कोरोना वायरस : वुहान में बड़े लेवल पर दिखी सल्फर गैस, 14000 शव जलाने का शक
By उस्मान | Updated: February 11, 2020 15:06 IST2020-02-11T15:06:45+5:302020-02-11T15:06:45+5:30
यह वही शहर है जहां कोरोना वायरस का पहला मामला मिला था और देखते-देखते लगभग पूरा शहर मौत के इस वायरस की चपेट में आ गया।

वुहान शहर का मैप
सोशल मीडिया पर चीन के वुहान शहर के कुछ मैप फोटो तेजी से वायरल हो रहे हैं। फोटो में वुहान शहर के आसपास सल्फर डाइऑक्साइड का लेवल बहुत अधिक पाया गया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यहां बड़ी संख्या में शवों को जलाया गया है। यह वही शहर है जहां कोरोना वायरस का पहला मामला मिला था और देखते-देखते लगभग पूरा शहर मौत के इस वायरस की चपेट में आ गया।
ताइवान न्यूज डॉट कॉम के अनुसार, विंडी डॉट कॉम के यह मैप रविवार को सोशल मीडिया पर दिखाई देना शुरू हो गए थे। फोटो में साफ दिख रहा है कि वुहान में सल्फर डाइऑक्साइड का लेवल बहुत अधिक बढ़ा हुआ है। पिछले कुछ हफ्तों से वुहान में वायरस से मौत का सिलसिला जारी है।
इंटेलेव ने रविवार को ट्विटर पर एक फोटो शेयर किया जिसमें वुहान शहर का सल्फर डाइऑक्साइड का बढ़ा हुआ लेवल दिखाया गया, जोकि 1700ug/m^3 से बढ़ रहा है। यह लेवल खतरे के स्तर से 80ug/m^3 के ऊपर है।
Data from https://t.co/oDMad8pquE shows a massive release of sulfur dioxide gas from the outskirts of Wuhan, commonly associated with the burning of organic matters. Levels are elevated, even compared with the rest of China. pic.twitter.com/XgBfJd7dDS
— INTELWAVE🌊 (@inteldotwav) February 8, 2020
हालांकि इंटेलेव ने इस वृद्धि के लिए कुछ संभावित कारण स्पष्ट किए हैं, जिसमें पहला पावर प्लांट है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि उस दिन चीन के कई अन्य बिजली संयंत्रों को इतनी बड़ी संख्या में उत्सर्जन करते नहीं देखा गया था।
दूसरी कारण यह माना जा रहा है कि ऐसा कूड़ा और जानवरों के शवों को जलाने की वजह से हुआ है लेकिन सवाल किया जा रहा है कि कचरे को दफनाने के मानक अभ्यास के विपरीत ऐसे जलाया क्यों जा रहा है।
Current SO₂ levels are extremely elevated, at 1700ug/m^3, where 80ug/m^3 is considered dangerously high. pic.twitter.com/rb3IDwzxmW
— INTELWAVE🌊 (@inteldotwav) February 8, 2020
तीसरी संभावना यह बताई जा रही है कि शहर के बाहरी इलाके में शवों को जलाया जा रहा है। माना जा रहा है कि मौत की संख्या का जो आंकड़ा मीडिया में आ रहा, वो सटीक नहीं है बल्कि यहां कई हजारों की संख्या में मौत हुई हैं। एक नागरिक ने यह भी गणना की कि जिस हिसाब से यहां सल्फर डाइऑक्साइड लेवल पहुंचा है, उसके लिए करीब 14,000 लाशें जलाई गईं हैं।
This is from 4chins so take this with a grain of salt, but one poster extrapolated from the SO2 release data and estimated 14,000 bodies would have to be burnt to reach this level of emissions. #coronaviruspic.twitter.com/mM5kbcxWEM
— INTELWAVE🌊 (@inteldotwav) February 8, 2020
चीन से फैले कोरोना वायरस के प्रकोप ने दुनियाभर के 43 हजार से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। वैश्विक स्वास्थ्य अधिकारियों के ताजा आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार तक चीन में 1,016 लोगों की मौत हुई और 42,638 मामलों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके अलावा हांगकांग में एक व्यक्ति की मौत समेत 42 मामले सामने आए हैं।
मकाउ में 10 मामलों की पुष्टि हुई है। सबसे ज्यादा मौत चीन के हुबेई प्रांत में हुई हैं जहां कोरोना वायरस से हो रही बीमारी का पिछले साल दिसंबर में सबसे पहले पता चला था।
इसके अलावा इस वायरस से दुनियाभर के देशों में सामने आए मामलों की संख्या इस प्रकार है:
जापान : 161 सिंगापुर: 45 थाईलैंड: 33 दक्षिण कोरिया: 28 ताइवान : 16 मलेशिया : 18 ऑस्ट्रेलिया: 14 जर्मनी: 14 वियतनाम: 15 अमेरिका: 13, एक अमेरिकी व्यक्ति की चीन में मौत फ्रांस : 11 संयुक्त अरब अमीरात: 8 कनाडा: 7 फिलीपीन: 3 मामले, एक व्यक्ति की मौत ब्रिटेन: 8 भारत: 3 रूस : 2 इटली: 3 ब्रेल्जियम: 1 नेपाल: 1 श्रीलंका: 1 स्वीडन: 1 स्पेन: 2 कम्बोडिया: 1 फिनलैंड: 1