महिला पार्षद से रेप, पूर्व भाजपा विधायक नरेंद्र मेहता के खिलाफ FIR, जानिए मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 28, 2020 18:55 IST2020-02-28T18:55:02+5:302020-02-28T18:55:02+5:30
मीरा भायंदर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मेहता के सहयोगी संजय थरथरे के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी दर्ज होने से तीन दिन पहले मेहता भाजपा छोड़ चुके थे। इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर कुल 123 प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं तथा 630 लोगों को गिरफ्तार किया गया है या हिरासत में लिया गया है। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। प्रवक्ता मनदीप सिंह रंधावा ने कहा कि फारेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला दलों को बुलाया गया है और अपराध के दृश्यों का फिर से मुआयना किया जा रहा है। दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा में मृतक संख्या बढ़कर 42 हो गयी है। सांप्रदायिक संघर्षों में 250 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इनके कारण मुख्य रूप से जो क्षेत्र प्रभावित हुए हैं, उनमें जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग, खुरेजी खास और भजनपुरा शामिल हैं।
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भायंदर उपनगर में एक महिला पार्षद का कथित रूप से उत्पीड़न और उसका बलात्कार करने के आरोप में पूर्व भाजपा विधायक नरेंद्र मेहता के खिलाफ शुक्रवार को जिले की ग्रामीण पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की।
मीरा भायंदर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मेहता के सहयोगी संजय थरथरे के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी दर्ज होने से तीन दिन पहले मेहता भाजपा छोड़ चुके थे। इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
अधिकारी ने कहा कि पार्षद का एक कथित वीडियो दो दिन पहले सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था जिसमें महिला ने मेहता पर उत्पीड़न और बलात्कार का आरोप लगाया है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि मेहता 1999 से उसका यौन शोषण कर रहा था और पीड़िता के परिजनों को धमकी भी दे रहा था।
मेहता और थरथरे पर भारतीय दंड संहिता और अनुसूचित जाति एवं जनजाति के प्रति अत्याचार निवारण संबंधी कानून की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसी बीच शिवसेना विधायक प्रताप सरनाइक ने मेहता को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग करते हुए कहा कि यह “त्रासद” स्थिति है कि राज्य में महिला सुरक्षा पर शोर मचाने वाली भाजपा ने अपने नेता के प्रति कोई कार्रवाई नहीं की थी।
सरनाइक ने कहा, “अगर बलात्कार और प्रताड़ना का आरोपी स्वतंत्र घूम रहा है तो कानून व्यवस्था का मुद्दा उठेगा ही।” सरनाईक ने मेहता को मराठियों से घृणा करने वाला बताया और आरोप लगाया कि मेहता ने एक बार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की संस्कृति पर सवाल खड़ा किया था।