COVID-19 vaccine: 4 राज्यों में कोविड-19 वैक्सीन का ड्राई रन आज से, जानिये टीकाकरण कब होगा शुरू, क्या हैं तैयारियां ?
By उस्मान | Updated: December 28, 2020 09:55 IST2020-12-28T09:19:16+5:302020-12-28T09:55:43+5:30
जानिये कोरोना टीकाकरण से पहले देश में ड्राई रन क्यों किया जा रहा है

कोरोना वायरस वैक्सीन
कोरोना की वैक्सीन आने से पहले केंद्र सरकार अपनी पूरी तैयारी कर लेना चाहती है। इसलिए 28 और 29 दिसंबर को चार राज्यों में वैक्सीनेशन का ड्राई रन करेगी। ये राज्य है पंजाब, असम, आंध्र प्रदेश और गुजरात। इन राज्यों के दो जिलों में ये ड्राई रन किया जाएगा। इस ड्राई रन के जरिए सरकार वैक्सीन आने पर जो तैयारी कर रही है उसे सुनिश्चित करना चाहती है।
टीका के पंजीकरण के लिए ऑनलाइन सुविधा शुरू की
अहमदाबाद नगर निगम ने प्राथमिकता समूहों के लोगों के वास्ते कोरोना वायरस के टीके के पंजीकरण के लिए ऑनलाइन सुविधा शुरू की है। निगम के अनुसार, शहर में प्राथमिकता वाले समूहों के ऐसे लोग जिन्होंने अभी तक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के साथ अपना पंजीकरण नहीं कराया गया है, वे ऑनलाइन अपना पंजीकरण करवा सकते हैं।
नागरिक निकाय ने स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों, 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों तथा 50 वर्ष से कम उम्र के ऐसे लोगों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की है जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं।
गुजरात सरकार ने पहले कहा था कि उसने 3.9 लाख स्वास्थ्य कर्मियों की पहचान कोरोना वायरस टीकाकरण के लिए पहले प्राथमिकता समूह के रूप में की है। उनमें 2।71 सरकारी डॉक्टर, नर्स, लैब सहायक और अन्य कर्मी शामिल हैं।
ऑक्सफोर्ड वैक्सीन को मिल सकती है मंजूरी
भारत में कोरोना वायरस की रोकथाम के संभावित टीके को जनवरी में बाजार में उतारने की तैयारियां चल रही हैं, ऐसे में सूत्रों का कहना है कि भारतीय औषध नियामक की नजर ब्रिटेन के औषध नियामक पर है जो सूत्रों के मुताबिक ऑक्सफोर्ड द्वारा निर्मित कोविड-19 के टीके को अगले हफ्ते मंजूरी दे सकता है।
भारतीय नियामक उसके बाद ही सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा बनाए जा रहे टीकों के आपात स्थिति में इस्तेमाल के बारे में फैसला लेगा।
भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके ‘कोवैक्सिन’ के आपात इस्तेमाल को मंजूरी देने की प्रक्रिया में कुछ वक्त लग सकता है क्योंकि इसके तीसरे चरण के परीक्षण अभी भी चल रहे हैं वहीं फाइजर ने अभी तक अपने टीके का प्रस्तुतिकरण नहीं दिया है।
भारत बायोटेक, सीरम इंस्टीट्यूट और फाइजर ने इस महीने की शुरुआत में अपने कोविड-19 टीकों के आपात इस्तेमाल के लिए डीसीजीआई को आवेदन दिया था। फाइजर निर्मित टीके को ब्रिटेन, अमेरिका और बहरीन समेत अनेक देश मंजूरी दे चुके हैं।
कोविड-19: देश में छह महीने में एक ही दिन में संक्रमण के सबसे कम मामले
देश में रविवार को करीब छह महीने की अवधि में कोविड-19 के एक दिन में सबसे कम 18,732 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,01,87,850 हो गए।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार, देश में अब 2.78 लाख मरीजों का इलाज चल रहा है, जो 170 दिनों में सबसे कम संख्या है। यह संख्या कुल मामलों की केवल 2.47 प्रतिशत है। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), नयी दिल्ली के नेतृत्व में जीनोमिक निगरानी संघ, आईएनएसएसीओजी बनाया गया है।
इस समय ब्रिटेन से लौटे 50 से अधिक लोगों के नमूनों की विशिष्ट प्रयोगशालाओं में अध्ययन के लिए जीनोम श्रृंखला बनाई जा रही हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस मुद्दे पर कोविड-19 पर राष्ट्रीय कार्य बल (एनटीएफ) की बैठक के बाद कहा कि सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कोविड-19 के पांच प्रतिशत पुष्ट मामलों की संपूर्ण जीनोम श्रृंखला की जांच की जाएगी।
कोरोना वायरस के उत्परिवर्तित प्रकार का पता लगाने और रोकने की रणनीति के तहत ऐसा किया जा रहा है। उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे की अवधि में संक्रमण के 18,732 नए मामले सामने आए। देशभर में इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 97,61,538 हो गई, जिससे स्वस्थ होने वालों की राष्ट्रीय दर बढ़कर 95.82 प्रतिशत तक पहुंच गई।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

