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COVID-19: भारत में कोरोना के मामले 63 लाख पार, वायरस रोकने के लिए WHO ने बताए 5 असरदार उपाय

By उस्मान | Updated: October 1, 2020 11:56 IST

कोरोना से बचने के लिए WHO ने सभी देशों को कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं

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ठळक मुद्देमरीजों के ठीक होने की दर 83.53 फीसदीमृत्यु दर घटकर 1.56 प्रतिशतकुल 7,56,19,781 कोविड-19 नमूनों की जांच

भारत में कोविड-19 के 86,821 नये मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या 63 लाख से अधिक हो गई, जबकि 52,73,201 लोग अब तक इस महामारी से स्वस्थ हो चुके हैं। 

मरीजों के ठीक होने की दर 83.53 फीसदी

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, मरीजों के ठीक होने की दर 83.53 फीसदी है। आंकड़ों के अनुसार, नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या 63,12,584 हो गई है। वहीं, पिछले 24 घंटों में संक्रमण से और 1,181 लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 98,678 हो गई है। 

मृत्यु दर घटकर 1.56 प्रतिशत

आंकड़ों के अनुसार, देश में अब कोरोना वायरस संक्रमण के 9,40,705 मरीज उपचाराधीन हैं, जो कुल मामलों का 14.90 प्रतिशत है। कोविड-19 से मृत्यु दर घटकर 1.56 प्रतिशत तक रह गई है। 

भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख के पार, जबकि 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख के पार चले गए थे। संक्रमितों की संख्या 16 सितंबर को 50 लाख से अधिक हो गयी, जबकि 28 सितंबर को कुल मामले 60 लाख से अधिक हो गए। 

कुल 7,56,19,781 कोविड-19 नमूनों की जांच

आईसीएमआर के अनुसार अब तक देशभर में कुल 7,56,19,781 कोविड-19 नमूनों की जांच हो चुकी है। इनमें से सिर्फ 14,23,052 नमूनों की जांच बुधवार को हुई।  

हो सकती है 2 मिलियन लोगों की मौत

सीएनबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, डब्ल्यूएचओ के स्वास्थ्य आपात कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक माइक रयान ने कहा, 'यह निश्चित रूप से अकल्पनीय है, लेकिन यह 'असंभव नहीं' है, क्योंकि अगर हम नौ महीनों में 1 मिलियन लोगों की मौत होते हुए देखा है। अगर अगले नौ महीनों में कोई प्रभावी टीका नहीं मिलता है, तो कोरोना वायरस से मृत्यु का आंकड़ा 2 मिलियन हो सकता है। 

रयान ने कहा, 'असली सवाल यह है कि क्या हम सामूहिक रूप से इस बात के लिए तैयार हैं कि इस नंबर से बचने के लिए हमें क्या करना है?

इलाज में हुई प्रगति

रयान ने कहा, 'कोविड-19 की दर में धीरे-धीरे गिरावट आई है क्योंकि वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने ऑक्सीजन के बेहतर उपयोग और स्टेरॉयड डेक्सामेथासोन के माध्यम से गंभीर रूप से बीमार रोगियों के इलाज में प्रगति की है। 

रयान ने कहा, 'यदि विश्व के नेता कोरोना के उपायों को बेहतर ढंग से लागू नहीं करते हैं, तो कोविड-19 वैक्सीन के व्यापक रूप से उपलब्ध होने से पहले 2 मिलियन या उससे अधिक लोगों की मौत हो सकती है। 

सभी देशों को उठाने होंगे ठोस कदम

उन्होंने कहा, 'इस रणनीतिक दृष्टिकोण के हर पहलू पर अब कार्रवाई का समय है। सभी को परीक्षण, मरीजों के पहचान, देखभाल, स्वच्छता, मास्क और टीकों जैसी बातों का ध्यान रखना चाहिए। अगर हम सबने मिलकर कदन नहीं उठाए तो दो मिलियन का आंकड़ा तो तय है जोकि दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ) 

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