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भारत में पहली बार एक दिन में 30000 से अधिक मामले, अब तक करीब 25 हजार की मौत, इन 5 तरीकों से थमेगा कोरोना

By उस्मान | Updated: July 16, 2020 12:48 IST

Coronavirus prevention tips: देश में रोजाना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, बचने के लिए इन तरीकों को अपनाएं

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ठळक मुद्देभारत में पहली बार एक दिन में कोविड-19 के 30,000 से अधिक मामलेअब तक 24,915 लोग जान गंवा चुके हैंअभी तक करीब 63.25 प्रतिशत मरीज स्वस्थ हो चुके हैं

भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। देश में पहली बार एक दिन में कोविड-19 के 30,000 से अधिक मामले सामने आने के साथ बृहस्पतिवार को संक्रमण के मामले बढ़कर 9,68,876 पर पहुंच गए जबकि 606 लोगों की मौत के साथ अब तक 24,915 लोग जान गंवा चुके हैं। 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 32,695 मामले सामने आए। इस संक्रामक रोग से 6,12,814 लोग स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 3,31,146 लोग अब भी संक्रमित हैं।

 63.25 प्रतिशत मरीज हो चुके स्वस्थ

एक अधिकारी ने बताया, 'अभी तक करीब 63.25 प्रतिशत मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।' संक्रमण के कुल मामलों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। पिछले 24 घंटे में जिन 606 लोगों की मौत हुई है उनमें से 233 की महाराष्ट्र, 86 की कर्नाटक, 68 की तमिलनाडु, 44 की आंध्र प्रदेश, 41 की दिल्ली, 29 की उत्तर प्रदेश, 20 की पश्चिम बंगाल, 11-11 की जम्मू कश्मीर और तेलंगाना, 10 की गुजरात और नौ लोगों की मध्य प्रदेश में मौत हुई है। 

पंजाब में आठ लोगों ने जान गंवाई जबकि हरियाणा में सात, असम और बिहार में छह-छह, राजस्थान में पांच, ओडिशा और पुडुचेरी में तीन-तीन, झारखंड में दो जबकि चंडीगढ़, केरल, त्रिपुरा और दादर और नगर हवेली तथा दमन और दीव में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।  

डब्ल्यूएचओ ने बताए बचने के उपाय

उन्होंने कहा कि अगर सामान्य बातों का ध्यान नहीं रखा जाएगा, तो हालात बिगड़ेंगे। ऐसे में एहतियात के तौर पर लोगों को हाथ धोना, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करना जरूरी है।

कोरोना से बचने के लिए दो गज की दूरी जरूरी

उन्होंने कहा, 'इस खास विषय को लेकर हम डब्ल्यूएचओ के मुख्यालय से आने वाली सूचनाओं पर नजर रख रहे हैं लेकिन आपको पता होगा कि आरंभिक चरण से ही हम 'दो गज दूरी' बनाए रखने पर लगातार जोर दे रहे हैं। दूरी बनाए रखने के इस विचार का पालन कर हम सुरक्षित रह सकते हैं क्योंकि सूक्ष्म बूंदें हवा में कुछ समय तक रह सकती है।' 

हवा में फैल रहे वायरस से न घबराएं

हैदराबाद स्थित आधुनिक जीव विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान करने वाले वैज्ञानिक ने कहा है कोरोना वायरस संक्रमण के हवा से फैलने संबंधी 200 से अधिक वैज्ञानिकों के एक समूह के दावे को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है।

हर जगह और हर किसी को संक्रमित नहीं करेगा

उन्होंने यह भी कहा कि इस अध्ययन में सिर्फ यह बताने की कोशिश की गई है कि यह वायरस हवा में अस्थायी रूप से हो सकता है और इसका यह मतलब भी नहीं है कि वायरस हर जगह पहुंच रहा है और हर किसी को संक्रमित कर देगा। 

कोरोना से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी

उन्होंने कहा कि वायरस से बचने के लिए सामाजिक दूरी बनाये रखने जैसी अन्य सावधानी बरतना जारी रखना चाहिए। हवा में फैलने का मतलब है यह पांच माइक्रोन से कम आकार की छोटी बूंदों (ड्रॉप्लेटस) में हवा में इधर-उधर जा सकता है और इसका मतलब यह हुआ कि बड़ी बूंदों के रूप में यह कुछ ही मिनटों तक हवा में रहेगा।

अधिक समय तक मास्क पहनना जरूरी

यहां स्थित ‘सीएसआईआर-सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी’ (सीसीएमबी) के निदेशक राकेश मिश्रा ने कहा कि इसका मतलब यह है कि लोगों को अधिक समय तक मास्क पहनना चाहिए। 

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ) 

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