कोरोना वायरस संकट के चलते 150 करोड़ बच्चे नहीं जा पर रहे हैं स्कूल, UN ने उठाया ये कदम
By भाषा | Updated: March 27, 2020 15:14 IST2020-03-27T15:14:38+5:302020-03-27T15:14:38+5:30
कोरोना वायरस से दुनिया के सभी देश प्रभावित हैं. इसका सबसे ज्यादा बुजुर्गों, गरीबों और बच्चों पर पड़ा है। दुनिया के कई हिस्सों में पिछले एक महीने से स्कूल बंद हैं. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार करीब 1.5 अरब बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं.

भारत में भी कोरोना वायरस से चलते 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है. (फाइल फोटो)
संयुक्त राष्ट्र की शिक्षा एजेंसी ने कहा कि कोरोना वायरस संकट के कारण स्कूल नहीं जा पा रहे 150 करोड़ से ज्यादा विद्यार्थियों की मदद के लिए उसने कुछ तकनीकी/प्रौद्योगिकी फर्मों और गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) के साथ समझौता किया है। पेरिस स्थित यूनेस्को की महानिदेशक ऑड्री एजुले ने कहा, ‘‘इससे पहले हमने कभी भी इस पैमाने पर शिक्षा में अवरोध आते नहीं देखा है।’’
एजेंसी का अनुमान है कि दुनिया के 87 प्रतिशत से ज्यादा छात्र स्कूल बंद होने से प्रभावित हो रहे हैं और उनमें से कई उपलब्धता के आधार पर ऑनलाइन पाठ्यक्रमों तथा दूरस्थ शिक्षा तकनीकों को अपनाने पर मजबूर हो रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रॅस ए. गेब्रेयेसस ने कहा, ‘‘हम साथ मिलकर तरीका तलाशने में जुटे हैं ताकि दुनिया के सभी कोनों में बच्चे अपनी शिक्षा जारी रख सकें, खास तौर पर सबसे वंचित तबके के बच्चे।’’
संयुक्त राष्ट्र के इन प्रौद्योगिकी सहयोगियो में माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, फेसबुक और वीडियो कांफ्रेंसिंग विशेषज्ञ जूम के अलावा मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटरों का एसोसिएशन जीएसएमए भी शामिल है।
कोरोना वायरस से दुनिया भर में 24100 से ज्यादा मौतें
कोरोना वायरस का अब तक विश्व के 198 देशों में फैल चुका है। पूरी दुनिया में इस वायरस के अब तक 5.34 लाख मामले सामने आ चुके हैं जबकि इस वायरस के प्रकोप से 24100 से ज्यादा मौतें हुई हैं। कोरोना वायरस से मौतों का सिलसिला दिसंबर 2019 में चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान शहर से हुई थी।