सर्दियों का मौसम शुरू होने वाला है। फिलहाल जो मौसम है उसमें सर्दी-खांसी और फ्लू जैसी बीमारियों का बड़ा खतरा होता है। इस मौसम में बलगम बनने की भी बड़ी समस्या होती है। खैर इस मौसम में बलगम बनना नॉर्मल है लेकिन अगर बलगम का रंग सामान्य से हटकर कुछ और है, तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकते है। अगर आपको इस मौसम में हरा, पीला, लाल या काला कफ आ रहा है, तो सावधान हो जाएं क्योंकि यह निमोनिया, टीबी और कई मामलों में लंग कैंसर के संकेत हो सकते हैं। चलिए जानते हैं किस रंग का कफ किस गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
1) हरा और पीला हरा और पीला कफ सर्दी या संक्रमण का संकेत हो सकता है। इतना ही नहीं लगातार इस रंग का कफ आना दर्शाता है कि आप ब्रोंकाइटिस और साइनसिसिटिस की समस्या से पीड़ित हों।
2) ब्राउन ब्राउन रंग का कफ आने के यह संकेत हो सकता है कि आपकी नाक में पहले से खून जमा है। इसका सीधा संकेत यह है कि आप निमोनिया, ब्रोंकाइटिस या फाइब्रोसिस से पीड़ित हैं।
3) सफेदसफेद बलगम आना वायरल ब्रोंकाइटिस का संकेत हो सकता है जो बाद में पीले या हरे रंग का हो सकता है। इससे व्यक्ति में गैस्ट्रो रिफ्लक्स का भी पता लगाया जा सकता है। कई बार सीओपीडी मरीज को सफेद बलगम आता है।
4) कालाइसका मातलब यह हुआ कि आपके नाक के अंदर कुछ गंदी हवा गई है। इसके अलावा यह कुछ और भयावह संकेत भी दे सकता है, जैसे कि दुर्लभ फंगल इन्फेक्शन एक्सोफियाला डार्माटाइटिडीस, जो सिस्टिक फाइब्रोसिस की जटिलता के रूप में हो सकता है।
5) गुलाबी या लाल बलगम का रंग लाल या गुलाबी होने के वजह खून है। ये लंग इन्फेक्शन जैसे निमोनिया या टीबी का संकेत हो सकता है। कंजर्वेटिव हार्ट फेलियर, फेफड़ों में धमनियों में अवरोध होने का भी कारण ऐसा हो सकता है। गंभीर मामलों में, लाल कफ फेफड़ों के कैंसर का संकेत भी हो सकता है।
इस बात का रखें ध्यानसर्दियों में अगर आपको तीन हफ्तों से अधिक खांसी हैं, सीने में दर्द का अनुभव हो रहा है, बेवजह वजन घट रहा है या सांस लेने में कठिनाई हो रही है या फिर आपके कफ का रंग नॉर्मल नहीं है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।