COVID-19 update: देश में कोरोना से अब तक करीब 3.92 लाख लोगों की मौत, एम्स ने बताए तीसरी लहर से बचने के 3 उपाय
By उस्मान | Updated: June 24, 2021 11:17 IST2021-06-24T11:15:23+5:302021-06-24T11:17:51+5:30
कोरोना के नए मामलों में कमी हो रही है और इस बीच तीसरी लहर की भी आशंका जताई जा रही है

कोरोना वायरस
भारत में एक दिन में कोविड-19 के 54,069 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,00,82,778 हो गई। वहीं 1,321 और लोगों की मौत के बाद कोविड-19 महामारी से जान गंवाने वालों संख्या बढ़कर 3,91,981 हो गई।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 6,27,057 हो गई, जो कुल मामलों का 2.08 प्रतिशत है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 96.61 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मामलों में कुल 16,137 कमी आई है।
मंत्रालय की ओर से सुबह सात बजे जारी किए गए आंकडों के अनुसार, भारत में पिछले 24 घंटे में 64.89 लाख लोगों को कोविड-19 रोधी टीके लगाए गए। अभी तक टीके की कुल 30.16 करोड़ खुराक लोगों को दी जा चुकी है। नमूनों के संक्रमित आने की दैनिक दर 2.91 प्रतिशत है, जो पिछले 17 दिन से पांच प्रतिशत से कम बनी है। नमूनों के संक्रमित आने की साप्ताहिक दर भी कम होकर 3.04 प्रतिशत हो गई है। संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या लगातार 42वें दिन संक्रमण के नए मामलों से अधिक रही।
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 2,90,63,740 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। कोविड-19 से मत्यु दर 1.30 प्रतिशत है। अभी तक कुल 39,78,32,667 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 18,59,469 नमूनों की जांच बुधवार को की गई।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
कोरोना की तीसरी लहर से बचने के उपाय
एम्स निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि तीसरी लहर हमारे हाथ में हैं। अगर हम इसे आने से रोकना चाहते हैं तो हमें 2-3 चीजों को करना चाहिए। पहली यह कि हमें सख्ती से कोविड एप्रोप्रिएट बिहैवियर का पालन करना चाहिए।
1) कोविड अप्रोप्रिएट बिहैवियर
जब केस कम हो रहे हैं तो हमें उसी गलती को नहीं दोहराना चाहिए जो पहली लहर के दौरान की गई थी। हमने सोचा कि वायरस चला गया है और अब हम जो चाहे वह कर सकते हैं।
हमें यह समझना चाहिए कि वायरस नहीं गया है, अभी भी है, म्यूटेट हो रहा है और चिंता बढ़ाने वाला रूप धर रहा है। इसलिए कोविड अप्रोप्रिएट बिहैवियर बहुत जरूरी है। अगर हम मास्क पहनते हैं, फीजिकल डिस्टेंस का पालन करते हैं, हाथ धोते हैं, भीड़ लगाने से बचते हैं तो कोई भी वेरिएंट फैल नहीं पाएगा।'
2) निगरानी
गुलेरिया ने बताया, 'कोरोना की तीसरी लहर को आने से रोकने के लिए जो दूसरी महत्वपूर्ण चीज है, वह है- निगरानी। जिस किसी भी इलाके में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, पॉजिटिविटी रेट बढ़ रहा है, अस्पतालों में मरीज बढ़ रहे हैं तो हमें उस इलाके को कंटेन करने की जरूरत है, सख्ती से वहां पाबंदियां लगाने की जरूरत है ताकि वायरस न फैले। उस इलाके में बड़ी तादाद में टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटिंग (इलाज) की जरूरत है ताकि वहां जितने भी कोरोना पॉजिटिव हों, उनका टेस्ट कर उन्हें आइसोलेट किया जा सके।'
3) टीकाकरण
डॉक्टर गुलेरिया ने आगे कहा, 'तीसरी लहर को रोकने के लिए जो तीसरी महत्वपूर्ण चीज है, वह है तेजी से वैक्सीनेशन। ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग जाने से गंभीर रूप से बीमारों की संख्या कम होगी और संक्रमण की कमी टूटेगी। अगर हम इन 2-3 चीजों को करते हैं तो तीसरी लहर आएगी ही नहीं या फिर देर से आएगी और बहुत कमजोर रहेगी।'
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)