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Coronavirus: भारत में 472,985 लोग संक्रमित, वायरस को रोकने के लिए ICMR ने पूरे देश में एंटीजन टेस्ट की अनुमति दी, जानें कीमत

By उस्मान | Updated: June 25, 2020 09:38 IST

एंटीजन टेस्ट अभी तक सिर्फ दिल्ली में किया जा रहा था, अब सभी राज्यों में होगा

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ठळक मुद्देबुधवार को कोविड-19 के अब तक के एक दिन में सर्वाधिक 15,413 मामले सामने आएकोरोना के मामलों की संख्या में दिल्ली ने मुंबई को पछाड़ाएंटीजन टेस्ट से संक्रमितों की जल्दी पहचान करना संभव होगा

कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारत में बुधवार को कोविड-19 के अब तक के एक दिन में सर्वाधिक 15,413 मामले सामने आए। देश में कोरोना से संक्रमितों की संख्या 472,985 हो गई है और इस महामारी से अब तक 14,907 लोगों की मौत हो गई है। 

दिल्ली में 3,788 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के साथ ही मामले बढ़ कर 70,000 के आंकड़े को पार कर गए, जबकि शहर में अभी तक इस संक्रमण से 2,365 लोग की मौत हुई है। इसी के साथ दिल्ली इस वायरस से बुरी तरह प्रभावित मुम्बई से आगे निकल गयी। मुम्बई में मंगलवार तक कोविड-19 संक्रमण के कुल मामले 68,410 थे।

कोरोना टेस्ट बढ़ाने पर जोर

इस महामारी से निपटने के लिए, कोरोना वायरस से संबंधित जांच के दायरे को बढ़ाते हुए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कहा है कि अब देश भर में कोविड-19 के लक्षण वाले हर व्यक्ति के लिए जांच सुविधा व्यापक स्तर पर उपलब्ध कराई जाएगी।

 1,000 प्रयोगशालाओं में होगी कोरोना की जांच

आईसीएमआर ने देश में कोविड-19 की जांच के लिए अब तक 1,000 प्रयोगशालाओं को अनुमति दी है। वर्तमान में प्रतिदिन तीन लाख नमूनों की जांच हो सकती है। आईसीएमआर ने बताया, '23 जून तक कुल 73,52,911 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 2,15,195 नमूनों की जांच मंगलवार को की गई।' 

 केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 2,15,195 नमूनों की जांच में से 1,71,587 नमूनों की जांच सरकारी प्रयोगशालाओं में की गई, जबकि 43,608 की जांच निजी प्रयोगशालाओं में की गई। जांच के लिए कुल 1,000 प्रयोगशाला में 730 सरकारी हैं और 270 निजी क्षेत्र की हैं। इसमें आरटी-पीसीआर लैब (557), ट्रूनेट लैब (363) और सीबीएनएएटी लैब (80) भी शामिल हैं । 

आईसीएमआर ने पूरे देश में एंटीजन टेस्ट की अनुमति दी

इस बीच देश में कोविड-19 की जांच बढ़ाने के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने सभी राज्यों को तेजी से एंटीजन टेस्ट का उपयोग शुरू करने की अनुमति दी है। संस्था ने कहा है कि कोरोना वायरस के इन्फेक्शन के जल्दी इलाज के लिए एंटीजन टेस्ट बहुत जरूरी है। फिलहाल इस टेस्ट का इस्तेमाल सिर्फ दिल्ली में किया जा रहा है।

इसे स्टैण्डर्ड क्यू कोविड-19 एजी किट के रूप में जाना जाता है और इसके लिए किसी स्पेशल मशीन की आवश्यकता नहीं होती है। इसकी सबसे खास बात यह है कि यह 30 मिनट के भीतर रिजल्ट देता है। 

एंटीजन टेस्ट की कीमत

एंटीजन टेस्ट किट को दक्षिण कोरियाई जैव प्रौद्योगिकी फर्म एसडी बायोसेंसर द्वारा विकसित किया गया है। प्रत्येक किट की कीमत 450 रुपये है। आईसीएमआर और एम्स ने कोरोनो वायरस संक्रमण का पता लगाने में एंटीजन टेस्ट किट की क्षमता का मूल्यांकन किया है।

एंटीजन टेस्ट क्या होता है (What is antigen test)

आमतौर पर एंटीबॉडी टेस्ट के लिए ब्लड सैंपल लिए जाते हैं। जबकि एंटीजन टेस्ट के लिए स्वैब का सैंपल लिया जाता है। आईसीएमआर के मुताबिक इस किट से 99-100% तक नतीजे सही आते हैं। ये इस बात भी निर्भर करता है कि किसी मरीज के अंदर कोरोना वायरस की मात्र कितनी ज्यादा है।

एंटीजन टेस्ट किट से ऐसे होती है जांच

1) पैकेट में एक फॉइल के भीतर टेस्ट डिवाइस होती है। किट के भीतर पेपर स्टैंड, स्टेराइल स्वैब और एक्ट्रैएक्शन बफर ट्यूब होती है। इसके अलावा एक पेपर स्टैंड भी होता है।

2) टेस्ट करने वाला हेल्थ वर्कर पीपीई किट पहने होना चाहिए। इसके अलावा उसके पास एक टाइमिंग डिवाइस या घड़ी भी होनी चाहिए।

3) आरटी-पीसीआर में जहां खून निकालना पड़ता है, वहीं एंटीजन टेस्ट  में नेजल स्वैब कलेक्टट की जाती है। इसके लिए एक स्टेराइल ट्यूब संदिग्ध की नाक में डालकर सैंपल लिया जाता है।

4) सैंपल को एक कलेक्शन स्वैब में भरा जाता है। फिर उसे एक वायरल एक्सट्रैक्शन बफर में डाल दिया जाता है ताकि अगर वायरस हो तो वो इनऐक्टिव हो जाए।

5) एक नॉजल के जरिए सैंपल की 2-3 बूंदें टेस्ट स्ट्रिप के वेल में गिराई जाती हैं। 15 मिनट में स्ट्रिप का रंग बदलना यह बता देता है कि कोरोना है या नहीं।

6) अगर सैंपल पॉजिटिव मरीज का होगा तो कंट्रोल लाइन गुलाबी या लाल हो जाएगी। टेस्ट लाइन का रंग भी बदलना चाहिए। लेकिन टेस्ट लाइन का रंग न बदले तो समझिए सैंपल निगेटिव है।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ) 

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