लाइव न्यूज़ :

मौज-मस्ती में भूल तो नहीं गए न ? एक बार फिर समझ लें- किन चीजों पर कितनी देर जिंदा रहता है कोरोना, बीमार होने से बच जाएंगे

By उस्मान | Updated: August 15, 2020 10:59 IST

ध्यान रहे संकट अभी टला नहीं है, बल्कि और ज्यादा बढ़ रहा है, इसलिए सतर्क रहें और सुरक्षित रहे

Open in App
ठळक मुद्देअब रोजाना 60 हजार के करीब नए मामले आ रहे हैं मौज-मस्ती में कोरोना को मत भूल जाना लॉकडाउन खुलने के बाद लोग बेफिक्र हो गए हैं

कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। चीन से निकले इस खतरानक वायरस ने दुनियाभर में अब तक 21,355,685 लोगों को संक्रमित कर दिया है। कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 763,367 हो गई है। हालांकि अब तक 14,149,309 लोग ठीक भी हुए हैं लेकिन बीमारी का खतरा अभी टला नहीं है। 

देश में कोरोना के मामलों की संख्या 2,525,222 हो गई है और यह आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है जबकि मरने वालों की संख्या 49,134 हो गई है। कोरोना की वजह से लागू लॉकडाउन खुल गया है और हालत पहले जैसे सामान्य होने लगे हैं लेकिन मरीजों की संख्या में अब ज्यादा उछाल आ गया है। देश में अब रोजाना नए मामलों की संख्या 60 हजार के पार हो गई है। 

देखा जा रहा है कि नॉर्मल लाइफ के चक्कर में लोग अब कोरोना के खिलाफ वैसी सुरक्षा नहीं बरत रहे हैं। यह भी मामले बढ़ने का एक कारण हो सकता है। अब लोग पहले की तरह हाथ धोना, सैनिटाइजर लगाना और मास्क पहनना आदि का कम पालन कर रहे हैं।

आपको बता दें कि खतरा अभी टला नहीं है। लोगों की यही गलतियां उनके लिए खतरा साबित हो रही हैं। आप भूल न गए हों इसलिए हम आपको एल बार फिर याद दिला रहे हैं कि कोरोना वायरस सतह पर कई घंटे का तक जीवित रहता है।   

1) प्लास्टिक कई अध्ययन इस बात की पुष्टि कर चुके हैं कि कोरोना वायरस प्लास्टिक पर कम से कम तीन दिनों तक चिपका रहता है। इसका मतलब यह हुआ कि अगर इस दौरान किसी ने उसे छुआ तो संभव है वो भी इसकी चपेट में आ जाए। 

2) स्टीलप्लास्टिक की तरह स्टील की वस्तुओं पर भी कोरोना वायरस तीन दिनों तक जीवित रहता है। इससे बचने के लिए आपको रोजाना कम से कम दो बार स्टील की चीजों को अच्छी तरह साफ करना चाहिए। 

3) लकड़ी जर्नल ऑफ हॉस्पिटल इन्फेक्शन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, कोरोना वायरस लकड़ी की वस्तुओं पर कम से कम चार दिनों का जिंदा रह सकता है। इस बीच इन चीजों के संपर्क में आने से संक्रमित होने का खतरा हो सकता है। 

4) मेटल/धातु इस अध्ययन के अनुसार, मेटल या धातु पर कोरोना का संक्रमण कम से कम पांच दिनों का चिपका रहता है। इसलिए इन चीजों की रोजाना सफाई करके आप संक्रमित होने से बच सकते हैं। 

5) कांच कांच की वस्तुओं पर कोरोना वायरस का संक्रमण चार दिनों तक रह सकता है। इसलिए आपको बेवजह अपने घर की वस्तुओं को भी छूने से बचना चाहिए। अगर संभव हो तो रोजाना इन्हें साफ करें। 

6) चीनी मिटटी की चीजों परअध्ययन में आगे बताया गया है कि चीनी मिटटी से बनी वस्तुओं पर कोरोना वायरस कम से कम पांच दिनों तक जीवित रह सकता है। अगर आपके घर में यह चीजें हैं, तो आपको इन्हें रोजाना साफ करना चाहिए। 

7) एल्यूमीनियमशोधकर्ताओं के अनुसार, एल्यूमीनियम की चीजों पर कोरोना वायरस कम से कम दो घंटे जिंदा रह सकता है। यहो वजह है कि एक्सपर्ट्स रोजाना इन चीजों की सफाई की सलाह देते हैं ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। 

8) लेटेक्सऐसा माना जाता है कि लेटेक्स से बनी चीजें जैसे कंडोम, ग्लव्स और पाइप पर कोरोना वायरस का संक्रमण कम से कम आठ घंटे तक जीवित रह सकता है। अगर आपके घर में ऐसी कोई चीजें है, तो उन्हें साफ करना न भूलें। 

9) टिश्यू पेपरबहुत से लोग टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि टिश्यू पेपर पर कोरोना वायरस का संक्रमण कम से कम तीन घंटे तक जीवित रह सकता है। इसलिए टिश्यू का इस्तेमाल करते ही इसके सही तरीके से निपटान कर दें। 

10) कपड़ों परशोधकर्ताओं का कहना है कि कोरोना वायरस कपड़े पर पूरा एक दिन रह सकता है। अगर आप बाहर जा रहे है तो घर वापस आने के तुरंत बाद कपड़ों को गर्म पानी से जरूर धोएं। 

11) पैसों पर अध्ययनकर्ताओं के अनुसार, पैसे पर वायरस लंबे समय तक जीवित नहीं रहता है क्योंकि ऐसी चीजों में रिक्त स्थान या छेद सूक्ष्म जीव को फंसा सकते हैं और इसे प्रसारित होने से रोक सकते हैं।  12) पेपरहाल ही में एक अध्ययन आया था जिसमें दावा किया गया था कि कोरोना वायरस अखबार के जरिये प्रसारित नहीं होता है। हालांकि आपको बार-बार अखबार को छूने से बचना चाहिए।

टॅग्स :कोरोना वायरसकोविड-19 इंडियाहेल्थ टिप्समेडिकल ट्रीटमेंट
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत