Udaipur Murder: कन्हैया लाल की हत्या के पीछे हो सकता है टेरर गैंग का हाथ, प्रारंभिक जांच के बाद NIA ने कहा
By रुस्तम राणा | Published: June 30, 2022 06:20 PM2022-06-30T18:20:03+5:302022-06-30T18:24:51+5:30
एनआईए ने कहा कि इस निर्मम हत्या के पीछे प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि कोई आतंकवादी ग्रुप शामिल नहीं हो सकता है, लेकिन एक आतंकवादी गिरोह हो सकता है।
जयपुर: राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की निर्मम हत्या के आरोपी रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद को जयपुर की विशेष एनआईए अदालत में पेश किया जाएगा। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कहा दोनों आरोपियों से राजस्थान में ही पूछताछ की जाएगी। उन्हें दिल्ली नहीं लाया जाएगा।
एनआईए ने कहा कि इस निर्मम हत्या के पीछे प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि कोई आतंकवादी ग्रुप शामिल नहीं हो सकता है, लेकिन एक आतंकवादी गिरोह हो सकता है। हालांकि एनआईए ने यह भी कहा कि दोनों आरोपियों के किसी आतंकवादी संगठन से संबंध होने की कुछ मीडिया रिपोर्ट अटकलों पर आधारित है।
Preliminary inquiry suggests that there may not be any terrorist group involved in the murder but a terror gang: NIA
— ANI (@ANI) June 30, 2022
मीडिया रिपोर्टस में इस नृशंस हत्या का पाकिस्तान के आतंकी संगठन से कनेक्शन बताया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसी बातें सामने आई थीं कि रियाज पाकिस्तान से ऑपरेट होने वाले ग्रुप दावत-ए-इस्लाम के सदस्य है। जबकि हत्या का दूसरा आरोपी गौस मोहम्मद को रियाज ने कुछ महीने पहले ही टीम में शामिल किया था। दावत-ए-इस्लाम के एक मौलाना ने मोहम्मद रियाज को ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान बुला लिया। लौटने के बाद रियाज और गौस धर्म के नाम पर युवाओं को उकसा रहे थे।
गौरतलब है कि 48 वर्षीय कन्हैया लाल की मंगलवार को दिनदहाड़े गौस मोहम्मद और रियाज अख्तरी ने धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। हत्या के बाद दोनों ने इस पूरी घटना का वीडियो भी बनाकर इंटरनेट पर अपलोड किया था। दोनों ने वीडियो बनाकर ही इस हत्या का कबूलनाम किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकी दी।
बाद में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया और इस मामले में पांच अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मामले की जांच देश की शीर्ष आतंकवाद निरोधी संस्था राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी है।