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Corona ke lakshan: फिर मिले कोरोना वायरस के 4 नए लक्षण, तीसरा लक्षण है बहुत कॉमन, समझें और टेस्ट कराएं

By उस्मान | Updated: February 15, 2021 12:28 IST

कोरोना के मामले बेशक कम होने लगे हैं लेकिन इसके लक्षण बढ़ते ही जा रहे हैं

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ठळक मुद्देअब सिर्फ बुखार या खांसी नहीं है कोरोना के लक्षणनए लक्षण कई सामान्य बीमारियों से मिलते-जुलतेलक्षण दिखने पर तुरंर जांच जरूरी

कोरोना वायरस के मामलों में थोड़ी कमी जरूर देखने को मिली है लेकिन इसके लक्षण लगतार बढ़ते जा रहे हैं। अब सिर्फ बुखार या खांसी इसके लक्षण नहीं रह गए हैं। शोधकर्ताओं ने कोविड-19 के कुछ नए लक्षणों का पता लगाया है। कोरोना के इन नए लक्षणों में ठंड, भूख न लगना, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द शामिल हैं। 

इम्पीरियल कॉलेज ऑफ लंदन के एक अध्ययन में एक लाख प्रभावित लोगों से प्राप्त आंकड़ों से यह निष्कर्ष निकाला है। अध्ययन जून-2020 से जनवरी-2021 तक यानी आठ महीनों के आंकड़ों पर आधारित है। 

डेक्कन क्रोनिकल की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में विशेषज्ञों का कहना है कि मरीज खांसी, जुकाम, बुखार और डायरिया के लक्षणों की पहचान करने के बाद ही वे परीक्षण करवाते हैं। जांच करने पर रोगियों में भूख न लगना, मांसपेशियों में दर्द और सिरदर्द से पीड़ित जैसे लक्षण भी पाए जाते हैं।

कोरोना वायरस के ये नए लक्षण माइग्रेन, हृदय की समस्याओं और डायबिटीज जैसी बीमारियों में भी होते हैं और इसलिए लोगों को पता नहीं चल पाता है। पीड़ितों में से कई को याद भी नहीं है, जब तक यह नहीं पूछा गया है कि उनकी बीमारी का क्या कारण है।

एक्सपर्ट्स का मानना है कि कई सार्स-को-2 रोगियों में बुखार अक्सर आखिरी लक्षण होता है। बुखार की शुरुआत तक, परीक्षण नहीं किए जाते हैं। इतने सारे अलग-अलग लक्षणों के साथ, लोगों को यह समझना मुश्किल है कि वे कोविड से पीड़ित हैं या नहीं।

हिचकी आना भी कोरोना का लक्षण

डेली मेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, दो सप्ताह तक हिचकी से संक्रमित व्यक्ति का इलाज करने वाले चिकित्सकों का मानना है कि उसके लक्षण बीमारी की एक 'दुर्लभ प्रस्तुति' थे।

विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 डायाफ्राम पर हमला कर सकता है। डायाफ्राम एक मांसपेशी है, जो सांस को नियंत्रित करती है, जिससे यह ऐंठन होती है, और हिचकी आती है। हिचकी को फ्लू और तपेदिक सहित अन्य संक्रामक रोगों से भी जोड़ा गया है।

लक्षण महसूस होने पर जांच क्यों जरूरी है ?

कोरोना की जांच आपके सिस्टम में वायरस का पता लगाने का एक उपयोगी तरीका है। इससे आप संतुष्ट हो जाते हैं कि आपको कोरोना है या नहीं। इससे रोगियों के त्वरित और तत्काल उपचार की सुविधा के अलावा, वायरस के प्रसार को रोकने में भी मदद मिल सकती है।

यदि आप सुनिश्चित हैं कि आप एक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के साथ संपर्क में आए हैं और इसके लक्षण महसूस कर रहे हैं, तो आपको उसी समय परीक्षण कराना चाहिए। हम आपको पुराने और नए तरह के कोरोना वायरस के लक्षण बता रहे हैं, जिनके महसूस होने पर आपको तुरंत कोविड टेस्ट कराना चाहिए। 

कोरोना के ये लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट कराएं

टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, लंकाशायर काउंटी काउंसिल के सार्वजनिक स्वास्थ्य और कल्याण निदेशक डॉक्टर करुणानिधि के अनुसार, 'इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके पास तीन क्लासिक लक्षण नहीं हैं। यहां तक कि सिरदर्द भी एक संकेत हो सकता है कि आप कोरोना से पीड़ित हों। 

लक्षण महसूस होने पर तुरंत जांच कराने से न केवल आपको समय पर इलाज कराने बल्कि वायरस को एक-दूसरे तक फैलाने से रोकने में मदद मिल सकती है। आपको नीचे दिए गए लक्षणों में से कोई भी महसूस होने पर तुरंत टेस्ट कराना चाहिए। 

- बुखार और ठंड लगना- एक नई तरह की लगातार खांसी- गंध या स्वाद की भावना का नुकसान- लगातार सिरदर्द- सांस की तकलीफ या सांस लेने में कठिनाई- थकान- दस्त- उलटी अथवा मितली- मांसपेशियों में दर्द और जोड़ों में दर्द- गले में खराश - कंजेशन या बहती नाक

कोरोना वायरस के आम लक्षण

कोविड-19 के तीन सबसे आम लक्षण बुखार, लगातार खांसी और गंध या स्वाद की भावना में कमी है। हम आपको कोरोना के कुछ ऐसे नए लक्षणों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें पहचानकर आपको सही समय पर बचाव या इलाज कराने में मदद मिल सकती है। 

कोरोना के लक्षण महसूस होने पर क्या करें

कोरोना वायरस के लक्षण आम सर्दी या अन्य एलर्जी के लक्षणों से मिलते-जुलते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि जैसे ही आप घातक वायरस के किसी भी लक्षण को महसूस करें, तो आप अपनी जांच करा लें। जब तक आपको अपनी रिपोर्ट नहीं मिल जाती, तब तक आप खुद को अलग कर लें, ताकि वायरस का प्रसार न हो।

जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक किसी भी व्यक्ति से से मिलें और कहीं भी जाने से बचें। यदि पॉजिटिव हैं और हल्के लक्षण हैं, तो आप घर पर इसका इलाज कर सकते हैं।

ज्यादा बुखार होने के मामले में बहुत सारे तरल पदार्थ पीना याद रखें और पर्याप्त मात्रा में आराम करें। अगर लक्षण बदतर हो रहे हैं या गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं का सामना करना पड़ रहा है, तो चिकित्सा सहायता लेने तुरंत अस्पताल जाएं।

कोरोना से बचाव कैसे करें

रोकथाम इलाज से बेहतर है और इसलिए बीमार होने से बचें। इसके लिए सभी एहतियाती उपायों को अपनाएं। सार्वजनिक स्थानों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर सामाजिक दूरी बनाए रखें और अपने मास्क पहनें।

अपने हाथों को नियमित रूप से धोएं और बार-बार छूने वाली सतहों को कीटाणुरहित करें ताकि वायरस के प्रसार को सीमित किया जा सके।

टॅग्स :कोरोना वायरसकोविड-19 इंडियामेडिकल ट्रीटमेंट
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