Coronavirus vaccine: साइड इफेक्ट्स सामने आने के बाद भारत में Oxford Covid-19 vaccine के ट्रायल पर रोक
By उस्मान | Updated: September 12, 2020 10:28 IST2020-09-12T10:28:01+5:302020-09-12T10:28:01+5:30
कोरोना वायरस वैक्सीन अपडेट : यूके में वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स देखने को मिले हैं जिसके चलते यह कदम उठाया गया है

कोरोना वायरस वैक्सीन
कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने के मामले में पहले स्थान पर चल रही एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (AstraZeneca and University of Oxford) द्वारा विकसित कोविड-19 वैक्सीन 'कोविशिल्ड' (Covishield) के साइड इफेक्ट्स सामने आने के बाद भारत में इस टीके के फेज 2 और फेज 3 ट्रायल के लिए नई भर्ती को रोक दिया गया है।
देश की दवा नियामक ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने इस टीके के फेज 2 और फेज 3 ट्रायल के लिए नई भर्ती को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के कोविशिल्ड वैक्सीन को भारत में पुणे स्थित कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाया जा रहा है।
डीसीजीआई ने मांगी वैक्सीन ले चुके लोगों की रिपोर्ट
डीसीजीआई ने सीरम इंस्टीट्यूट को उन वालंटियर्स की सुरक्षा निगरानी बढ़ाने का भी निर्देश दिया है, जिन्हें पहले परीक्षण में यह वैक्सीन दी जा चुकी है और उनकी रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
तीसरे चरण का ट्रायल रोका गया
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, स्टीट्यूट के हेड अदार पूनावाला ने कहा कि वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण रोक दिया गया है जोकि अगले सप्ताह शुरू होने वाला था। बता दें कि एस्ट्राजेनेका द्वारा एहतियाती उपाय के रूप में चार देशों में टीके के परीक्षणों को रोक दिया गया है।
आपको बता दें कि यूनाइटेड किंगडम में एक वालंटियर में इस वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स नजर आये हैं जिसके चलते वैक्सीन का ट्रायल बीच में रोकना पड़ा है।
'Covaxin' का पशु परीक्षण सफल
इधर वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक ( Bharat Biotech) ने घोषणा की है कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन 'कोवाक्सिन' (Covaxin) के पशु परीक्षण सफल रहे हैं।
कंपनी ने कहा है कि परिणामों ने लाइव वायरल चैलेंज मॉडल में वैक्सीन की सुरक्षात्मक प्रभावकारिता का प्रदर्शन किया है। इसमें कहा गया है कि प्राइमेट्स के अध्ययन से प्राप्त आंकड़ों से वैक्सीन की प्रतिरक्षा क्षमता का पता चलता है।
देश में पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड 97570 मामले
कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। रोजाना रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकारों की लाख कोशिशों के बावजूद भी प्रकोप थमता नजर नहीं आ रहा है। इस बीच देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 97570 नए मामले सामने आए हैं, जोकि अबतक एक दिन में आने वाले सबसे ज्यादा मामले हैं। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना के 46 लाख से अधिक मामले हो गए हैं। पिछले 24 घंटों में 1201 मरीजों की मौत हुई है। अबतक 46,59,985 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमे से 9,58,316 सक्रिय मामले हैं और 36,24,197 लाख ठीक हो गए हैं, जिन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। वहीं, 77,472 मरीजों की मौत हो चुकी है।
India's #COVID19 case tally crosses 46 lakh mark with a spike of 97,570 new cases & 1,201 deaths reported in the last 24 hours.
— ANI (@ANI) September 12, 2020
The total case tally stands at 46,59,985 including 9,58,316 active cases, 36,24,197 cured/discharged/migrated & 77,472 deaths: Ministry of Health pic.twitter.com/4CV2n6gV7K
कोविड-19 के उच्च स्तरीय देशव्यापी जांच के माध्यम से समय पर निदान ने उपचार के लिये संक्रमित मरीजों को पृथक-वास में भेजने तथा अस्पताल में भर्ती कराने के लिये बेहतर अवसर प्रदान किया है। देश में कोरोना वायरस से अब भी संक्रमित कुल मरीजों में से 74 प्रतिशत मरीज, कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित नौ राज्यों में हैं जबकि अब तक हुई कुल मौतों में से 69 प्रतिशत मौत महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, दिल्ली और आंध्र प्रदेश में हुई हैं।
मंत्रालय ने कहा, भारत उन कुछ देशों में है जहां रोजाना बड़ी संख्या में जांच की जा रही है। देश में प्रयोगशालाओं के बेहतर नेटवर्क और इस तरह की अन्य सुविधाओं से इसमें पर्याप्त सहायता मिली है। इस उपलब्धि के आधार पर प्रति दस लाख पर जांच में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि वह बढ़ते क्रम की निरंतरता की इस प्रवृत्ति को बनाए रखेगा। जनवरी में सिर्फ पुणे में देश की एकमात्र प्रयोगशाला थी और अब देश में इसकी संख्या बढ़ कर 1678 हो गई है। इसमें 1,040 प्रयोगशालाएं सार्वजनिक क्षेत्र की जबकि 638 प्रयोगशालाएं निजी क्षेत्र की हैं।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
