कोरोना वायरस का प्रक्प थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन से निकली इस महामारी की चपेट में अब तक 30,036,868 लोग आ गए हैं और 945,092 लोगों की मौत हो गई है। इस बीच पूरी दुनिया को इस जानलेवा बीमारी के मुंह में धकेलने वाले चीन ने कोरोना वायरस की रोकथाम और नियंत्रण के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किये हैं। आयोग ने इनमें कई बदलाव किये हैं। चलिए जानते हैं कि चीन के नए दिशा-निर्देश क्या-क्या हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग है जरूरी नेनाउ की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने चीन ने अपने नए दिशा-निर्देशों में कहा है कि कोरोना वायरस का संक्रमण मुख्य रूप से श्वसन बूंदों और निकट संपर्क के माध्यम से फैलता है। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए लोगों को इसका सख्ती से पालन करना चाहिए।
दूषित वस्तुओं या वातावरण से बचेंनए दिशा निर्देशों में कहा गया है कि संक्रमण के जोखिम तब होते हैं जब लोग कुछ विशेष परिस्थितियों में दूषित वस्तुओं या वातावरण के संपर्क में आते हैं। चीन से आयोग ने लोगों से दूषित वस्तुओं को छूने और वातावरण से बचने की सलाह दी है।
यात्रा करने वालों को 7 दिनों के आइसोलेशन की सलाहआयोग के दिशा-निर्देशों के नवीनतम संस्करण के अनुसार, यात्रा करने वाले लोगों को कम से कम 7 दिनों तक आइसोलेशन में रहना चाहिए। इससे कोरोना को फैलने से रोकने में मदद मिल सकती है।
क्वारंटाइन के बाद भी टेस्ट जरूरीआयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, यात्रियों को क्वारंटाइन की अवधि पूरी करने के बाद कोरोना की जांच करानी चाहिए। ऐसा करने से कोरोना को फैलने से रोकने में मदद मिल सकती है।
नेगेटिव रिजल्ट के बाद भी घर पर रहेआयोग की सलाह है कि रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी व्यक्ति को ओने घर में 7 दिनों के लिए अलग रहना चाहिए। इससे कोरोना के लक्षणों को फैलने से रोका जा सकता है।
देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 97894 नए मामले
कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकारों की लाख कोशिशों के बावजूद भी प्रकोप थमता नजर नहीं आ रहा है। देश में कोरोना के मरीज 51 लाख से पार हो गए हैं। इस बीच देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 97,894 नए मामले सामने आए। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 1132 मरीजों की मौत हुई है। अबतक 5118,254 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमे से 1009976 सक्रिय मामले हैं और 4025080 लाख ठीक हो गए हैं, जिन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। वहीं, 83198 मरीजों की मौत हो चुकी है।
कोविड-19 के उच्च स्तरीय देशव्यापी जांच के माध्यम से समय पर निदान ने उपचार के लिये संक्रमित मरीजों को पृथक-वास में भेजने तथा अस्पताल में भर्ती कराने के लिये बेहतर अवसर प्रदान किया है।
मंत्रालय ने कहा, भारत उन कुछ देशों में है जहां रोजाना बड़ी संख्या में जांच की जा रही है। देश में प्रयोगशालाओं के बेहतर नेटवर्क और इस तरह की अन्य सुविधाओं से इसमें पर्याप्त सहायता मिली है। इस उपलब्धि के आधार पर प्रति दस लाख पर जांच में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि वह बढ़ते क्रम की निरंतरता की इस प्रवृत्ति को बनाए रखेगा। जनवरी में सिर्फ पुणे में देश की एकमात्र प्रयोगशाला थी और अब देश में इसकी संख्या बढ़ कर 1678 हो गई है। इसमें 1,040 प्रयोगशालाएं सार्वजनिक क्षेत्र की जबकि 638 प्रयोगशालाएं निजी क्षेत्र की हैं।