स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय 'सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम' (Central Government Health Scheme CGHS) के तहत केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों और उनके परिजनों को चुनिंदा निजी अस्पतालों में फ्री इलाज की सुविधा दे रहा है। इस योजना को इसलिए शुरू किया गया ताकि सरकारी अस्पतालों पर मरीजों का बोझ कम हो सके और देश के 45 लाख से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारियों को वक्त पर बेहतर इलाज मिल सके।
CGHS स्कीम का ऐसे उठायें लाभ
केंद्रीय कर्मचारियों को इलाज के लिए दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा। इस योजना का लाभ उठाने के लिए एक सीजीएचएस कार्ड की जरूरत होती है, जिसके जरिए वो सरकारी अस्पतालों में नि: शुल्क इलाज की सुविधा ले सकते हैं और निजी अस्पतालों में इलाज कराने पर उस अस्पताल की फीस में छूट मिलती है।
CGHS कार्ड है जरूरी
इस योजना का लाभ लेने के लिए पहले डिस्पेंसरियों के काउंटर से नंबर लेना पड़ता था। नंबर लेने के लिए अक्सर उन्हें लंबी लाइन में खड़े होकर इंतजार करना पड़ता था। लेकिन अब लाइन में खड़े होने की जरूरत नहीं है। अब कर्मचारियों को CGHS प्लास्टिक कार्ड दिया जा रहा है जिससे वो देश के किसी भी कोने में फ्री इलाज करा सकते हैं।
कहां बनेगा CGHS कार्ड
CGHS प्लास्टिक कार्ड बनवाने के लिए आपको cghs.gov.in की वेबसाइट पर जाना है और वहां से फॉर्म भरकर ऑनलाइन जमा कराना है। इसके साथ आपको कुछ डाक्यूमेंट्स भी ऑनलाइन जमा कराने होंगे। यहां आपको अपने कार्ड को रिन्यूवल कराने का भी ऑप्शन है। ऑनलाइन फॉर्म भरने के एक महीने बाद आपका प्लास्टिक कार्ड बनकर घर पर आ जाएगा।
CGHS कार्ड के लिए जरूरी डाक्यूमेंट्स
1. निवास का प्रमाण।2. आश्रितों के रहने का प्रमाण।3. पुत्र की आयु का प्रमाण।4. 25 वर्ष से अधिक आयु के आश्रित आश्रित पुत्र के मामले में, सक्षम प्राधिकारी से विकलांगता प्रमाण पत्र।
CGHS हॉस्पिटल लिस्ट और अन्य जानकारी
सीजीएचएस कार्ड, सीजीएचएस के अंतर्गत आने वाले शहरों, पैनल में शामिल किये गये अस्पतालों, कल्याण केंद्रों, चिकित्सा दावा ट्रैकिंग, अनुमोदित दर सूची और हेल्पलाइन नंबर आदि की जानकारी आप इसकी वेबसाइट पर प्रदान की गई है।