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COVID update: जानिये देश में कोरोना के मामले, टीकाकरण और नए दिशा-निर्देशों का पूरा अपडेट

By उस्मान | Updated: April 8, 2021 15:57 IST

कोरोना वायरस का अब तक का पूरा अपडेट जानिये यहां

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ठळक मुद्देदस राज्यों में तेजी से बढ़ रहे हैं मामलेकई शहरों में नाइट कर्फ्यू एक दिन में अब तक सबसे अधिक मामले

भारत में एक दिन में कोविड-19 के 1,26,789 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या 1,29,28,574 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मामले भी नौ लाख के पार चले गए हैं। देश में वायरस से 685 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,66,862 हो गई। 

उपचाराधीन मामले भी बढ़कर 9,10,319 हो गए हैं, जो कुल मामलों का 7.04 प्रतिशत है। देश में 12 फरवरी को सबसे कम 1,35,926 उपचाराधीन मरीज थे। यह संख्या उस समय के कुल मामलों का 1.25 प्रतिशत थी। 

आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 1,18,51,393 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। हालांकि मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर में गिरावट आई है और वह अब 91.67 प्रतिशत है। वहीं, कोविड-19 से मृत्यु दर 1.29 प्रतिशत है। 

दस राज्यों में रोजाना बढ़ रहे हैं नये मामलेमहाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, केरल और पंजाब में कोविड-19 के रोजाना मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और देश में सामने आए संक्रमण के 1,26,789 नए मामलों में से 84.21 प्रतिशत मामले इन 10 राज्यों में हैं। 

देश में एक सप्ताह में कोरोना वायरस संक्रमण की दर मार्च और अप्रैल के शुरुआती सात दिनों के क्रमश: 2.19 से 6.21 प्रतिशत बढ़कर 8.40 प्रतिशत हो गई है। 

देश में संक्रमित कुल मरीजों में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और केरल के 74.13 प्रतिशत मरीज शामिल हैं। अकेले महाराष्ट्र में संक्रमण के कुल मामलों के 55.26 प्रतिशत मामले हैं।

रोजाना 34 लाख से अधिक खुराकें भारत में प्रतिदिन कोविड-19 रोधी टीके की औसतन 34,30,502 खुराकें दी जा रही हैं, जिसके साथ ही देश रोजाना लगाए जाने वाले टीकों की संख्या के मामले में दुनियाभर में पहले स्थान पर पहुंच गया है। 

रिपोर्ट के अनुसार अब तक 13,77,304 सत्रों में कुल 9,01,98,673 टीके लगाए जा चुके हैं। मंत्रालय के अनुसार इनमें से 89,68,151 स्वास्थ्य कर्मियों और 97,67,538 अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को पहली खुराक जबकि 54,18,084 स्वास्थ्यकर्मियों और 44,11,609 अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को दूसरी खुराक दी गई है।  

हल्का कोविड-19 होने के आठ महीने बाद हर 10 में से एक व्यक्ति पर पड़ रहा दीर्घकालिक प्रभावकोविड-19 के हल्के रूप से ग्रस्त होने के आठ महीने बाद हर 10 में से एक व्यक्ति कम से कम एक मध्यम से गंभीर लक्षण से प्रभावित हो रहा है जो उनके काम, सामाजिक या निजी जिंदगी पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाला माना जाता है। 

एक अध्ययन में यह जानकारी सामने आई है। अध्ययन में पाया गया कि सबसे लंबे दीर्घकालिक लक्षणों में स्वाद एवं सूंघने की क्षमता चले जाना और थकान शामिल है। 

कोविड-19 से ग्रस्त हो चुके प्रतिभागियों में थकान और सांस संबंधी समस्याएं भी आम हैं लेकिन ये उस हद तक नहीं हैं।” यह अध्ययन ‘जेएएमए’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।  

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