दबंग और बाहुबली नेता है उन्नाव रेप केस का आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, सियासी रसूख के आगे यूपी सरकार भी लाचार
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 29, 2019 16:27 IST2019-07-29T16:27:04+5:302019-07-29T16:27:04+5:30
कुलदीप सिंह सेंगर पर नाबालिग लड़की ने जून 2017 में रेप करने का आरोप लगाया था। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि विधायक कुलदीप सेंगर ने अपने घर पर उस वक्त उसके साथ रेप किया, जब वो अपने एक रिश्तेदार के साथ वहां नौकरी मांगने गई थी।

दबंग और बाहुबली नेता है उन्नाव रेप केस का आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, सियासी रसूख के आगे यूपी सरकार भी लाचार
उत्तर प्रदेश की बांगरमऊ सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर उन्नाव रेप केस का मुख्य आरोपी है। रेप पीड़िता की 28 जुलाई को हुई कार एक्सीडेंट के बाद मामले ने फिर से तूल पकड़ लिया है। हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है। इसके अलावा कार ड्राइवर की भी मौत हो गई है। पीड़िता और उसके वकील महेन्द्र सिंह की हालत काफी नाजुक है। दोनों को लखनऊ के ट्रामा सेंटर में लाइफ सपॉर्ट सिस्टम पर रखा गया है। इस मामले के मुख्य आरोपी विधायक कुलदीप सिंग सेंगर एक दंबग और बाहुबली नेता है। विधायक के सियासी रसूख के सामने यूपी सरकार और यूपी पुलिस लाचार दिख रही है। केस में विधायक का नाम आने के बाद पीड़िता के पिता की मौत, केस के मुख्य गवाह यूनुस की मौत और अब ये एक्सीडेंट। पीड़ित परिवार ने इन सब मामलों में आरोपी विधायक पर साजिश का आरोप लगाया है।
तो आइये हम आपको बताते हैं कि कुलदीप सिंह सेंगर का पूरा बैकग्राउंड क्या है
चार बार से लगातार विधायक बन रहे कुलदीप सेंगर
कुलदीप सिंह सेंगर की छवी इलाके में एक बाहुबली और दबंग नेता की है। चार बार से लगातार विधायक बन रहे कुलदीप सेंगर कभी चुनाव नहीं हारे हैं। कुलदीप सिंह सेंगर के बारे में कहा जाता है कि वह राजनीति की हवा को पहले से ही भांप लेते हैं। उनका जमीनी लेवल पर राजनीति पर काफी पहुंच है। कुलदीप सिंह सेंगर चार बार विधायक बने हैं। चारों बार इनका क्षेत्र अलग रहा है। लेकिन फिर भी ये जीते हैं।
कांग्रेस से की थी सियासत की शुरुआत
कुलदीप सिंह सेंगर ने सियासत की शुरुआत तो कांग्रेस से की थी। वह युवा कांग्रेस में शामिल किया गया था। 2002 के विधान सभा चुनाव में वह कांग्रेस छोड़कर बसपा में शामिल हो गये थे। मायावती ने 1996 के चुनावों में 10 हजार वोटों से हारी हुई उन्नाव सदर की सीट से कुलदीप को उम्मीदवार बना दिया। कुलदीप चुनावी ने कांग्रेस के प्रत्याशी शिव पाल को चार हजार वोट से हरा दिया। इसी जीत के बाद से कुलदीप की छवि बाहुबली वाली हो गई।
2007 में कुलदीप सिंह सेंगर ने बसपा को छोड़ सपा का दामन थाम लिया। मुलायम सिंह यादव ने कुलदीप को चुनाव लड़ने के लिए बांगरमऊ भेज दिया। इस चुनाव में भी कुलदीप ने बांगरमऊ से जीत दर्ज कर ली। कुलदीप ने दो हजार वोटों से बीएसपी के राम शंकर पाल को मात दे दी। 2012 के चुनाव में कुलदीप सेंगर ने फिर से अपना चुनावी क्षेत्र बदलकर भगवंत नगर कर लिया। कुलदीप भगवंत नगर से भी जीत गए। सपा से अनबन के बाद जनवरी 2017 में कुलदीप ने पार्टी बदल ली और बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी ने कुलदीप को बांगरमऊ से टिकट दे दिया। कुलदीप सिंह चौथी बार भी जीत गए।
यूपी पुलिस नहीं लिख रही थी विधायक के खिलाफ एफआईआर
कुलदीप सिंह सेंगर पर नाबालिग लड़की ने जून 2017 में रेप करने का आरोप लगाया था। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि विधायक कुलदीप सेंगर ने अपने घर पर उस वक्त उसके साथ रेप किया, जब वो अपने एक रिश्तेदार के साथ वहां नौकरी मांगने गई थी। विधायक का रसूख इतना था कि यूपी पुलिस ने मामले की जांच करने से भी इनकार कर दिया था। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि पुलिस मामले में एफआईआर भी नहीं लिख रही थी। पीड़िता के परिवार वालों ने इसके बाद कोर्ट का सहारा लिया लेकिन इसके बाद भी पुलिस विधायक पर कार्रवाई करने से बच रही थी।


