सोलापुर फैक्टरी आगः शॉर्ट सर्किट और पूरा परिवार खत्म, आग लगने के समय सभी गहरी नींद में थे, 100 पानी टैंकर और दमकल गाड़ियों से काबू
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 19, 2025 09:43 IST2025-05-19T09:42:18+5:302025-05-19T09:43:18+5:30
Solapur factory fire: सोलापुर एमआईडीसी के अक्कलकोट रोड पर स्थित सेंट्रल टेक्सटाइल मिल्स में तड़के करीब 3:45 बजे आग लगने का कारण प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट लग रहा है।

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Solapur factory fire:महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में रविवार को एक फैक्टरी में भीषण आग लग जाने के कारण तीन महिलाओं और एक बच्चे समेत आठ लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आग बुझाने के दौरान तीन अग्निशमन कर्मी घायल हो गए। उन्होंने बताया कि रात आठ बजे तक आग पर काबू पाया जा सका। अधिकारियों ने बताया कि आग बुझाने के लिए 100 पानी के टैंकर और दमकल गाड़ियों को तैनात किया गया था। सोलापुर एमआईडीसी के अक्कलकोट रोड पर स्थित सेंट्रल टेक्सटाइल मिल्स में तड़के करीब 3:45 बजे आग लगने का कारण प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट लग रहा है। घटनास्थल मुंबई से तकरीबन 400 किलोमीटर की दूरी पर है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में फैक्टरी में आग लगने की घटना पर दुख व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र के सोलापुर में आग त्रासदी के कारण हुई मौतों से वह दुखी हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। मृतकों में फैक्टरी मालिक हाजी उस्मान हसनभाई मंसूरी (80) और उनके परिवार के तीन सदस्य - उनके पोते अनस हनीफ मसूरी (25), उनकी पत्नी शिफा अनस मंसूरी (20), और उनका डेढ़ साल का बेटा यूसुफ मंसूरी- शामिल हैं।
मंसूरी परिवार के सदस्यों के शव फैक्टरी परिसर में स्थित एक इमारत के शयनकक्ष के अंदर मिले। दमकल कर्मियों को अंदर प्रवेश करने के लिए दीवार को तोड़ना पड़ा। अधिकारियों ने बताया कि यूसुफ अपनी मां की गोद में मिला। अन्य चार मृतक या तो मजदूर थे या उनके परिवार के सदस्य।
अन्य मृतकों की पहचान मजदूर मेहताब सैय्यद बागवान (45), उनकी पत्नी आशा बानो (38), उनके बेटे सलमान (20) और बेटी हिना (26) के रूप में हुई। एक अधिकारी ने बताया कि आग लगने के समय सभी लोग गहरी नींद में थे। अधिकारियों ने बताया कि आठ पीड़ितों में से तीन की मौत गंभीर रूप से जलने से हुई, जबकि पांच अन्य की मौत धुएं के कारण दम घुटने से हुई।
उप्र: डूबने की अलग-अलग घटनाओं में आठ लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश के गोंडा, शामली और लखनऊ जिलों में रविवार को अलग-अलग घटनाओं में डूबने से चार बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हो गई। गोंडा से अपर पुलिस अधीक्षक राधेश्याम राय के हवाले से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक परसपुर थाना क्षेत्र के अहेट गांव में दोपहर बाद एक पानी भरे गड्ढे में डूबकर तीन बच्चों की मौत हो गई।
वे तीनों पास के खेत में पानी भरे गड्ढे में नहाने गए थे। मृतकों की पहचान निगम उर्फ राजा बाबू (नौ), राजन (10) और राम (10) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि सूचना पाकर तत्काल मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा कराकर तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया।
कर्नलगंज के उपजिलाधिकारी भारत भार्गव ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले बच्चों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। शामली जिले से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक, शहर कोतवाली क्षेत्र के लिलोन गांव में अनुज (18) और उसका दोस्त विशाल (16) एक नहर में नहाते वक्त डूब गए।
स्थानीय लोगों की मदद से शव बरामद कर लिए गए हैं। राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में तीन दोस्त गोमती नदी के गैला घाट पर नहाते समय गहरे पानी में चले जाने के कारण डूब गए। मृतकों की पहचान हमजा (18), एजाज (17) और शमी (24) के रूप में हुई है। वे सभी ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के निवासी थे। बाद में स्थानीय लोगों की मदद से शवों को नदी से बाहर निकाला गया।