जानिए क्यों मनाते हैं इंटरनेशनल नो-डाईट डे, कहीं आप भी बेवजह ही तो नहीं हैं डाईट को लेकर परेशान
By मेघना वर्मा | Updated: May 6, 2018 07:53 IST2018-05-06T07:53:55+5:302018-05-06T07:53:55+5:30
हर साल 6 मई को इंटरनेशनल नो डाईट डे मनाया जाता है। पहली बार ब्रिटेन में 1992 में इसे मनाया गया था।

जानिए क्यों मनाते हैं इंटरनेशनल नो-डाईट डे, कहीं आप भी बेवजह ही तो नहीं हैं डाईट को लेकर परेशान
आज के समय में आपने ज्यादातर लोगों के मुंह से 'डाईट पे हूं' जैसे वाक्य सुना होगा। दिल्ली हो या मुंबई या भारत का कोई भी छोटा सा शहर यहां लोग अपनी बॉडी और फिगर को लेकर इतने कांशस हो चुके हैं कि आज हर दूसरा आदमी डाईट को फॉलो करने लगा है। सिर्फ फिल्म कलाकार और अभिनेत्रियाँ ही नहीं बल्कि एक सामान्य घर की लड़की भी खुद को फिट रखने के लिए डाईट को फॉलो करती है। अगर आप भी स्ट्रिक्ट डाईट चार्ट फॉलो करते हैं और अपने मनपसंद की चीज खाने से घबराते हैं तो आज आपका दिन हैं। आज है इंटरनेशनल नो डाईट डे यानी आज आप जो मन चाहे जितना मन चाहे बिना किसी रिस्ट्रिक्शन के खा सकते हैं।
क्या है International No Diet Day
इंटरनेशनल नो डाईट डे अंतरराष्ट्रीय रूप में मनाया जाने वाला वो कार्यक्रम है जिसे बॉडी एक्सेप्टेंस के लिए मनाया जाता है। अर्थात आपकी बॉडी जैसी है उसे वैसे ही रहने देने के लिए हर साल 6 मई के दिन इस इंटरनेशनल नो डाईट डे को मनाया जाता है। बड़े-बड़े ऑफिस हों या डाईट फॉलो करने वाले जिम आज के दिन कोई भी डाईट को फॉलो नहीं करता। अपने जीवन को साधारण और प्राकृतिक तरीके से जीने और उसे स्वस्थ्य रखने के लिए भी मनाया जाता है। अक्सर देशों में देखा गया है कि लोग स्ट्रिक्ट डाईट फॉलो करते-करते लोग अक्सर बीमार भी पड़ने लगते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए इंटरनेशनल नो डाईट डे को पूरी दुनिया में मनाया जाता है.
1992 में पहली बार मनाया गया था इंटरनेशनल नो डाईट डे
पहली बार 1992 में इंटरनेशनल नो डाईट डे मनाया गया था। ब्रिटेन में मनाये गए इस दिवस की ऐसी हवा चली कि फेमिनिस्ट समूह में शामिल देशों यूनाइटेड स्टेट, कनाडा, ऑस्ट्रलिया, न्यूज़ीलैंड, भारत, इजराइल, डेनमार्क, स्वीडन और ब्राजील जैसी जगहों पर भी मनाया जाता है। 25 साल से मनाये जाने वाले इस इवेंट से लोगों को अपनी बॉडी से वैसे ही प्यार करने के लिए प्रेरित किया जाता है जैसे वो हैं।
क्यों करते हैं लोग डाईट फॉलो
वैसे तो बहुत से लोगों का ये मानना है की डाईट फॉलो करने से वो हमेशा फिट और तंदरुस्त रहते हैं। लेकिन सिर्फ यही एक कारण ही नहीं है कि आज लगभग बहुत से लोग डाईट फॉलो करता है। इसके अलावा भी बहुत से कारण है.
* आज कल की फिल्मी दुनिया ने लोगों को सबसे ज्यादा मजबूर किया है कि वो डाईट फॉलो करें और टॉप अभिनेत्रियों की तरह अपना फिगर भी बना सके।
* हालांकि किसी भी देश में एक परफेक्ट बॉडी फिगर का नाप नहीं दिया गया है।मात्र दूसरों को देखकर लोग बस पतला और मोटा होना चाहते हैं, यही कारण है कि वो डाईट फॉलो करते हैं और इसी चीज के विरोध में भी इंटरनेशनल नो डाईट डे मनाया जाता है।
*अक्सर लोगों को अपने मोटापे का फोबिया भी हो जाता है। वो पतले और स्वस्थ्य भी होते हैं तब भी वो डाईट फॉलो करते हैं।
खुलकर जियें जिंदगी, खूब करें व्यायाम
अपने शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए जरूरी नहीं की आप खुद के स्वाद को मारे और डाईट के नाम पर अपने पसंद का खाना ना खाएं।याद रखें आप प्राकृतिक तरीके से भी अपने वजन पर नियंत्रण रख सकते हैं।फिगर बनाने के चक्कर में डाईट फॉलो करते-करते कहीं ऐसा ना हो कि आप सब कुछ खाना छोड़ दें। इसके बजाय आप व्यायाम और योग करके भी खुद को फिट और स्वस्थ्य रख सकते हैं।


