देश में कोविड-19 के 13,993 नए मामले आने से शनिवार को संक्रमितों की संख्या 1,09,77,387 हो गयी जबकि 1,06,78,048 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 13,993 नए मामले आए तथा संक्रमण से 101 और लोगों की मौत हो गयी।
देश में करीब 22 दिनों के बाद संक्रमण के 14,000 के आसपास मामले आए हैं। इससे पहले 29 जनवरी को 18,855 मामले आए थे। संक्रमण से अब तक 1,06,78,048 लोगों के ठीक होने के साथ ही स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 97.27 प्रतिशत हो गयी है और मृत्यु दर 1.42 प्रतिशत है।
उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1.5 लाख से नीचे है। मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में 1,43,127 उपचाराधीन मरीज हैं जो कि कुल मामलों का 1.27 प्रतिशत है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 19 फरवरी तक 21,02,61,480 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की जा चुकी है। इनमें से 7,86,618 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई।
स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चा के कर्मचारियों से टीका लगवाने की अपील केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने सभी स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चा पर तैनात लोगों से कहा है कि तय योजना के मुताबिक कोविड-19 रोधी टीका लगवाएं। उन्होंने यह भी कहा कि टीका सुरक्षित है और प्रतिरोधक क्षमता के सभी मानकों को पूरा करता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चा पर तैनात कर्मचारियों से अपील करता हूं कि योजना के मुताबिक कोविड-19 रोधी टीका लगवाएं। टीका सुरक्षित है। किसी अफवाह या गलत सूचना पर विश्वास नहीं करें।’’
भारत को एक करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा हासिल करने में 34 दिन लगेस्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत को एक करोड़ कोविड-19 टीकाकरण की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने में 34 दिन लगे जो कि दुनिया में दूसरी सबसे तेज गति है। अमेरिका को इसमें 31 दिन लगे, जबकि ब्रिटेन को एक करोड़ टीकाकरण आंकड़े को पार करने में 56 दिन लगे।
शुक्रवार सुबह 8 बजे तक, देश में स्वास्थ्य कर्मियों और कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लगे कर्मियों (एफएलडब्ल्यू) को दिये गए कोविड-19 टीके की खुराक की कुल संख्या 1,01,88,007 थी।
टीकाकरण में निजी अस्पतालों को शामिल करने की मांग शिवसेना कहा कि केंद्र सरकार को कोविड-19 टीकाकरण अभियान में निजी अस्पतालों को भी शामिल करने पर विचार करना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोगों को जल्दी टीके लगाए जा सकें।
उन्होंने यह भी कहा कि टीके की आपूर्ति और बिक्री को "नियंत्रण-मुक्त" किया जा सकता है। उन्होंने दावा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कोविड टीकों की आपूर्ति का ‘पूरा उपयोग नहीं हो रहा है’ और केवल 31.45 प्रतिशत कोविशिल्ड तथा 11.75 प्रतिशत कोवैक्सीन टीके ही अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं को लगाए गए हैं।
मणिपुर में कोविड-19 का टीका लगवाने के एक सप्ताह बाद आंगनवाड़ी कर्मी की मौतमणिपुर में कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक लेने के एक सप्ताह बाद 48 वर्षीय एक आंगनवाड़ी कर्मी की मौत हो गई। बिष्णुपुर जिले के कुंबी तेरेखा क्षेत्र निवासी डब्ल्यू सुंदरी देवी को कुंबी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 12 फरवरी को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक लगाई गई थी।
इस आंगनवाड़ी कर्मी को सांस लेने में दिक्कत के चलते 18 फरवरी को मोइरांग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां शुक्रवार को उनकी मौत हो गई।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)