अरुण जेटली निधन: लंबे समय से बीमार चल रहे पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का निधन, इस बीमारी से थे पीड़ित
By उस्मान | Updated: August 24, 2019 13:02 IST2019-08-24T13:02:42+5:302019-08-24T13:02:42+5:30
Arun Jaitley Death News Latest health report card: जेटली साल 2005 में हार्ट सर्जरी, 2014 में डायबिटीज मैनेज के लिए गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी और 2018 में एक किडनी ट्रांसप्लांट करा चुके हैं

अरुण जेटली निधन: लंबे समय से बीमार चल रहे पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का निधन, इस बीमारी से थे पीड़ित
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का आज दोपहर 12.7 मिनट पर निधन हो गया। उन्हें 9 अगस्त को सांस लेने में तकलीफ होने की वजह से दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उन्हें पिछले 14 दिनों से लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा था। जेटली 66 वर्ष के थे। इसी हफ्ते भाजपा के बड़े नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का भी निधन हुआ।
डॉक्जेटरों ने उन्हें ECMO, IABP सपॉर्ट पर रखा था ताकि वह सांस ले सकें। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम पार्टियों के बड़े नेता उनका हालचाल लेने एम्स पहुंचे थे।
लंबे समय से बीमार चल रहे हैं जेटली
जेटली कई स्वास्थ्य स्थितियों से पीड़ित हैं, जिनमें डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर शामिल हैं। अतिरिक्त वजन कम करने के लिए उन्होंने सितंबर 2014 में बेरिएट्रिक सर्जरी कराई। उन्होंने मई 2018 में एक किडनी ट्रांसप्लांट भी कराया था।
उनके बायें पैर में सॉफ्ट टिशू कैंसर हो गया है जिसकी सर्जरी के लिए जेटली इसी साल जनवरी में अमेरिका भी गए थे। वो सितंबर 2014 में डायबिटीज मैनेज के लिए गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी करा चुके हैं। इसके अलावा वो साल 2005 में हार्ट सर्जरी भी करा चुके हैं।
डायबिटीज
अरुण जेटली काफी लंबे समय से डायबिटीज से पीड़ित थे। डायबिटीज इतना फैल गया था कि कंट्रोल नहीं हो पाता था। यही वजह थी कि उन्हें ब्लड सुगर मैनेज करने के लिए बाद में गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी करानी पड़ी।
सॉफ्ट टिश्यू सर्कोमा
पिछले कई महीनों से सॉफ्ट टिश्यू सरकोमा से पीड़ित थे। यह एक तरह के कैंसर का प्रकार है और यह तब होता है, जब कोशिकाएं डीएनए के भीतर विकसित होने लगती हैं। यह कोशिकाओं में ट्यूमर के रूप में विकसित होता है और शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैलने लगता है। यानी यह बीमारी शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है, खासकर व्यक्ति के कंधों और पैरों को अधिक प्रभावित करती है। ये किसी भी उम्र में हो सकता है।
साल 2005 में बाईपास सर्जरी
अरुण जेटली ने साल 2005 में दिल्ली के एस्कॉर्ट हार्ट इंस्टिट्यूट एंड रिसर्च सेंटर में बाईपास सर्जरी कराई थी। उनकी सर्जरी देश के जानेमाने हार्ट सर्जन नरेश त्रेहन ने की थी। उन्हें हाई ब्लड प्रेशर की वजह से अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था।
साल 2014 में डायबिटीज मैनेज के लिए गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी
जेटली डायबिटीज से पीड़ित थे और ब्लड शुगर मैनेज करने के लिए सितंबर, 2014 में उन्हें दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स हॉस्पिटल में गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी से गुजरना पड़ा था। हालांकि इसके बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार होने लगा था। लेकिन बाद में इस सर्जरी की वजह से उनकी हालत खराब होती चली गई।
साल 2018 में किडनी ट्रांसप्लांट
साल 2018 तक उनका स्वास्थ्य पूरी तरह खराब हो चुका था। इस साल उन्होंने दिल्ली एम्स में किडनी ट्रांसप्लांट से गुजरना पड़ा। इसके बाद वो बहुत ज्यादा बीमार रहने लगे। यही वह थी कि उन्होंने लोकसभा चुनाव से दूर रहने का फैसला किया।