लाइव न्यूज़ :

COVID-19 medicine: भारत में कोरोना के मरीजों को दी जा रही हैं ये 5 दवाएं, तीसरी दवा के एक पत्ते की कीमत है 3,500 रुपये

By उस्मान | Updated: June 27, 2020 10:21 IST

Coronavirus medicine and treatment in India: चर्चित दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के अलावा जानिये किन-किन दवाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है

Open in App
ठळक मुद्देकोरोना वायरस का फिलाहल कोई स्थायी इलाज या दवा नहीं है अन्य संक्रमणों के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाओं का हो रहा है उपयोगइन दवाओं का ट्रायल भी जारी है

भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है और संक्रमितों की संख्या की लिस्ट में चौथे स्थान पर आ गया है। यहां अब तक 509,446 लोग कोरोना की चपेट में आ गए हैं जबकि 15,689 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि संक्रमितों में से 295,917 लोग सही भी हुए हैं। 

कोरोना वायरस का कोई स्थायी इलाज या दवा अभी तक नहीं बना है। फिलहाल कोरोना के मरीजों को एंटी मलेरिया दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन जैसी अन्य वायरल संक्रमणों के इलाज के लिए बनी दवाएं दी जा रही हैं। 

भारत में कोरोनो वायरस संक्रमित रोगियों के इलाज के लिए सरकार की ओर से कम से कम पांच दवाएं मरीजों को दी जा रही हैं और साथ ही इनका परीक्षण अंतिम चरण में हैं। चलिए जानते हैं इन दवाओं के बारे में- 

हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (HCQ)

इस दवा को भारत में पहली बार मलेरिया के इलाज के लिए विकसित किया गया था। दो भारतीय फर्म इप्का लेबोरेटरीज और ज़ाइडस कैडिला लिमिटेड इस दवा की दुनिया की सबसे बड़ी निर्माता हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च भी सैद्धांतिक सबूतों के आधार पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के बीच संक्रमण को रोकने के लिए दवा का उपयोग कर रहा है। एचसीक्यू को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और कुछ अन्य वैश्विक राजनीतिक नेताओं द्वारा संभावित कोरोना वायरस उपचार के लिए फायदेमंद बताया गया था।

कोविफोर (Covifor)

ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया (DCGI) ने कोविड-19 के उपचार के लिए 'रेमेडिसविर' के निर्माण के लिए हेटेरो कंपनी को मंजूरी दे दी है। रेमिटिविर के हेटेरो के जेनेरिक संस्करण को भारत में 'कोविफोर' ब्रांड नाम के तहत बेचा जाएगा। डीसीजीआई द्वारा ऐसे वयस्कों और बच्चों के उपचार के लिए अनुमोदन प्रदान किया गया है, जो गंभीर लक्षणों के साथ अस्पताल में भर्ती हैं। कोविफ़ोर (रेमेडिसविर) 100 मिलीग्राम शीशी (इंजेक्शन) में उपलब्ध होगी जिसे डॉक्टरों की देखरेख में अस्पताल में ही दिया जाएगा। 

फैबिफ्लू (Fabiflu)

ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने कोरोना वायरस के हल्के या मध्यम लक्षणों वाले रोगियों के उपचार के लिए फैबीफ्लु ब्रांड नाम के तहत एंटीवायरल दवा फेविपिरविर लॉन्च की है। इसकी एक टैबलेट की कीमत 103 रुपये है। यह दवा 200एमजी की है और इस तरह 34 टैबलेट का पत्ता 3,500 रुपये का है।

सिप्रेमी (Cipremi)

सिप्लामी ने सिप्रेम के नाम से अपना रेमेडिसवीर लॉन्च की है। सिप्ला ने कहा कि वह अपनी सुविधाओं और भागीदारी वाली साइटों के माध्यम से रेमेडिसविर को बेचेगी। दवा को समान वितरण सुनिश्चित करने के लिए सरकार और खुले बाजार चैनलों के माध्यम से आपूर्ति की जाएगी। दवा उन लोगों पर सबसे प्रभावी है जिन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। सिप्ला ने इस दवा के मूल्य का खुलासा नहीं किया है।

मेथिलप्रेडनिसोलोन (Methylprednisolone)

भारतीय डॉक्टर गंभीर मामलों में मिथाइलप्रेडिसिसोलोन दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह दवा मृत्यु दर को कम करती है और उपचार के लिए आवश्यक दवा है। डॉक्टरों ने दावा किया है कि यह दवा कोरोना के लक्षणों की गंभीरता को कम करती है। डेक्सामेथासोन एक बड़े अध्ययन के बाद आई है और इसकी कीमत के मुताबिक यह एक प्रभावी दवा है। 

टॅग्स :कोरोना वायरसकोविड-19 इंडियाहेल्थ टिप्समेडिकल ट्रीटमेंटमेडिकल किट
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्य1,738 पुरुषों की जांच, क्या दवा हिंसा और घरेलू हिंसा को कम कर सकती?, देखिए रिपोर्ट में बेहद दिलचस्प खुलासा

स्वास्थ्यUP: 972 सीएचसी और 3735 पीएचसी में वेंटिलेटर बेड नहीं, मरीजों को हो रही दिक्कत

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार