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COVID-19 treatment at home: स्टेज-4 कैंसर के मरीज ने घर में रहकर इन 5 आसान उपायों से कोरोना से जीती जंग

By उस्मान | Updated: August 6, 2020 10:32 IST

COVID-19 treatment at home: कोरोना से जंग जीतने वाला कैंसर के यह मरीज मिसाल बन गया है, आप भी इन तरीकों को आजमायें

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ठळक मुद्देकैंसर रोगी ने संतुलित आहार और योग एवं हल्के व्यायाम के जरिये जीती जंगकीमोथेरेपी के चलते शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली हो गई थी कमजोर

भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है और रोजाना 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 56,282 नए मामले सामने आने के बाद देश मे कोरोना के कुल मामले 19,64,537 हो गए हैं। देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 19,64,537 है जबकि 13 लाख से ज्यादा लोग ठीक हुए हैं। 

कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या अब 13,28,337 हो गई है। चीन से निकली इस महामारी से देश में मरने वालों का आंकड़ा 40 हजार के पार हो गया है। इसके साथ ही मृतकों का कुल आंकड़ा अब 40,699 हो गया है।

कोरोना का कोई स्थायी इलाज नहीं है लेकिन बेहतर खानपान और सुरक्षा उपायों को अपनाकर काफी हद तक इस बीमारी से बचा और लड़ा जा सकता है। इसका ताजा उदाहारण दिल्ली का कैंसर के एक मरीज है। 

संतुलित आहार और योग से मिली कोरोना से लड़ने में मदद

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में कैंसर का 50 वर्षीय एक रोगी संतुलित आहार और योग एवं हल्के व्यायाम के जरिये घर पर ही कोरोना वायरस से संक्रमण मुक्त हो गया। उसके चिकित्सक ने यह जानकारी दी।

कैंसर की चौथी स्टेज में जीती कोरोना से जंग

वह चौथे चरण के कैंसर का सामना कर रहा है। कीमोथेरेपी के चलते उसके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली भी कमजोर हो गई थी। चिकित्सक ने बताया कि उनके समक्ष सबसे बड़ी चुनौती कैंसर को नहीं बढ़ने देते हुए कीमोथेरेपी को दो हफ्ते के लिये स्थगित करना था। 

यह व्यक्ति एसोफैगस कैंसर से पीड़ित है। उसके 25 जून को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी और उसे घर पर ही पृथक रहने की सलाह दी गई थी क्योंकि उसमें कोविड-19 के लक्षण नहीं थे।

द्वारका स्थित आकाश हेल्थकेयर के मेडिकल ओंकोलॉजी (कैंसर विज्ञान) के निदेशक चंद्रगौड़ डोडागौदार ने बताया, 'रोगी को हर दो हफ्ते पर कीमोथेरेपी की जरूरत थी, जो तीन महीने पहले शुरू हुई थी। जब वह कीमोथेरेपी के लिए आया तब हमने प्रोटोकॉल के मुताबिक उसकी जांच की और कोविड-19 की उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

कैंसर से इम्यून सिस्टम हो गया था कमजोर

उन्होंने बताया, 'कैंसर के उपचार के चलते उसके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बहुत कमजोर हो गई थी, हमने उसके लिये घर पर ही पृथक रहने का विकल्प चुना। उसे बुखार भी नहीं आया था। वह दो हफ्तों तक घर पर पृथक रहा और इसके बाद एक हफ्ते निगरानी में रहा।; 

फल-सब्जियों और एक्सरसाइज ने दिखाया असर

चिकित्सक ने बताया कि घर पर रोगी के पृथक रहने के दौरान उसे दर्द निवारक गोलियां दी गई। कैंसर उपचार को रोक दिया गया क्योंकि उसका कोरोना वायरस संकम्रण और गंभीर हो जाता। 

उन्होंने बताया कि रोगी को समुचित मात्रा में फल एवं सब्जियों सहित संतुलित आहार दिया गया और उसे घर में चहलकदमी करने जैसे हल्के व्यायाम कराये गये। मानसिक स्वास्थ्य के लिये योग कराया गया। साथ ही, अच्छा संगीत भी सुनने को कहा गया। उसकी कीमोथेरेपी 20 जुलाई से फिर से शुरू हो गई। 

इस बात का रखें ध्यान

एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कोरोना वायरस के हल्के लक्षणों वाले लोगों को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं है वो डॉक्टर की सलाह पर घर में खुद को अलग रखकर अपना इलाज कर सकते हैं। अस्पताल तभी जाएं, जब आपको लगेगी लक्षण बिगड़ते जा रहे हैं।

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