Covid-19: भारत में कोरोना ने मचाया हाहाकार, 1 दिन में रिकॉर्ड 76,014 नए मामले, अब इन 4 वजहों से तेजी से बढ़ रहे हैं केस
By उस्मान | Updated: August 27, 2020 10:08 IST2020-08-27T10:08:24+5:302020-08-27T10:08:24+5:30
भारत में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ने के कारण : एक्सपर्ट्स का मानना है कि लोगों की लापरवाही के कारण कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं

कोरोना के मामले बढ़ने के कारण
भारत में बुधवार को एक दिन में कोरोना वायरस के अब तक सबसे ज्यादा मामले 76,014 दर्ज किये गए हैं। महामारी की शुरुआत के बाद पहली बार यह आंकड़ा 76,000 के निशान को पार कर गया और इस तरह देश में कोरोना के कुल मामले 3304,598 से ज्यादा हो गए हैं।
इससे पहले भारत में एक दिन में सबसे अधिक (70,488) मामले 22 अगस्त को दर्ज किये गए थे। बुधवार को 1,009 मरीजों की मौत के बाद देश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 60,543 तक पहुंच गया है। टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना की वजह से पिछले 11 दिनों में 10 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 25 अगस्त को 8.2 लाख से अधिक नमूने एकत्र किए गए थे और इससे पहले के दिन 9.2 लाख से अधिक नमूने एकत्र किए गए थे।
वर्ल्ड ओ मीटर के अनुसार, भारत में अभी तक कोरोना वायरस की चपेट में 3,307,749 लोग आ चुके हैं और 60,629 लोगों की मौत हो गई है। कुल संक्रमितों में से 2,523,443 लोग ठीक हो गए हैं और 723,677 एक्टिव केस हैं जिनमें 8,944 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
भारत में कोरोना के मामले बढ़ने के कारण
1) मास्क नहीं पहनना
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि कुछ 'गैर जिम्मेदार' लोगों के मास्क नहीं पहनने तथा सामाजिक दूरी बनाकर नहीं रखने से भारत में कोरोना वायरस महामारी बढ़ रही है।
2) सामजिक दूरी नहीं बनाना
भार्गव ने यह भी कहा कि आईसीएमआर ने दूसरा राष्ट्रीय सीरो सर्वे शुरू किया है जो सितंबर के पहले सप्ताह तक पूरा किया जाएगा। भार्गव ने कहा, 'मैं यह नहीं कहूंगा कि जवान या वृद्ध ऐसा कर रहे हैं, मैं कहूंगा कि गैर-जिम्मेदार, कम जागरुक लोग मास्क नहीं पहन रहे और सामाजिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं जिससे भारत में महामारी बढ़ रही है।'
उन्होंने कहा कि पिछले राष्ट्रीय सीरो सर्वे की पूरी रिपोर्ट की दो बार समीक्षा की गयी है और इस सप्ताह के अंत में इसे इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में प्रकाशित किया जा सकता है।
3) कोविड-19 का डर कम होना
जनता के बीच कोविड-19 को लेकर डर कम होने और उत्सवों के मौसम तथा भारी बारिश के कारण अब कम संख्या में लोग जांच करा रहे हैं। विशेषज्ञों ने अगस्त में दिल्ली में कोरोना वायरस की जांच के रोजाना के आंकड़ों में बदलाव के मद्देनजर यह बात कही।
अधिकारियों ने एक अगस्त से 15 अगस्त के बीच दिल्ली में कोविड-19 के लिए 2.58 लाख से अधिक नमूनों की जांच की, वहीं जुलाई में इसी अवधि में यह आंकड़ा 3.13 लाख से अधिक था। दिल्ली में पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय में पहली बार 1,500 से अधिक मामले आए।
4) बारिश के कारण जांच कराने नहीं जाना
मीडियोर अस्पताल कुतुब इंस्टीट्यूशन एरिया में प्रभारी डॉ मनोज शर्मा ने कहा कि भारी बारिश के कारण कुछ दिन तक कोरोना वायरस की जांच के लिए कम संख्या में लोग अस्पताल आए, इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस, जन्माष्टमी जैसे अवकाश वाले दिनों और त्योहारों पर भी जांच के लिए कम संख्या में लोग आए।
राममनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल) में कोविड-19 के लिए नोडल अधिकारी देश दीपक ने कहा कि जांच की संख्या में बदलाव आ रहा है क्योंकि लोग छुट्टी वाले दिन बड़ी संख्या में नहीं आते।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)



