं दी।
चूहों में कोरोना वायरस संक्रमण रोकने में सफल रहा था जॉनसन एंड जॉनसन
बीते दिनों जॉनसन एंड जॉनसन के साथ साझेदारी में विकसित कोविड-19 टीके के परीक्षण में पाया गया कि उससे ऐसे एंटीबॉडी बने जिनसे चूहों को नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाया जा सका।
नेचर मेडिसिन पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार इस टीके ने सीरियाई सुनहरे चूहों में मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाया और उन्हें निमोनिया जैसे अनेक रोगों तथा मौत से बचाया जा सका।
जॉनसन एंड जॉनसन तथा बर्थ इजराइल डीकोनेस मेडिकल सेंटर (बीआईडीएमसी) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित टीके में सामान्य सर्दी जुखाम के वायरस ‘एडिनोवायरस सीरोटाइप 26’ (एडी26) का इस्तेमाल किया गया है।
निमोनिया और मौत का खतरा हो सकता है कम
नेचर मेडिसिन पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार इस टीके ने सीरियाई सुनहरे चूहों में मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाया और उन्हें निमोनिया जैसे अनेक रोगों तथा मौत से बचाया जा सका। जॉनसन एंड जॉनसन तथा बर्थ इजराइल डीकोनेस मेडिकल सेंटर (बीआईडीएमसी) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित टीके में सामान्य सर्दी जुखाम के वायरस 'एडिनोवायरस सीरोटाइप 26' (एडी26) का इस्तेमाल किया गया है।
कोरोना से अब तक 1,165,289 लोगों की मौत
पूरी दुनिया में कोरोना का खतरा कम होने का नाम नहीं ले रहा है. चीन से निकले इस खतरनाक वायरस से अब तक 43,825,003 लोग संक्रमित हो गए हैं जिनमें से 1,165,289 लोगों की मौत हो गई है। इस वायरस से सबसे ज्यादा अमेरिका प्रभावित हुआ है। यहां कोरोना से 231,045 लोगों की मौत हुई है और 8,962,783 लोग संक्रमित हुए हैं।
भारत में कोरोना के मामले 79 लाख पार
श में तीन महीने बाद पहली बार एक दिन में कोविड-19 के नए मामले 40 हजार से कम सामने आए हैं। वहीं इस दौरान मृतक संख्या भी 500 से कम रही। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में एक दिन में कोविड-19 के 36,470 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के मामले बढ़कर 79,46,429 हो गए। वहीं 488 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,19,502 हो गई।
भारत में 72,01,070 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही मरीजों के ठीक होने की दर 90.62 प्रतिशत है। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.50 प्रतिशत है। देश में लगातार पांच दिन से उपचाराधीन लोगों की संख्या सात लाख से कम ही है। अभी कुल 6,25,857 लोगों का कोरोना वायरस का इलाज जारी है, जो कुल मामलों का 7.88 प्रतिशत है।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)