COVID vaccine: कोरोना वायरस का टीका लगवाने से पहले और बाद में इन 10 बातों का रखें ध्यान
By उस्मान | Updated: March 4, 2021 11:22 IST2021-03-04T11:18:51+5:302021-03-04T11:22:50+5:30
कोरोना वायरस वैक्सीन टिप्स: टीका लगने के मतलब यह नहीं है कि आपको कोरोना नहीं हो सकता है

कोरोना का टीका
भारत में अब तक 1.63 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना वायरस का टीका लग चुका है। टीका लगने के बाद साइड इफेक्ट्स का कोई बड़ा मामला सामने नहीं आया है। हालांकि कुछ लोगों ने हल्के दुष्प्रभाव या हल्के बीमारी की सूचना दी है।
महाराष्ट्र के कोविड-19 टास्क फोर्स के सदस्य डॉक्टर शशांक जोशी ने कहा कि भारत में इस्तेमाल होने वाले दोनों टीके, भारत बायोटेक का 'कोवाक्सिन' और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का 'कोविशिल्ड' बिल्कुल सुरक्षित हैं। इनके बहुत मामूली साइड-इफेक्ट्स हैं, अन्य टीकों के मुकाबले न के बराबर हैं।
हम आपको कुछ ऐसी जरूरी बातें और सावधानियां बता रहे हैं, जिनका आपको टीकाकरण से पहले और बाद में बहुत ज्यादा ध्यान रखना चाहिए।
टीकाकरण से पहले इन बातों का रखें ध्यान
- यदि किसी व्यक्ति को दवा, या ड्रग्स से एलर्जी है, तो चिकित्सक से बात करनी जरूरी है। कम्पलीट ब्लड काउंट (सीबीसी), सी-रिएक्टिव प्रोटीन (सीआरपी), या इम्युनोग्लोबुलिन-ई (आईजीई) लेवल के लिए चिकित्सा सलाह लें।
- जो लोग टीके लो लेकर चिंता महसूस कर रहे हैं, उन्हें अच्छी तरह से खाना चाहिए और दवाइयां लेनी चाहिए। जितना संभव हो उतना आराम करने की कोशिश करनी चाहिए।
- डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को इन पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। कैंसर रोगियों, विशेष रूप से कीमोथेरेपी करा रहे लोगों को चिकित्सा सलाह पर कार्य करना चाहिए।
- जिन लोगों को कोविड-19 उपचार के दुआरण ब्लड प्लाज्मा या मोनोक्लोनल एंटीबॉडी प्राप्त हुए हैं, या जो पिछले डेढ़ महीने में संक्रमित हुए हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे अभी वैक्सीन न लें।
टीकाकरण के बाद इन बातों का रखें ध्यान
- किसी भी तत्काल गंभीर एलर्जी की प्रतिक्रिया से बचाव के लिए वैक्सीन प्राप्त करने वाले को वैक्सीन केंद्र पर ही नजर रखी जाती है। लोगों में जब कोई दुष्प्रभाव नहीं दिखता तो उन्हें जाने दिया जाता है।
- इंजेक्शन लगने के बाद दर्द और बुखार जैसे दुष्प्रभाव आम हैं। इससे घबराने की कोई बात नहीं है। ठंड लगने और थकान जैसे कुछ अन्य दुष्प्रभावों की भी उम्मीद की जा सकती है, लेकिन ये कुछ ही दिनों में दूर हो जाते हैं।
इन बातों का भी रखें विशेष ध्यान
- टीके प्रतिरक्षा प्रणाली को सिखाते हैं कि बाहरी खतरे को कैसे पहचाना और लड़ना है। आमतौर पर वायरस के खिलाफ सुरक्षा (प्रतिरक्षा) का निर्माण करने के लिए शरीर के टीकाकरण के बाद कुछ सप्ताह लगते हैं।
- इसका मतलब है कि टीकाकरण के तुरंत बाद कुछ दिनों में एक व्यक्ति कोविड-19 से संक्रमित हो सकता है, क्योंकि व्यक्ति के पास प्रतिरक्षा विकसित करने के लिए पर्याप्त समय नहीं होगा।
- इसलिए टीकाकरण के बाद भी मूल एहतियाती उपायों का पालन किया जाना चाहिए। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना, हाथ की स्वच्छता और सामाजिक दूरी को इसलिए नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि आपको टीका लग गया है।
देश में कोविड-19 के 17,407 नए मामले सामने आए
भारत में एक दिन में कोविड-19 के 17,407 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,11,56,923 हो गई। देश में करीब एक महीने बाद 17 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले 29 जनवरी को 24 घंटे में वायरस के 18,855 नए मामले सामने आए थे।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 89 और मरीजों की संक्रमण से मौत हुई और मृतक संख्या बढ़कर 1,57,435 हो गई है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी 1,73,413 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 1.55 प्रतिशत है। देश में 1,08,26,075 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 97.03 प्रतिशत हो गई। वहीं, कोविड-19 से मृत्यु दर 1.41 प्रतिशत है।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)