भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। चीन से महामारी बनकर निकला यह खतरनाक वायरस अब तक 73,07,098 लोगों को संक्रमित कर चुका है जिसमें से 1,11,266 लोगों की मौत हो गई है। इनमें एक्टिव केस 8,12,390 हैं जबकि 63,83,442 लोग बीमारी से ठीक हुए हैं।
रिकवरी रेट अब 87.4 हुईदेश में पिछले 24 घंटे में 67,708 नए मामले सामने आए हैं जबकि 680 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। भारत में इसी के साथ रिकवरी रेट अब 87.4 हो गई है। वहीं, मृत्यु दर 1.5 प्रतिशत पर है।
देश में अब तक 9,12,26,305 कोरोना टेस्टवहीं, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने बताया है कि कल कोविड-19 के 11,36,183 सैंपल का टेस्ट किया गया। इसी के साथ 14 अक्टूबर तक देश में कुल 9,12,26,305 कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं।
कोरोना संक्रमितों के मामले भारत दूसरे स्थान परबहरहाल, भारत अब भी अमेरिका के बाद दुनिया का दूसरा कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना हुआ है। अमेरिका में कोरोना के 79.1 लाख मामले सामने आ चुके हैं और 2 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
भारत में कोरोना से होने वाले मौत की दर 1.5 प्रतिशत है। वहीं पॉजिटिविटि रेट 5.2 प्रतिशत है। भारत में पिछले करीब एक महीने से रोजाना औसतन 9 लाख टेस्ट हो रहे हैं। ऐसे में साप्ताहिक पॉजिटिविटि रेट भी 8.4 से घटकर अब 6.3 प्रतिशत हो गया है।
भारत में कब आएगी कोरोना वायरस की वैक्सीन
भारत में कोरोना वायरस की वैक्सीन कब आएगी, इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि देश में अगले साल की शुरुआत में एक कोरोना वायरस का टीका उपलब्ध होगा।
लाइव मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स के साथ मीटिंग के दौरान यह बयान दिया। समाचार एजेंसी एएनआई ने ट्वीट किया, 'हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगले साल की शुरुआत में टीका उपलब्ध हो जाएगा। देश में वैक्सीन के वितरण को कैसे शुरू किया जाएगा, इसे लेकर हमारे विशेषज्ञ योजना बनाने के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं।'
दो डोज और दो वैक्सीन भारत में वर्तमान में कोविड-19 की दो डोज और दो वैक्सीन को लेकर परीक्षण चल रहा है. इसमें दो डोज सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक मिलकर बना रहे हैं जबकि कैडिला हेल्थकेयर तीन वैक्सीन पर काम कर रहा है. प्रीक्लिनिकल चरणों में अन्य टीकों के लिए, खुराक का परीक्षण किया जा रहा है।
इन वैक्सीन का चल रहा है परीक्षणदेश में भारत बायोटेक और आईसीएमआर और Zydus Cadila द्वारा दो स्वदेशी रूप से विकसित वैक्सीन का दूसरे चरण का परीक्षण जारी है। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने एस्ट्राजेनेका के साथ साझेदारी करके ऑक्सफोर्ड वैक्सीन बना रहा है जिसका चरण 2 और 3 का परीक्षण किया जा रहा है।