Prayagraj News: अवैध संबंध के चलते पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या, कई दिनों से लापता था शख्स
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 29, 2025 11:34 IST2025-08-29T11:34:36+5:302025-08-29T11:34:41+5:30
Prayagraj News: 11 जुलाई, 2025 को अंजली यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गयी थी जिसका पोस्टमार्टम अंजली के परिजनों और उदय द्वारा नहीं कराया गया था।

Prayagraj News: अवैध संबंध के चलते पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या, कई दिनों से लापता था शख्स
Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक महिला से अवैध संबंध के कारण पूर्व जिला पंचायत सदस्य रणधीर यादव का अपहरण कर हत्या किए जाने की घटना का पुलिस ने बृहस्पतिवार को खुलासा किया। पुलिस उपायुक्त (गंगा नगर) कुलदीप गुनावत ने बताया कि नवाबगंज थाना अंतर्गत हथिगहां मोहम्मदपुर गांव निवासी रणधीर यादव (40) की पत्नी बबली यादव ने 23 अगस्त को तहरीर देकर बताया था कि उनके पति 22 अगस्त की शाम अपनी एसयूवी से अकेले कहीं चले गए और वापस नहीं आए। इस संबंध में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
उन्होंने बताया कि इसी बीच रणधीर की एसयूवी चित्रकूट में मिलने की सूचना प्राप्त हुई। इसके बाद बबली यादव ने 25 अगस्त को उदय यादव और राम सिंह यादव द्वारा अपने पति का अपहरण किए जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया। गुनावत ने बताया कि राम सिंह यादव को गिरफ्तार कर जब उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि रणधीर यादव और उदय यादव के बीच गहरी दोस्ती थी। रणधीर यादव का उदय यादव की पत्नी अंजली यादव से पिछले कई वर्षों से अवैध संबंध था।
राम सिंह यादव ने बताया कि करीब दो महीने पहले उदय यादव अपनी पत्नी अंजली और रणधीर के साथ नैनीताल घूमने गए थे और अंजली के कहने पर होटल में एक ही कमरा लिया था। उदय ने अपनी पत्नी अंजली और रणधीर को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था।
#प्रयागराज
— Shashank Mishra (@shashankjournal) August 28, 2025
कौडिहार के पूर्व जिला पंचायत सदस्य रणधीर यादव की हत्या वह 22 अगस्त से लापता थे। गुरुवार को पुलिस को उनका शव क्षत-विक्षत हालत में पूरामुफ्ती में रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला अवैध संबंधों के चलते हत्या की गई, राम सिंह यादव और लीला यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। pic.twitter.com/K0Zs3sQdLa
राम सिंह यादव के मुताबिक, नैनीताल से वापस आने के बाद उदय यादव की पत्नी अंजली अपने मायके उमरपुर नींवा धूमनगंज चली गयी थी और वहां भी अंजली रणधीर से लगातार बात करती रहती थी। 11 जुलाई, 2025 को अंजली यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गयी थी जिसका पोस्टमार्टम अंजली के परिजनों और उदय द्वारा नहीं कराया गया था।
उसने बताया कि इस घटना के बाद समाज में शर्मिंदगी के कारण उदय ने अपने भाई विजय यादव और अपनी सास लीला यादव के साथ मिलकर रणधीर से बदला लेने की योजना बनायी और 22 अगस्त को योजनाबद्ध तरीके से रामसिंह ने रणधीर को काफी शराब पिलाई और उदय, विजय और विजय के नौकर सुजीत श्रीवास्तव के साथ मिलकर रणधीर को गाड़ी में बिठाकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस उपायुक्त (गंगा नगर) ने बताया कि हत्या की घटना छिपाने के लिए रणधीर के शव को थाना पूरामुफ्ती अंतर्गत रेल की पटरी पर रख दिया जिससे शव के ट्रेन से कटकर क्षत-विक्षत होने पर उसकी शिनाख्त ना हो सके। वहीं, रणधीर की गाड़ी चित्रकूट में छोड़ आए। उन्होंने बताया कि पूरामुफ्ती थाना से संपर्क करने पर ज्ञात हुआ कि 23 अगस्त को एक अज्ञात शव मौके पर मिला था।
पुलिस ने रणधीर के पिता से शव की पुष्टि कराई। गुनावत ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में राम सिंह यादव के साथ ही अंजली की मां लीला यादव को गिरफ्तार किया है। बाकी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।