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ऐसा होने से हमेशा के लिए खत्म होगा Cervical Cancer, लड़कियां करा लें ये 2 टेस्ट, मौत का खतरा होगा कम

By उस्मान | Updated: February 20, 2019 16:46 IST

भारत में हर साल लगभग 1.2 लाख मामले सामने आते हैं और 75 हजार महिलाओं की मौत हो जाती है।

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एक रिपोर्ट के अनुसार, गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर, सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) से भारत में हर साल लगभग 1.2 लाख मामले सामने आते हैं और 75 हजार महिलाओं की मौत हो जाती है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों का देर से पता चलता है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि इस बीमारी से सुरक्षित रहने का सबसे प्रभावी तरीका है, समय पर इसकी जांच करवाना है। 

हाल में एक अध्ययन में बताया गया है कि ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) टीकाकरण Human papilloma virus vaccines (HPV vaccine) और सर्वाइकल कैंसर की जांच को आसान बनाकर साल 2079 इस समस्या पर पूरी तरह काबू पाया जा सकता है। यह अध्ययन द लैंसेट आंकोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। 

अध्ययन के अनुसार, अगले साल तक सर्वाइकल कैंसर के इलाज और रोकथाम के प्रयासों को तेज करने से पचास साल में इसके क करोड़ 34 लाख मामलों को रोका जा सकता है। इस तरह भारत, वियतनाम और फिलीपीन जैसे मध्यम स्तर के विकास वाले देशों में 2070 से 2079 तक गर्भाशय ग्रीवा कैंसर पर काबू पाया जा सकता है।

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण (Symptoms of Cervical Cancer)

योनि से असामान्य रूप से खून बहनारजोनिवृत्ति या यौन संपर्क के बाद योनि से रक्तस्रावसामान्य से अधिक लंबे समय मासिक धर्मअन्य असामान्य योनि स्रावऔर यौन संसर्ग के दौरान दर्द के बीच रक्तस्राव

सर्वाइकल कैंसर के लिए टीकाकरण (vaccine to prevent Cervical Cancer)

डॉक्टर के अनुसार, सर्वाइकल कैंसर को अक्सर टीकाकरण और आधुनिक स्क्रीनिंग तकनीकों से रोका जा सकता है, जो गर्भाशय ग्रीवा में पूर्व काल परिवर्तन का पता लगाता है। गर्भाशय-ग्रीवा के कैंसर का उपचार कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि कैंसर की अवस्था, अन्य स्वास्थ्य समस्याएं। सर्जरी, विकिरण, कीमोथेरेपी या तीनों को मिलाकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

सर्वाइकल कैंसर से बचने के उपाय (How to prevent Cervical Cancer)

- कंडोम के बिना कई व्यक्तियों के साथ यौन संपर्क से बचें।- हर तीन वर्ष में एक पेप टेस्ट करवाएं, क्योंकि समय पर पता लगने से इलाज में आसानी होती है।- धूम्रपान छोड़ दें, क्योंकि सिगरेट में निकोटीन और अन्य घटकों को रक्त की धारा से गुजरना पड़ता है।- फल, सब्जियों और पूर्ण अनाज से समृद्ध स्वस्थ आहार खाएं, मगर मोटापे से दूर रहें।

टॅग्स :कैंसरहेल्थ टिप्समेडिकल ट्रीटमेंट
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