ब्लड कैंसर के लक्षण : इन 5 शुरुआती संकेतों से हो सकती है ब्लड कैंसर की पहचान, दूसरा लक्षण है बहुत कॉमन
By उस्मान | Published: January 22, 2021 06:17 PM2021-01-22T18:17:49+5:302021-01-22T18:19:52+5:30
जानिये ब्लड कैंसर क्यों होता है और इसका इलाज क्या है
कैंसर एक खतरनाक बीमारी है जिसका सही समय पर इलाज न हो तो यह जानलेवा बन जाता है। कैंसर कई तरह का होता है और उसमें एक ब्लड कैंसर भी है।
बल्ड कैंसर होने पर कैंसर की कोशिकाएं यानि सैल्स व्यक्ति के शरीर में खून को बनने नहीं देते। इससे इंसान को खून की कमी होने लगती है। शरीर के खून के साथ कैंसर व्यक्ति की बोन मैरो को भी नुकसान करता है।
इसे मेडिकल भाषा में ल्यूकेमिया (Leukemia) कहा जाता है, जिसमें व्हाइट ब्लड सेल की मात्रा रेड ब्लड सेल की तुलना में काफी ज्यादा हो जाती है। ब्लड कैंसर होने से पहले शरीर कुछ संकेत देता है जिन्हें समय पर पहचानकर इलाज शुरू किया जा सकता है।
ब्लड कैंसर के लक्षण
सांस में कमी
कुछ प्रकार के ल्यूकेमिया लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बाधित करते हैं। ये कोशिकाएं शरीर में सभी कोशिकाओं तक ऑक्सीजन ले जाने का काम करती हैं। जब लाल रक्त कोशिकाओं की कमी होती है, तो सांस की तकलीफ हो सकती है। (सांस की तकलीफ फेफड़ों के कैंसर का भी संकेत है। लेकिन इसके कई अन्य कारण भी हो सकते हैं।
थकान और कमजोरी
यह लक्षण खून की कमी एनीमिया का भी हो सकता है लेकिन आपको समय पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। खून में रेड ब्लड सेल्स की कमी के कारण शरीर में थकान और कमजोरी होने लगती है। बेहतर खानपान के बावजूद अगर आप हमेशा थकान महसूस करते हैं, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए।
त्वचा पर गहरा निशान बनना
कैंसर ट्रीटमेंट सेंटर ऑफ अमेरिका के अनुसार, त्वचा पर बिना वजह किसी गहरे निशान का बनना खतरे की घंटी है। इस तरह के निशान प्लेटलेट कम होने या रक्त के थक्के बनने की वजह से हो सकता है। ये निशान हाथ या पैर पर दिखाई दे सकते हैं।
त्वचा पर छोटे धब्बे बनना
शरीर के किसी हिस्से में छोटे गोल धब्बे बनना ब्लड कैंसर का संकेत हो सकता हैइन छोटे आकार के धब्बों में दर्द नहीं होता है। यह धब्बे प्लेटलेट काउंट कम होने की वजह से बन सकते हैं जो ब्लड कैंसर का का संकेत देते हैं।
बेवजह खून का बहना
मसूड़ों, आंत्र, फेफड़े, या सिर में चोट लगने, असामान्य नाक से खून बहना गंभीर समस्या है। ऐसा प्लेटलेट की कमी और थक्के की समस्याओं का संकेत हो सकता है, जो सीधे रूप से ल्यूकेमिया का संकेत हैं।
ब्लड कैंसर के ये भी हैं कुछ संकेत
इनके अलावा ब्लड कैंसर के संकेतों में मसूड़ों में सूजन या फैलाव होना, हमेशा पेट फूलना, पेट के ऊपरी हिस्से में बायीं ओर दर्द रहना, हमेशा बुखार रहना, रात में सोते समय पसीना आना, हमेशा सिरदर्द रहना, त्वचा का रंग बदलना, हड्डियों में दर्द रहना, लिम्फ नोड्स में सूजन, स्किन रैशेष, जल्दी से इन्फेक्शन की चपेट में आना आदि भी शामिल हैं।
ब्लड कैंसर का इलाज
कैंसर किसी भी प्रकार का हो, उसमें स्टेज अवश्य होती है, जैसे पहली, दूसरी और एडवांस स्टेज। ब्लड कैंसर और दूसरे बाकि कैंसर में यहां अंतर है। डॉक्टर के लिए यह जानना अहम चनौती होती है कि रोगी में बल्ड कैसे हुआ ?
लेकिन तकनीक और आधुनिक चिकित्सा ने इसे मुमकिन बना दिया है। अब ऐसी दवाईयां आ गयी हैं जिससे इसकी शुरुआत की पहचान हो सकती है। यह पता लगाया जा सकता है कि कैंसर किस कोशिका से पनपा और इलाज के माध्यम से उस कोशिका को ही खत्म कर दिया जाता है और इसी आधुनिक चिकित्सा को कीमोथेरेपी कहते हैं ।
ल्यूकेमिया से बचने के लिए खाएं ये चीजें
इसके लक्षणों से लड़ने के लिए आपको अपनी डाइट पर खास ध्यान देना चाहिए। एक्सपर्ट मानते हैं कि बेहतर डाइट से इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करने और बीमारी से लड़ने में ताकत मिलती है। इसलिए आपको अपने खाने में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दाल, कम फैट वाली चीजें, प्रोटीन से भरपूर चीजें जैसे मछली, चिकन, काले, पालक, अंकुर, गोभी आदि चीजों को शामिल करना चाहिए।