नुक्कड टीम की महिला के साथ किया रेप, पत्थलगडी समर्थक नेताओं पर कसेगा शिकंजा
By एस पी सिन्हा | Updated: July 16, 2018 19:53 IST2018-07-16T19:24:53+5:302018-07-16T19:53:36+5:30
झारखंड के खुंटी जिले में कोचांग गांव में नुक्कड टीम के साथ गैंगरेप केस में मास्टरमाइंड के तौर पर जॉन जिनास तिड़ू, बलराम समद और लक्ष्मण सोय की भूमिका स्पष्ट रूप से सामने आ गई है।

नुक्कड टीम की महिला के साथ किया रेप, पत्थलगडी समर्थक नेताओं पर कसेगा शिकंजा
रांची,16 जुलाई। झारखंड के खुंटी जिले में कोचांग गांव में नुक्कड टीम के साथ गैंगरेप केस में मास्टरमाइंड के तौर पर जॉन जिनास तिड़ू, बलराम समद और लक्ष्मण सोय की भूमिका स्पष्ट रूप से सामने आ गई है। ऐसे में इस घटना में विवादित पत्थलगडी समर्थक नेताओं पर शिकंजा कसना लगभग तय हो गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चाईबासा पुलिस के हत्थे चढे बाजी समद उर्फ टकला ने पुलिस को दिए अपने बयान में इन तीनों नेताओं का नाम लिया है। टकला ने पुलिस को बताया है कि 19 जून को वह अपने साथियों के साथ पहचान बाजार में था। बाजार में ही जॉन, बलराम और लक्ष्मण से उसकी मुलाकात हुई थी। बाजार में ही तीनों ने उससे कहा कि नुक्कड टीम पत्थलगडी का विरोध करती है उसे बेइज्जत करो।ऐसे में जब नुक्कड टीम की महिलाएं आरती मिशन स्कूल गई तो वह भी अपने साथियों के साथ वहां पहुंचा।
स्कूल में पहुंचने के बाद उसने नुक्कड टीम की एक महिला जो करूंगा की थी उसे आल्टो कार में बिठाया जबकि बाकी महिलाओं और पुरुष सदस्यों को एंबुलेंस से छोटा कावली जंगल ले जाया गया था। जहां उनके साथ गैंग रेप की वारदात को अंजाम दिया गया। गिरफ्तार बाजी समद ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में यह भी बताया है कि पत्थलगडी समर्थक नेताओं के साथ-साथ स्कूल के फादर भी उसे पूर्व से जानते हैं।
बाजी ने बताया है कि जब वह पीएलएफआई में था तब उसका गांव आना-जाना हुआ करता था। गांव की ग्राम सभा के लोगों के साथ भी उसका परिचय रहा है। गांव आने जाने की वजह से वह ग्राम सभा के नेताओं का कहना मानता था। यही वजह है कि 19 जून को भी पत्थलगडी समर्थक नेताओं के कहने पर उसने घटना को अंजाम दिया। बाजी ने यह भी बताया है कि आरसी मिशन स्कूल के फादर भी उसे पूर्व से जानते थे। इलाके में मोबाइल नेटवर्क नहीं रहता।
जब वह पीएलएफआई में था तब स्कूल के समीप जाकर ही मोबाइल का इस्तेमाल करता था। दरअसल, पूरे को कोचांग गांव में केवल स्कूल में ही मोबाइल का नेटवर्क काम करता है। बाजी ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में यह भी बताया है कि स्कूल से जब वह नुक्कड टीम को अपने साथ ले जा रहा था तब फादर आइन्ड ने किसी को रोकने की कोशिश नहीं की थी।ऐसे में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस के पास पर्याप्त साक्ष्य हैं जिसके आधार पर गैंगरेप के आरोपियों को पुलिस सजा दिलवा पाएगी।